Sandeep Thakur 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sandeep Thakur 15 Sep 2025 · 1 min read Chandi ke TAAR bhi....Ghazal by Sandeep Thakur ढल रही है उम्र अब ढलने लगा है प्यार भी बालों में आने लगे हैं चांदी के कुछ तार भी मेरे हाथों की छुअन में अब कहां वो गर्मियां और... Hindi · Chandi Ke TAAR Bhi.... · ग़ज़ल · ढल रही हैं उम्र ढलने लगा है · शेर · संदीप ठाकुर ग़ज़ल 7 2 1k Share Sandeep Thakur 11 Aug 2025 · 1 min read रात-दिन रोने से भी कुछ बात बन पाई कहाँ - संदीप ठाकुर रात-दिन रोने से भी कुछ बात बन पाई कहाँ ख़ूब बरसीं आंँख पर बरसात बन पाई कहाँ चांद तारे पेड़ दरिया सब बनाने ही पड़े कैनवस पे सिर्फ काली रात... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल - संदीप ठाकुर · रात-दिन रोने से भी कुछ · शेर 9 7 856 Share Sandeep Thakur 27 Jul 2025 · 1 min read न तो तारे बुझे पल भर - ग़ज़ल - संदीप ठाकुर सुना है खुदकुशी को कल कोई फिर पुल से कूदा है नदी से पूछो गर डूबे कोई तो कैसा लगता है न तो तारे बुझें पल भर न दिन में... Hindi · कविता · ग़ज़ल · न तो तारे बुझें पल भर न दिन मे · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 5 3 535 Share Sandeep Thakur 8 Jun 2025 · 1 min read लहर ने जब बिखरते वक़्त मुड़ के पुल को देखा था लहर ने जब बिखरते वक़्त मुड़ के पुल को देखा था नदी के बहते पानी पर किसी का नाम लिक्खा था अनोखा शख़्स था उस से मिलाया हाथ जब मैं... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 3 1 783 Share Sandeep Thakur 9 Apr 2025 · 1 min read प्यार प्यार में हिस्सा घट जाए तो प्यार कई में बँट जाए तो प्यार घटा सा बरसे लेकिन प्यार बरस कर छँट जाए तो प्यार के सपने टूटेगें ही प्यार की... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 4 495 Share Sandeep Thakur 8 Dec 2024 · 1 min read हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा - संदीप ठाकुर हर मोड़ पे उन का हमारा सामना होने लगा अब रोज़ ही ये ख़ूबसूरत हादसा होने लगा हर इक अदा अंदाज़ में ऐसी कशिश है आप में जो भी मिला... Hindi · Quote Writer · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 6 2 2k Share Sandeep Thakur 30 Nov 2024 · 1 min read देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है - संदीप ठाकुर देखूँ तो वो सामने बैठा हुआ है सोचूँ तो इक मीलों लम्बा फ़ासला है नाम तन्हाई ने तेरा लिख दिया है हर कोई चेहरे को मेरे पढ़ रहा है छू... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 7 1 937 Share Sandeep Thakur 15 Nov 2024 · 1 min read आंख हो बंद तो वो अपना है - संदीप ठाकुर आंख हो बंद तो वो अपना है आंख खुल जाए तो वो सपना है वो मिले या नहीं मिले हमको उम्र भर उसका नाम जपना है संदीप ठाकुर Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 5 1 779 Share Sandeep Thakur 9 Nov 2024 · 1 min read बेवजह मुझसे फिर ख़फ़ा क्यों है - संदीप ठाकुर बेवजह मुझसे फिर ख़फ़ा क्यों है ये कहानी ही हर दफ़ा क्यों है कुछ भी मजबूरी तो नहीं दिखती मैं क्या जानूं वो बेवफ़ा क्यों है संदीप ठाकुर Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 4 696 Share Sandeep Thakur 30 Oct 2024 · 1 min read बहते पानी पे एक दरिया ने - संदीप ठाकुर बहते पानी पे एक दरिया ने अपनी लहरों से लिक्खे अफ़्साने बादलों में समेट के बारिश अश्क धरती के लाई लौटाने काग़ज़ी फूल की महक का सच ये देहाती परिंदा... