डॉ.सीमा अग्रवाल Language: Hindi 448 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid डॉ.सीमा अग्रवाल 6 May 2024 · 1 min read फिर सुखद संसार होगा... दूर हर अँधियार होगा। फिर सुखद संसार होगा। हर खुशी निर्बाध होगी। पूर्ण मन की साध होगी। भूलवश गलती किसी से, हुई यदि एकाध होगी। शोध सारी खामियों को, मूल... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 8 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 May 2024 · 1 min read देख तुम्हें जीती थीं अँखियाँ.... देख तुम्हें जीतीं थीं अँखियाँ, रोएँ अब दिन-रैन। खटते-खटते बीती उमरिया, मिला न मन को चैन। जब से तुमसे लगन लगी थी। प्यास हृदय में जगन लगी थी। फेर लिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 May 2024 · 1 min read रास्ता तुमने दिखाया... जब थका तन हारता मन, हौसला तब-तब बढ़ाया। लक्ष्य पर नित बढ़ रही मैं, रास्ता तुमने दिखाया। बेबसी के उस प्रहर में, ढा रहा था जग कहर जब। सुर सधी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 20 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 May 2024 · 1 min read मातु शारदे करो कल्याण.... वरदा सुखदा गुणों की खान। मातु शारदे करो कल्यान। कमल आसिनी हंसवाहिनी। ज्ञानदायिनी शक्तिदायिनी। मातु शरण रह नित्य तुम्हारी, करूँ तुम्हारा धवल यशगान। सुखदायिनी माँ वरदायिनी, दे दो अपनी दया... Poetry Writing Challenge-3 1 12 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 May 2024 · 1 min read बची रहे संवेदना... सुख-दुख सबके एक हों, रहे न जरा दुराव। बची रहे संवेदना, बना रहे सद्भाव।। हित औरों का सोचना, अपनी इच्छा मार। बने यही संवेदना, जीवन का आधार।। © सीमा अग्रवाल... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · दोहे 1 15 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Apr 2024 · 1 min read बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन। बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन। पलभर भी फिरते नहीं, इधर तुम्हारे नैन।। चंदा तारों में रमा, तकती राह चकोर। फेर मुँह एक बार तो, देखे उसकी ओर।। © सीमा... Hindi · Quote Writer · दोहे 17 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Apr 2024 · 1 min read संवेदन-शून्य हुआ हर इन्सां... सहमी सी है आज कलम, शब्द उदास हैं खोए-खोए ! जग में कितनी पीड़ाएँ हैं, आखिर कोई कितना रोए ! मानव ही जब मानव की, व्यथा समझ न पाता है।... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 2 40 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 11 Feb 2024 · 1 min read बसंत का आगम क्या कहिए... बसंत का आगम क्या कहिए, दिन चमचम रात उजाली है। नत यौवन-भार से आज धरा, हुई मद में गजब मतवाली है। घाम ने अंगों को झुलसाया। शीत ने कैसा कहर... Hindi · गीत · बसंत 2 75 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 9 Feb 2024 · 1 min read रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध। रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध। लेखक लेकर लेखनी, लिखते ललित निबंध।। साथी मैन बसंत का, लगा रहा मन-घात। कोयल काली कूक कर, करे कुठाराघात।। © सीमा अग्रवाल Hindi · Quote Writer · दोहे 1 65 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Feb 2024 · 1 min read कुछ कहमुकरियाँ.... १- जपूँ अहर्निश उसका नाम। बनाए बिगड़े सारे काम। वही मुक्ति वही चारों धाम। क्या सखि साजन ? ना सखि राम। २- आगे पीछे मेरे डोले। कान में कोई मंतर... Poetry Writing Challenge-2 · कहमुकरी 1 85 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Feb 2024 · 1 min read साजन तुम आ जाना... सावन के आने से पहले, साजन तुम आ जाना। बदरा घिर आने से पहले, साजन तुम आ जाना। जो ना तुम आए तो प्रियतम, आँसू आ जाएँगे। कजरा बह जाने... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 1 84 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 4 Feb 2024 · 1 min read काश तुम ये जान पाते... जान जाते जो तुम्हें हम, दिल न यूँ तुमसे लगाते। क्यों जगाते कामनाएँ, चाहतों को पर लगाते ? जानते जो बेवफाई, है तुम्हारी फ़ितरतों में, जिंदगी के राज अपने, क्यों... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 2 65 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2024 · 1 min read घनाक्षरी गीत... जीवन हुआ है भारी, लुटतीं खुशियाँ सारी, विरह-विदग्धा नारी, प्रिय को पुकारती। कहाँ गए तुम नाथ, क्यों छोड़ गए यूँ साथ, झुकाऊँ कहाँ ये माथ, सोच न मन पावे। रो-रोकर... Poetry Writing Challenge-2 1 97 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 2 Feb 2024 · 1 min read छंद घनाक्षरी... कृपाण घनाक्षरी-श्रीकृष्ण जन्म... मैया की पीन पुकार, सुनते थे बारंबार, करने पाप संहार, आए स्वयं इस बार। छुपी प्रलय वृष्टि में, हलचल थी सृष्टि में, दृश्य अद्भुत दृष्टि में, हुए... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 3 103 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Feb 2024 · 1 min read कृपाण घनाक्षरी.... १-हे प्रभु ले अवतार... अद्भुत यह संसार, समझ न आए पार, फँसी नाव मझधार, कर प्रभु बेड़ा पार। लेकर धर्म की आड़, करें सभी खिलवाड़, मेटे से मिटे न राड़,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 90 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Feb 2024 · 1 min read अब न तुमसे बात होगी... अब न तुमसे बात होगी। अनमनी हर रात होगी। अब न होंगे चाँद- तारे, ना रुपहली रात होगी। कुछ पलों की जिंदगानी, कुछ पलों में ढेर होगी। दो घड़ी भी... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 2 96 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 31 Jan 2024 · 1 min read हम करें तो... हम करें तो बेइमानी। वो करें तो बुद्धिमानी। सत्य पर उँगली उठाना, शौक उनका खानदानी। बीज बोकर नफरतों का, खेल खेलें आग-पानी। पाँव उनके चूमती है, संपदा हो नौकरानी। थोपते... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 80 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read इस तरह क्या दिन फिरेंगे.... जो छलेंगे, वो फलेंगे। इस तरह क्या दिन फिरेंगे ? डग न सीधे भर रहे जो, पर लगा नभ में उड़ेंगे। आज हम उस राह पर हैं, जिस राह बस... Poetry Writing Challenge-2 · गीतिका 1 100 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 2 min read किस्मत भी न जाने क्यों... हमने तुमको दिल दिया, तुमने आँसू-भार। प्रेम-समर में पाँव रख, पायी हमने हार। बनते-बनते काम में, देती पलटी मार। किस्मत भी न जाने क्यों, खाए रहती खार। शब्द हृदय पर... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा गीत 1 53 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 2 min read किन्नर व्यथा... हमें भी तो जना तुमने, पिता का खून थे हम भी। कलेजा क्यों किया पत्थर, सुनें तो माँ जरा हम भी। दिखा दो एक भी ऐसा, कमी कोई नहीं जिसमें,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 80 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read माँ सच्ची संवेदना... माँ सच्ची संवेदना, माँ कोमल अहसास। मेरे जीवन-पुष्प में, माँ खुशबू का वास।। रंग भरे जीवन में जिसने, महकाया संसार। पाला पोसा जानोतन से, दिया सुघड़ आकार। खुश रहे जो... Poetry Writing Challenge-2 · दोहा · मुक्तक 1 95 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read कर्मवीर भारत... भारत सदा से ही रहा है कर्मवीरों की थली। दम पे इन्हीं के सभ्यता अनुदिन यहाँ फूली फली। नित काम में रत हैं मगर फल की न करते कामना। सौ... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 2 81 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read पग न अब पीछे मुड़ेंगे... कस कमर जो चल पड़े हैं, पग न वे पीछे मुड़ेंगे। तुम जियो आजाद होकर, अब न तुम पर भार हूँ मैं। कर्म अपने साथ लेकर, जी रही अधिकार हूँ... Poetry Writing Challenge-2 · नवगीत 1 81 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read दिन सुखद सुहाने आएंगे... बीतेंगी रातें गम की दिन, सुखद सुहाने आएंगे। आज नहीं तो कल वो तेरे, नाज उठाने आएंगे। कचरे पर जो बैठे अकड़े, कूड़ा तुझको समझ रहे। वही कभी जूड़े में... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल/गीतिका 1 96 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... हंसगति छन्द मुक्तक... छंद हंसगति मिले हार या जीत, नहीं कुछ जानूँ। जग में सच्चा मीत, तुम्हें ही मानूँ। जब प्रभु करूँ पुकार, विनय सुन लेना। देकर तनिक दुलार, कष्ट हर लेना।... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 97 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद हंसगति आज खुशी की रात, दिवाली आयी। सजी दीप की पाँत, छटा मन भायी।। देख सफल वनवास, देव हरषाए। हर्ष मगन रनिवास, सुवन घर आए।।१ रूप छटा घन श्याम, सहज मन... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक · हंसगति छंद 1 73 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक... छंद मनमोहन १- शीश झुकाकर करूँ नमन। करो प्रभो सब पाप शमन।। द्वेष-दंभ सब करें गमन। रहे देश में सदा अमन।। २- सर-सर सर-सर चले पवन। नर्तन करते धरा - गगन।। मन... Poetry Writing Challenge-2 1 102 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read दोहे एकादश... नैनों में प्रिय तुम बसे, अधर तुम्हारा नाम। एक इशारा तुम करो, चलूँ तुम्हारे धाम।।१।। धंधा करते झूठ का, दावे करते नेक। सिर्फ एक या दो नहीं, देखे यहाँ अनेक।।२।।... Poetry Writing Challenge-2 · दोहे 1 80 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read सजल...छंद शैलजा अच्छे बच्चे- छंद शैलजा... {२४ मात्राएँ .१६-८ पर यति,अंत- दीर्घ (गा)} रोज सवेरे शाला जाते, अच्छे बच्चे। सदा बड़ों को शीश नवाते, अच्छे बच्चे। पढ़ते-लिखते नाम कमाते, आगे जाते, मात-पिता... Poetry Writing Challenge-2 · सजल 1 89 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद-रूपमाला/मदन १- ढूँढते हैं प्राण पागल, धूप में भी छाँव। चाँदनी नीचे बिछी पर, जल रहे हैं पाँव। शांत नीरव रात में भी, मचा मन में शोर। चाँद गुपचुप नैन खोले,... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 2 106 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक...छंद पद्मावती १- तुमसे ये जीवन... मन की सब बातें, रस-बरसातें, रात-दिवस हम करते थे। सुख-दुख भी आकर, बनते चाकर, कंटक मग के हरते थे। तुमसे ये जीवन, जैसे उपवन, हरा-भरा नित... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 106 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 26 Jan 2024 · 1 min read कुसुमित जग की डार... हंसगति छन्द... 1- गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी। शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी। प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी। चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी। 2- ये हैं गण के... Poetry Writing Challenge-2 · हंसगति छंद 2 94 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Jan 2024 · 1 min read राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस... कर रहे शुभकामना.... पर्व है गणतंत्र दिवस का, राष्ट्र की आराधना। अखंड भारत देश रहे ये, कर रहे शुभकामना। सबके सुख-दुख अपने सुख-सुख, भाव मन में पुष्ट हो। भेद-भाव की... Poetry Writing Challenge-2 · गीत 1 73 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Jan 2024 · 1 min read चंद मुक्तक- छंद ताटंक... अपनी भाषा अपनी संस्कृति, किसे न मोहित करती है ? अपनी माँ या अपनी मासी, किसे न प्यारी लगती है ? पर अपना ये देश अनूठा, पर संस्कृति पर मरता... Poetry Writing Challenge-2 · मुक्तक 1 83 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 15 Jan 2024 · 1 min read क्या यही संसार होगा... चरम पर व्यभिचार होगा। बढ़ रहा अँधियार होगा। सात्विकता क्षीण होगी, तमस का विस्तार होगा। गालियों से बात होगी, अस्मिता पर वार होगा। ध्वस्त होंगीं सभ्यताएँ, मूल्य मन पर भार... Hindi · गीतिका · सजल 2 83 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 1 Jan 2024 · 1 min read आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ आने वाले साल से, कहे पुराना साल। रहे अधूरे काम जो, आकर उन्हें सँभाल।। आने वाले साल से, कहे पुराना साल। तेरा भी इक साल में, होगा मुझसा हाल।। तू... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 140 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Nov 2023 · 1 min read आज देव दीपावली... देता सुर को त्रास था, करता पाप अनंत। त्रिपुरारि कहलाए शिव, किया असुर का अंत।। त्रिपुरासुर का अंत कर, दिया इंद्र को राज। आज मुदित मन झूमता, सारा देव समाज।।... Hindi · देव दिवाली दोहे 3 134 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Nov 2023 · 1 min read तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार। तड़के जब आँखें खुलीं, उपजा एक विचार। रात न देती साथ तो, दिन जाता बेकार।