Shashank Mishra Language: Hindi 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *सरस्वती वंदना* हे माता मातेश्वरी सरस्वती, विनती एक बार सुन लीजो। ज्ञान देकर हृदय को पावन पवित्र कर दीजो, दया दृष्टि मुझ पर भी करो, मेरी गलती को क्षमा करो, भर दो... Hindi · कविता · सरस्वती वंदना 203 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *इंसान बन जाओ* जीवन में विचारों की तस्वीर बन जाओ, मिटा सके जो अंधेरा ऐसा प्रकाश फैलाओ, क्यों दूर खड़े होकर तमाशा देखते हो l हाथ से हाथ मिलाकर इंसान बन जाओ ll... Hindi · इंसान बन जाओ · कविता 171 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *शाश्वत सत्य* सत्य कटु है जानत सब कोई, बिन प्रेम जीवन में कछु ना होई। धन दौलत सब व्यर्थ हो जाई, बंगले महल सब यहीं रह जाई, पाप गठरिया जो तू ढोए,... Hindi · *शाश्वत सत्य* · कविता 205 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *चाय और चाह* बातें दो-चार करें कैसे, हाल तुम्हारा सुने कैसे, कुछ गरम मधुर सा स्वाद बुने, चाह भरी इस चाहत में यादों का अंबार बुने। तीखी वाणी छोड़ो सबसे दो मीठी प्याली... Hindi · *चाय और चाह* · कविता 230 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *किताब* कड़ी-कड़ी जुड़कर ही बनती है जंजीर सभी, अक्षर-अक्षर जुड़कर ही बनती है तकदीर सभी, मूल्य बड़ा ही होता है, जीवन के संचालन में, पन्नों में ही गीत छुपा है, उज्जवल... Hindi · कविता · किताब 262 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read लड़ाई क्या मिलेगा तुम्हें आज की लड़ाई में, क्या मिलेगा तुम्हें आज की लड़ाई में, खून खराब और जग की रुसवाई में, क्या मिलेगा तुम्हें आज की लड़ाई में। क्या करोगे... Hindi · कविता · लड़ाई 171 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *जीवन का सत्य* यह जीवन है अनमोल रतन, कुछ खोना है कुछ पाना है। पाकर भी न इतराना है, खोकर भी हंसते जाना है। यह जीवन है अनमोल रतन, कुछ खोना है कुछ... Hindi · *जीवन का सत्य* · कविता 168 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *मेरी व्यथा* इस जग के करुण वेदन में, करुणा के दीपों में, कुछ नई सृष्टि की रचना में, अलंकृत की वर्षा हो तुम, मेरी इस व्यथा की रचना हो तुम। जग का... Hindi · कविता · मेरी व्यथा 222 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *तृण का जीवन* चल पड़े हैं ऐसी डगर को, जहां का हम पता पूछते हैं, आज हम वीरान हवाओं से पूछते हैं, बताओ मेरी मंजिल है कहां। कभी दुनिया को देखते हैं, कभी... Hindi · कविता · तृण का जीवन 177 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *धरती का वरदान* जीवन में सभी उमंग, फिर से छाने लगी, आम के पेड़ों में फिर से बौर आने लगी याद आता है वो कल जब लाया था एक बीज प्रेम प्राण से... Hindi · कविता · धरती का वरदान 262 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read यथार्थ चींटी ऐसी सूक्ष्म जीव जो देती जीने की राह निज पथ पर मनुष्य बढ़े कैसे हमको देती है सिखला पथ एक मनुष्य का कर्तव्य पूर्ण अनुशासन में जीवन जो चला... Hindi · Motivation · कविता · यथार्थ 1 199 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *यात्रा* भयभीत कभी ना होना तुम, जीवन की कठिनाई में चलना स्वयं ही पड़ता है हर महत्तम ऊंचाई में निश्चय ही विजय तिलक श्रृंगार तुम्हारा कर देगी उपहास उड़ाने वालों को... Hindi · कविता · यात्रा 180 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *नसीहत* साफ नीयत रख ली अगर तो हाथ बढ़ाकर गले लगाओ तो सही उड़ने को सारा आकाश पड़ा है पंख पूरे फैलाओ तो सही तन्हा रहोगे क्या अक्सर कभी मेरे घर... Hindi · कविता · नसीहत 236 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *कलमें इतिहास बनाती है* समस्त धारा के जीवन का, अस्तित्व कहां से आया है नर नारी और पशु पक्षी ने, कितना सहयोग निभाया है प्रमाण सभी हैं पृष्ठों पर, आधार तभी हम पाते हैं... Hindi · इतिहास · कलम · कविता 284 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्राकृतिक संगीत* कुदरत का कण कण, हर ओर हर भाव भरा है गीतों से बिन शब्दों का संगीत बना रसखान भरा है गीतों से बूंदों का धरती पर गिरना, नदियों का कल... Hindi · कविता · गीत · प्रकृति 1 243 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read संकल्प सोचो तुम इस दुनिया में इस धरती का आधार कष्ट स्वयं ही सह कर के करती हम सब पर उपकार सोचो तुम इस दुनिया में इस मिट्टी का खेल इससे... Hindi · कविता 197 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *खुद की खोज* ढूंढ लिया हमने जग सारा तन्हा खुद को पाया है व्यर्थ के सारे रिश्ते नाते व्यर्थ ही समय गंवाया है बिना ज्ञान के इस जीवन में कोई कमी अधूरी है... Hindi · कविता · गीत · सत्यकीखोज 1 224 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *रंगों का कारोबार* हर चेहरे पर रंग लगा है हर रंग का रंग निराला है रंग के रंग में ऐसा उलझा रंग डाला रंग सारा है रंगों का बाजार सजा है पग पग... Hindi 253 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्रेम का डाकिया* दिल का सारा हाल पन्नों पर लिख डाला दिल पर जो बीत रहा खत में सब कह डाला गीत बनाकर रखा था अपनी तकिया के नीचे शब्दों की माला बन... Hindi 277 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *प्रेम नगरिया* *प्रेम नगरिया* धूप और छांव सा साथ हमारा वर्षा और बूंद सा एहसास हमारा निस्वार्थ प्रेम की परिभाषा हो बिन शब्दों की अद्भुत भाषा हो कितना मधुर हो हम दोनों... Hindi · कविता · गीत 1 329 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *नए दौर में* *नए दौर में* खाली झोला लेकर आए कितने नए साथ बनाए कुछ मामूली कुछ खास बने कितना समय लगा था सबको अपना बनाने में हम भी चल पड़े थे इस... Hindi 250 Share Shashank Mishra 8 May 2024 · 1 min read *ये दिन भी गुजर जाएंगे* *ये दिन भी गुजर जाएंगे* कौन अपना है और कौन पराया यह फिर ना बताएंगे उतरते ही वक्त के चश्मे सभी नजर आएंगे देख लेना ए मुसाफिर ये दिन भी... Hindi 272 Share Previous Page 2