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 3 2 736 Share Sandeep Thakur 26 Oct 2024 · 1 min read ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो- संदीप ठाकुर ग़म-ख़ुशी सब परख के चुप था वो ज़िंदगी तुझको चख के चुप था वो लोग तारे दिखा रहे थे पर जेब में चाँद रख के चुप था वो संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 6 1 841 Share Sandeep Thakur 13 Oct 2024 · 1 min read दो दिलों में तनातनी क्यों है - संदीप ठाकुर दो दिलों में तनातनी क्यों है प्यार के बीच दुश्मनी क्यों है बंद है बातचीत तक सोचो सूरते हाल ये बनी क्यों है क्यों ख़ला से परे भी हैं किरनें... Hindi · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 1 687 Share Sandeep Thakur 12 Oct 2024 · 1 min read दरिया की लहरें खुल के - संदीप ठाकुर दरिया की लहरें खुल के आज गले लगती पुल के सूरज भी बन सकते हैं सारे जुगनू मिल-जुल के शाम उतर आई आख़िर आज बगा़वत पे खुल के बारिश में... Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 2 1 705 Share Sandeep Thakur 6 Oct 2024 · 1 min read प्यार में लेकिन मैं पागल भी नहीं हूं - संदीप ठाकुर भूला तो तुझको मैं इक पल भी नहीं हूं याद से लेकिन मैं बोझल भी नहीं हूं माना तेरे बिन मुकम्मल भी नहीं हूं प्यार में लेकिन मैं पागल भी... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · प्यार में लेकिन मैं पागल भी नह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 2 1 740 Share Sandeep Thakur 3 Oct 2024 · 1 min read दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर दरिया की तह में ठिकाना चाहती है कश्ती तो बस आशियाना चाहती है लेट आकर गिफ़्ट लाई हैं घड़ी तू वक़्त की क़ीमत चुकाना चाहती है इससे पहले पेड़ उसको... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · दरिया की तह में ठिकाना चाहती ह · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 9 2 856 Share Sandeep Thakur 28 Sep 2024 · 1 min read झूठ है सब ज़हीन धोका है - संदीप ठाकुर झूठ है सब ज़हीन धोका है इस नज़र का यक़ीन धोका है टूट जाएगा दिल तो समझोगे ये मुहब्बत हसीन धोका है संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 1 859 Share Sandeep Thakur 25 Sep 2024 · 1 min read जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर जाम सिगरेट कश और बस कुछ धुआँ आख़िरश और बस मौत तक ज़िंदगी का सफ़र रात-दिन कश्मकश और बस पी गया पेड़ आँधी मगर गिर पड़ा खा के ग़श और... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · जाम सिगरेट कश और बस · शेर · सिगरेट शायरी 2 1 562 Share Sandeep Thakur 20 Sep 2024 · 1 min read उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं - संदीप ठाकुर उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं मेरे ख़्वाबों ख़यालों सी थीं उस की बातों से घर भर गया उस की बातें उजालों सी थीं राह तकती हुई शाम की चंद... Hindi · उस की आँखें ग़ज़ालों सी थीं · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 3 464 Share Sandeep Thakur 17 Sep 2024 · 1 min read आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर आंख से मत कुरेद तस्वीरें खोल देती हैं भेद तस्वीरें दास्तां रंगों की समेटे हैं फीकी काली-सफेद तस्वीरें संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 1 470 Share Sandeep Thakur 16 Sep 2024 · 1 min read छोड़ तो आये गांव इक दम सब-संदीप ठाकुर छोड़ तो आये गांव इक दम सब पर जड़ें अपनी भूले कब हम सब फूलते हैं किवाड़ बारिश में कट के भी पेड़ में हैं मौसम सब संदीप ठाकुर Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 695 Share Sandeep Thakur 12 Sep 2024 · 1 min read इबारत जो