Sandeep Singh Chouhan "Shafaq" Tag: ग़ज़ल 2 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Singh Chouhan "Shafaq" 22 Oct 2022 · 1 min read ग़ज़ल "दिवाली" हर किसी का घर हो रौशन इस दिवाली कोई सूना हो न आँगन इस दिवाली इस दिवाली कोई भूखा भी न सोए सब की थाली में हो भोजन इस दिवाली... Hindi · Ghazal · Sandeep Singh Chouhan Shafaq · Shafaq · ग़ज़ल · शफ़क़नामा 198 Share Sandeep Singh Chouhan "Shafaq" 2 Oct 2022 · 1 min read ग़ज़ल ज़माने के लिए तो मर चुका हूँ सहारा है तिरा सो जी रहा हूँ मुकम्मल ही समझना फिर मुझे भी फ़क़त अब क़त्ल होना रह गया हूँ भुलाने की है... Hindi · Ghazal · ग़ज़ल · शायरी 183 Share