Saransh Singh 'Priyam' Language: Hindi 10 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Saransh Singh 'Priyam' 8 Oct 2023 · 1 min read सफर है! रात आएगी सफर है! रात आएगी सताई है, सताएगी , मगर तुझे, शपथ तेरी बचाई है, बचाएगी। ✍ सारांश सिंह 'प्रियम' Hindi · Hindi Motivational Quotes · Hindi Quotes · Motivation Quotes 1 272 Share Saransh Singh 'Priyam' 17 Sep 2023 · 1 min read " मैं सिंह की दहाड़ हूँ। " " मैं सिंह की दहाड़ हूँ। " मैं सिंह की दहाड़ हूँ , दहक रहे , अनल स्वरूप, आत्म बल का सार हूँ, मै सिंह की दहाड़ हूँ। भभक रही,... Hindi · Motivational Poems · Poem · Quote Writer · कविता 2 407 Share Saransh Singh 'Priyam' 5 Sep 2023 · 1 min read " गुरु का पर, सम्मान वही है ! " " गुरु का पर, सम्मान वही है ! " पाठ नया, शुरूआत नयी है नया युग है, बात नयी है। तकनीक भले इंसान बदल दे, गुरु का पर, सम्मान वही... Hindi · Poem · Teachers Day Poem In Hindi · कविता · शिक्षक दिवस पर कविता 2 342 Share Saransh Singh 'Priyam' 4 Sep 2023 · 1 min read " धरती का क्रोध " " धरती का क्रोध " ज्ञान कहाँ था इंसानो में, धरती जब उनको बचाई है । अभिमान बढ़ा जब इंसानो का, धरती तब क्रोध दिखाई है।। क्यूँ जन्म लिया? क्यूँ... Hindi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Love · Nature Love · कविता · ग़ज़ल 2 235 Share Saransh Singh 'Priyam' 1 Sep 2023 · 1 min read "द्वंद" "द्वंद" निराश मन— सिद्ध क्यूँ? प्रसिद्ध क्यूँ? मन में ऐसा युद्ध क्यूँ? अनगिनत क्यूँ रास्ते ? नहीं हुँ मैं प्रबुद्ध क्यूँ? कुछ ही हैं सफल यहाँ । सभी सफल हैं... Hindi · Hindi Poem · Poem · Quote Writer · कविता 2 435 Share Saransh Singh 'Priyam' 22 Aug 2023 · 1 min read हार पर प्रहार कर हार पर प्रहार कर हार पर प्रहार कर, खड्ग को फिर से धार कर, समय का कोप कुछ नहीं, समय को तार-तार कर। हार भी तो शस्त्र है, और लक्ष्य... Hindi · Hindi Poem · Motivational Poems · Motivational Quotes · Quote Writer · प्रेरणादायक कविता 2 542 Share Saransh Singh 'Priyam' 14 Jul 2023 · 1 min read चंचल पंक्तियाँ इन पंक्तियों से पूछता हूँ, तू किस डगर पर चल रही? मैं सोचता कोई और पथ,कोई और पथ तू चुन रही। आसमां पर उड़ रही जब पंछियों को देखता हूँ,... Hindi · कविता · लेख 3 116 Share Saransh Singh 'Priyam' 13 Jul 2023 · 1 min read खाक पाकिस्तान! नापाक था, अब खाक है तू जो खुद कटे वो नाक है तू खुद के बच्चों को जो डस ले, वो तिलमिलाता नाग है तू।। भुखमरी के हाल से जो... Hindi · कविता · लेख · हास्य-व्यंग्य 1 160 Share Saransh Singh 'Priyam' 12 Jul 2023 · 1 min read पराये सपने! हम चले थे अपने सपनों की उड़ान देखने, एक हवा के तेज झोंके ने समझा दिया कि वो सपने तो मैने समाज से उधार ले रखे थे और जिनपर दबाव... Hindi · Quote Writer 2 390 Share Saransh Singh 'Priyam' 12 Jul 2023 · 1 min read कलियुगी रिश्ते! चलते चलते राहों पर, कुछ ऐसे रिश्ते मिलते हैं, जो होने पर ना रहते हैं, और ना होने पर खलते हैं। पर रहना क्यूँ उन रिश्तों को? जो रहते रहते... Hindi · कविता · कोटेशन · लेख 2 250 Share