Sahil Ahmad Language: Hindi 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Sahil Ahmad 4 Mar 2024 · 1 min read भले दिनों की बात भली सी एक शक्ल थी न ये कि हुस्न-ए-ताम हो न देखने में आम सी न ये कि वो चले तो कहकशाँ सी रहगुज़र लगे मगर वो साथ हो तो... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 127 Share Sahil Ahmad 11 Oct 2023 · 1 min read साहिल के समंदर दरिया मौज, साहिल के समंदर दरिया मौज, लहरों की गलियों में बिताते हैं दिन-रात। जीवन की लहरों में खो जाते, खो जाते हैं अपने सपनों की बात। आसमान से गिरी छत्ती बिंदुओं... Hindi 293 Share Sahil Ahmad 7 Oct 2023 · 1 min read ह्रदय जब स्वच्छता से ओतप्रोत होगा। ह्रदय जब स्वच्छता से ओतप्रोत होगा, 'शाक्य' न कहीं धुआँ न कहीं मैल होगा। सच्ची मनोबल से वो हाथ मिलाएं, प्यार से दुनिया को हम सजाएं। सपनों की उड़ान, आसमान... Hindi 1 275 Share Sahil Ahmad 6 Oct 2023 · 1 min read तुम गंगा की अल्हड़ धारा तुम गंगा की अल्हड़ धारा मैं सड़कों का जाम प्रिये आस्था हो तुम महादेव की मैं हूं पिसता भांग प्रिये. Hindi 1 296 Share Sahil Ahmad 6 Oct 2023 · 1 min read Banaras मैं बैठा रहूँ बनारस की घाट पर। तेरी यादों मे शाम हो जाए। अगर तुम मिलो गंगा की तरह तो कुछ बात हो जाए। Hindi 1 206 Share