संदीप सागर (चिराग) 4 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid संदीप सागर (चिराग) 10 Jul 2022 · 1 min read मुखौटा #काव्यात्रा #मुखौटा ०९/०७/२०२२ हैं कुछ चहरे अपने मुखौटों के सताए हुए । खुद अपने जख्मों पे नमक लगाए हुए ।। अमूमन हैं चहरे पे मुखौटा लगाने वाले । कुछ तो... Hindi 4 1k Share संदीप सागर (चिराग) 25 Jun 2022 · 1 min read परिकल्पना बंद आंखों से एक , हीर को देखता हूं मैं । तेरे वादों में अपने, जमीर को देखता हूं मैं । । ताज - ओ- तख्त, रोशन -ए- बाहर का... Hindi 3 1 245 Share संदीप सागर (चिराग) 15 Jun 2022 · 1 min read मंगलसूत्र रेशम की डोर में कुछ काले मोती प्रेम को पिरोए गले की गरिमा रिश्ते में समर्पण की सौगात लिए हुए मेरे जीवन में सुधा प्रवाह, कुछ काले मोती प्रस्तर खगोल... Hindi 5 6 886 Share संदीप सागर (चिराग) 14 Jun 2022 · 1 min read अब आ भी जाओ पापाजी हुई कौन खता तुम रूठ गए यह बात बताओ पापा जी । तुम रूठ गए जग रूठ गया अब आ भी जाओ पापा जी ।। होने ना दी नम आंख... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह 28 47 1k Share