सतविन्द्र कुमार राणा बाल Tag: कुण्डलिया 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid सतविन्द्र कुमार राणा बाल 8 Jun 2022 · 1 min read कैद हम सुनते आराम को, रहते सदा हराम ठप्प हुए सब गात अब, करें मशीनें काम करें मशीनें काम, मशीनी बनता खाना पैदल चलना बंद, यंत्र से आना-जाना देखो अब हर... Hindi · कुण्डलिया 1 187 Share सतविन्द्र कुमार राणा बाल 4 Jun 2022 · 1 min read जनक नभ का भी कम ही सुना, जिनसे कुछ विस्तार कर्मठ रहना फ़र्ज़ है, जिनका हर निशि-वार जिनका हर निशि-वार, गात मिहनत में गलता आत्मज का शुभ स्वप्न, स्वयं नैनों में... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कुण्डलिया 4 3 278 Share