उदासी ने लिखी है-संदीप ठाकुर इबारत जो उदासी ने लिखी है बदन उस का ग़ज़ल सा रेशमी है परिंदा उड़ गया लेकिन क़फ़स में उदासी हर तरफ़ बिखरी पड़ी है किसी की पास आती आहटों... Hindi · Udasi By Sandeep Thakur · उदासी शायरी · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · शेर 1 729 Share Sandeep Thakur 1 Sep 2024 · 1 min read ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर - संदीप ठाकुर ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर चलना मुश्किल हो जाता है रेत लहर को पी जाती है दरिया साहिल हो जाता है बा'द तुम्हारे ये ही मौसम कितना बोझल हो... Hindi · कविता · ख़ुद से अपना हाथ छुड़ा कर · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 3 2 740 Share Sandeep Thakur 22 Aug 2024 · 1 min read पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई पहने कपड़े सुनहरे चमकती हुई धूप आई मिरे घर झिझकती हुई फूल सा इक लिफ़ाफ़ा मेरे नाम का एक चिट्ठी थी उस में महकती हुई पुल के मेहराब भी डूबे... Hindi · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल/गीतिका · चिट्ठी शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 696 Share Sandeep Thakur 13 Aug 2024 · 1 min read आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया रास्तों ने मूँद ली आँखें अंधेरा हो गया बैठ कर जिस के किनारे तू ने खाई थी क़सम वो... Hindi · Sandeep Thakur Ghazal · ग़ज़ल/गीतिका · वादा शायरी · संदीप ठाकुर ग़ज़ल · संदीप ठाकुर शायरी 462 Share Sandeep Thakur 10 Aug 2024 · 1 min read तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर तेरे जाने के बाद बस यादें हर तरफ याद-याद बस यादें सोना, चांदी, जमीन, घर सब कुछ हैं मेरी जायदाद बस यादें संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · याद शायरी · यादें · वायरल शायरी · संदीप ठाकुर शायरी 1 799 Share Sandeep Thakur 28 Jul 2024 · 1 min read मुझ से दो दिन अलग रही है तू मुझ से दो दिन अलग रही है तू देख तो कैसी लग रही है तू हो गया राख जल के मैं लेकिन धीरे - धीरे सुलग रही है तू संदीप... Hindi · Attitude Shayari · Sandeep Thakur Poetry · एटीट्यूड शायरी · वायरल शायरी · संदीप ठाकुर शायरी 2 455 Share Sandeep Thakur 14 Jul 2024 · 1 min read झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं झाग गुमसुम लहर के आंँसू हैं गिरते पत्ते शजर के आंँसू हैं है अलग ढंग सब के रोने का ओस क्या है सहर के आंँसू हैं संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · अश्क शायरी · आंसू शायरी · संदीप ठाकुर शायरी · हिंदी मुक्तक 1 1 361 Share Sandeep Thakur 9 Jul 2024 · 1 min read बिन तिरे इक कमी रही बरसों - संदीप ठाकुर बिन तिरे इक कमी रही बरसों दुनिया वीरान सी रही बरसों चाँद बस एक पल रुका लेकिन मेरे घर चाँदनी रही बरसों अश्क छलके नहीं कभी लेकिन आँख में कुछ... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 424 Share Sandeep Thakur 5 Jul 2024 · 1 min read शेर-शायरी आ के नज़दीक मुँह न फेर ग़ज़ल पास आ बैठ थोड़ी देर ग़ज़ल सब तेरे नूर से चमकते हैं लफ्ज़ मिसरे ख़याल शेर ग़ज़ल संदीप ठाकुर Hindi · Sandeep Thakur Shayari · ग़ज़ल शायरी · नूर शायरी · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 935 Share Sandeep Thakur 24 Jun 2024 · 1 min read सड़ गई है उदासी तनहाई-संदीप ठाकुर सड़ गई है उदासी तनहाई शाम ताज़ा घुटन नहीं लाई फिर नए ज़ख़्म ले के याद तिरी आने वाली थी पर नहीं आई संदीप ठाकुर Hindi · कविता · मुक्तक · शेर · संदीप ठाकुर शायरी 2 448 Share Page 1 Next