Tag: कुण्डलिया
80
posts
उम्र तो गुजर जाती है..... मगर साहेब
shabina. Naaz
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
shabina. Naaz
मेरे पास फ़ुरसत ही नहीं है.... नफरत करने की..
shabina. Naaz
दिल है के खो गया है उदासियों के मौसम में.....कहीं
shabina. Naaz
ये तो दुनिया है यहाँ लोग बदल जाते है
shabina. Naaz
आदमी इस दौर का हो गया अंधा …
shabina. Naaz
निदामत का एक आँसू ......
shabina. Naaz
खुदा को ढूँढा दैरो -हरम में
shabina. Naaz
हर वो दिन खुशी का दिन है
shabina. Naaz
सारी जिंदगी कुछ लोगों
shabina. Naaz
क्यूँ इतना झूठ बोलते हैं लोग
shabina. Naaz
छोटी सी दुनिया
shabina. Naaz
एक फूल खिला आगंन में
shabina. Naaz
कितने दिन कितनी राते गुजर जाती है..
shabina. Naaz
खुदा रखे हमें चश्मे-बद से सदा दूर...
shabina. Naaz
जिस तरह से बिना चाहे ग़म मिल जाते है
shabina. Naaz
चाँद तारे गवाह है मेरे
shabina. Naaz
आखिरी दिन होगा वो
shabina. Naaz
कल की फिक्र में
shabina. Naaz
एक दिन में तो कुछ नहीं होता
shabina. Naaz
साल गिरह की मुबारक बाद तो सब दे रहे है
shabina. Naaz
जलन इंसान को ऐसे खा जाती है
shabina. Naaz
कसास दो उस दर्द का......
shabina. Naaz
सुनो कभी किसी का दिल ना दुखाना
shabina. Naaz
सम्भल कर चलना जिंदगी के सफर में....
shabina. Naaz
मेरे दिल ने देखो ये क्या कमाल कर दिया
shabina. Naaz
सितारे अपने आजकल गर्दिश में चल रहे है
shabina. Naaz
जिस के पास एक सच्चा दोस्त है
shabina. Naaz
छोड दो उनको उन के हाल पे.......अब
shabina. Naaz
रिश्ते बनाना आसान है
shabina. Naaz
उसकी बेहिसाब नेमतों का कोई हिसाब नहीं
shabina. Naaz
कभी-कभी दिल को भी अपडेट कर लिया करो .......
shabina. Naaz
दिल को समझाने का ही तो सारा मसला है
shabina. Naaz
तुम चाहो तो मुझ से मेरी जिंदगी ले लो
shabina. Naaz
मुहब्बत हुयी थी
shabina. Naaz
माना के तू बेमिसाल है
shabina. Naaz
बेरुखी इख्तियार करते हो
shabina. Naaz
तुम अगर कांटे बोओऐ
shabina. Naaz
माना के तुम ने पा लिया
shabina. Naaz
अगर तोहफ़ा देने से मुहब्बत
shabina. Naaz
हज़ारों रंग बदलो तुम
shabina. Naaz
हजार आंधियां आये
shabina. Naaz
मेरी आरज़ू है ये
shabina. Naaz
मुख्तसर हयात है बाकी
shabina. Naaz
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
किसी दिन
shabina. Naaz
खुदा के वास्ते
shabina. Naaz
कॉफ़ी की महक
shabina. Naaz
मुझे ना छेड़ अभी गर्दिशे -ज़माने तू
shabina. Naaz
सूरज मेरी उम्मीद का फिर से उभर गया........
shabina. Naaz