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 180 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 17 Nov 2023 · 1 min read मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र। मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र। सरल रेखवत् है कहीं, कहीं-कहीं पर वक्र।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 1 196 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 13 Nov 2023 · 1 min read माटी तेल कपास की... जलें तेल अरु वर्तिका, दीप बने आधार। तीनों के गठजोड़ से, अँधियारे की हार।। माटी तेल कपास की, तिकड़ी बनी मिसाल। अँधियारे को बेधने, बुनती जाल कमाल।। © सीमा अग्रवाल... Hindi · दोहे 2 135 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Oct 2023 · 1 min read नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास। नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास। नेह धरा का भूलकर, बना राहु का ग्रास।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 86 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 28 Oct 2023 · 1 min read आज रात कोजागरी.... शरद पूर्णिमा पर करें, कोजागर उपवास। जाग्रत रहते जन जहाँ, होता श्री का वास।। धरती ने धारण किया, मोहक हीरक हार । शीतल नूतन भाव का, कन-कन में संचार ।।... Hindi · दोहे 2 101 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 21 Oct 2023 · 1 min read जय माँ कालरात्रि 🙏 जय माँ कालरात्रि 🙏 काला है माँ का बदन, कालरात्रि है नाम। दुष्टों का संहार कर, पहुँचाती निज धाम।। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · दोहा 2 126 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 12 Oct 2023 · 1 min read अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। अपने-अपने काम का, पीट रहे सब ढोल। फर्क न कुछ हम पर पड़े, तू भी अपनी बोल।। सिर्फ दिखावा-शान में, कहकर झूठी बात। करते साबित तुम स्वयं, ओछी अपनी जात।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 4 359 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 6 Oct 2023 · 1 min read ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून। ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून। बाँध सब्र का टूटता, मिलता नहीं सुकून।। और परीक्षा लो कड़ी, आएँ मुँह तक प्राण। जितनी जल्दी हो प्रभो, पा लूँ जग से त्राण।।... Hindi · Quote Writer · दोहे 2 299 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 3 Oct 2023 · 1 min read हरकत में आयी धरा... हरकत में आयी धरा, लाजिम उसका क्रोध। हद से बढ़ते जुल्म जब, कौन न ले प्रतिशोध।। हुए तब्दील अश्म में, पल में भौतिक भोग। चित्रलिखित से देखते, हक्के-बक्के लोग।। धरती... Hindi · दोहे 3 229 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 29 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति धेनु चराएँ श्याम, बजाएँ वंशी। बस गोकुल के ग्राम, हो चंद्र-अंशी। देते जग - संदेश, करो गौ सेवा। सभी मिटेंगे क्लेश, मिलेगी मेवा। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 3 241 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 27 Sep 2023 · 1 min read हंसगति हंसगति गजानन श्री गणेश, सदा सुखकारी। शिव शंकर हैं तात, उमा महतारी। प्रथम पूज्य श्रीपाद, अमंगल हारी। चरण नवाऊँ माथ, हरो अघ भारी। © सीमा अग्रवाल मुरादाबाद Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 202 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 25 Sep 2023 · 1 min read नमन तुम्हें नर-श्रेष्ठ... जन-जन के आदर्श तुम, दशरथ नंदन ज्येष्ठ। नरता के मानक गढ़े, नमन तुम्हें नर-श्रेष्ठ।।१।। जीवन के हर क्षेत्र में, बढ़े निडर अविराम। ज्ञान-भक्ति अरु कर्ममय, कर्मठ योद्धा राम।।२।। राम सरिस... Hindi · भक्ति दोहे 2 272 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 24 Sep 2023 · 1 min read बेटी दिवस पर बेटी दिवस पर तुम्हीं हमारी शान, मान हो बिटिया। हम सबका अरमान, जान हो बिटिया। बिटिया तुम पर नाज, हमें है भारी। महक उठी है आज, खिली फुलवारी। © सीमा... Hindi · Quote Writer · हंसगति छंद 2 84 Share Page 1 Next