साहिल 75 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 साहिल 20 Feb 2019 · 1 min read राजनीति कोई नरम है कोई गरम है पर किसी में सरम नही विकास कोई करता नही बस पार्टी का भरम है । कोई भगवा वस्त्र पहन हिन्दू वोट बनाता है, कोई... Hindi · कविता 1 262 Share साहिल 15 Feb 2019 · 1 min read जवानों की याद में हम आहत हैं सेना लहूलुहान हे वीरो, मेरी लेखनी करती तुझे सलाम । संकट की घड़ी में देश साथ रहे घरनी पर तेरे ईश्वर का हाथ रहे ; तेरे बलिदानों... Hindi · कविता 2 466 Share साहिल 13 Feb 2019 · 1 min read नियोजित शिक्षक का न्याय-निर्णय जब न्याय में देरी होती है वह अन्याय की श्रेणी होती है तीन महीना बहस चला चार महीनों से सुरक्षित है कब आएगा फैसला ? नियोजित शिक्षक भयभीत है ।... Hindi · कविता 408 Share साहिल 12 Feb 2019 · 1 min read ईश्वर है कभी-कभी लगता है वो कुछ करता नही, पर ऐसा नही वो सबकुछ करता है ; कभी ऐसी घटना घटती है कि, उसके अस्तित्व पर हीं सवाल उठता है, देखता हूं... Hindi · मुक्तक 1 317 Share साहिल 9 Feb 2019 · 1 min read सरस्वती वन्दन हे श्वेताम्बरा स्वर दे हर गुण मुझमें भर दे बुराइयों से रहित कर दे साहित्य संगीत - कला सहित कर दे कर दे हमको नित्य-नवीन हो जाएं कलाओं में हम... Hindi · कविता 438 Share साहिल 9 Feb 2019 · 1 min read गणित गणित है यह गणित है इसको पढ़ना भारत की पुरानी रीत है । आर्यभट्ट ने किया जब शून्य का खोज तो ज्ञान के क्षेत्र में भारत की यह जीत है... Hindi · कविता · बाल कविता 1 333 Share साहिल 9 Feb 2019 · 1 min read सशंकित जिंदगी दहशत भरी समाज में जीवन जिया कैसे जाए एक समस्या खतम(खत्म) होती नही कि दूजी खड़ी हो जाए , मन में भय आशंका रहती हर- पल एक चिंता रहती होगा... Hindi · कविता 306 Share साहिल 8 Feb 2019 · 1 min read भिखारी एक पेशा पेशा या मज़बूरी गौर करना है जरूरी - टूटा हाथ दिखाकर लोगों को गुमराह बनाते हैं, कर्म नही मक्कारी करके अपना काम चलाते हैं , रहम कर रहमत वाले ऐसा... Hindi · कविता 1 1 322 Share साहिल 7 Feb 2019 · 1 min read मतदान मतदान हमारा अधिकार है, इसको करना नही बेकार है सोच-समझ कर देना भाई दागी-दबंग नही स्वीकार है । जनमानस का जो रखे ख्याल वही होता है दीनदयाल लोक-लुभावन भाषण पर... Hindi · कविता 439 Share साहिल 3 Feb 2019 · 1 min read गमले का पौधा मेरा विराट रूप अब हो गया है सूक्ष्म जब से लाए हो तुम मुझे उठाकर , मेरा बड़ा था एक परिवार जहां खुशियां मिलती थी चारो ओर हवा मिलती थी... Hindi · कविता 593 Share साहिल 2 Feb 2019 · 1 min read बंजारन हम प्रकृति के प्रांगण में खुशियां मनाएं हर आंगन में माँग -माँग कर खाय हम क्या मजा है मांगन में । शोर -शराबा खूब करें हम नासमझी मेरी कहानी है... Hindi · कविता 674 Share साहिल 1 Feb 2019 · 1 min read अमर्यादा एक अशांत महिला कर्मी उसके बातों में नही थी नर्मी शायद कामों की अधिकता से थी परेशान लोगों की बातों पर नही दे रही थी ध्यान इसपर ग्राहकों को गुस्सा... Hindi · मुक्तक 1 387 Share साहिल 29 Jan 2019 · 1 min read मिश्रित हाइकु मन पावन था मौसम सावन पिया का आवन _ _ _ _ _ _ _ काजल काला उसका रखवाला था मनोहर _ _ _ _ _ _ _ चढ़ती धूप... Hindi · हाइकु 1 341 Share साहिल 28 Jan 2019 · 1 min read शोषण पोषण के नाम पर शोषण हर जगह है शोषण चाहे हो रेल चाहे हो जेल हर जगह है शोषण का खेल कहीं श्रम शोषण कहीं यौन शोषण कहीं मन का... Hindi · कविता 3 1k Share साहिल 28 Jan 2019 · 1 min read उसकी एक नजर गुड ऑफ्टर नून की कानों में आवाज पड़ी जब देखा तो एक बाला थी खड़ी पल भर में मेरी नजर लड़ी उसने बातों की बौछार छोड़ी जो मेरे दील पर... Hindi · मुक्तक 1 455 Share साहिल 27 Jan 2019 · 1 min read एक दृष्टि आओ मन की दीये जलाते धूप - बती का पैसा बचाते उन पैसों का महल बनाके बेघरों को घर दिलाते उसके घरों में खुशियां लाते, क्योंकि जिस नर में नरत्व... Hindi · मुक्तक 1 1 249 Share साहिल 27 Jan 2019 · 1 min read अशांत मन मैं विक्षिप्त हूँ शांति के लिए यह आती है कहाँ से और चली जाती है कहाँ अभीतक मैं इसी संशय से युक्त हूं । जब ढूंढता हूं मैं उसे पाने... Hindi · कविता 528 Share साहिल 27 Jan 2019 · 1 min read काश अभी बच्चा होता काश अभी बच्चा होता मेरे खिलौने साथ रहते मैं घर का शहनशाह होता । मेरा चिलाना मेरी मनमानी नही मेरी आवश्यक्ता होती, रो रो कर बुरा हाल कर लेना ,यह... Hindi · कविता 1 626 Share साहिल 26 Jan 2019 · 1 min read बदलती सरकार प्रजा बदली राजा बदल गए बदल गई सरकार, सुधरा न मेरा सिस्टम कम हुआ न अत्याचार । गंदी नली के कीड़े करते हैं मनमानी स्वेत नदी की मछलियां हो रही... Hindi · कविता 509 Share साहिल 25 Jan 2019 · 1 min read आशिकी प्रेम का पैगाम मांगती आशिकी प्रेम का पैगाम मांगती -2 बदले में घर परिवार की बलिदान मांगती प्रेम की रंगभूमि में खरा उतरने के लिए इंतिहान मांगती . तू आजा मेरे साथ रंगरेलिया मनाऊंगी... Hindi · गीत 2 445 Share साहिल 25 Jan 2019 · 1 min read बहता पानी मेरा न रंग रूप आकार है स्वादहीन गन्धहीन हूं , पर सबकी जिंदगानी मैं पानी । करता हूं लम्बी यात्रा समंदर से चलता हूं, हवा के सहारे बादल बन यहाँ... Hindi · कविता 521 Share साहिल 25 Jan 2019 · 2 min read परतंत्र का गणतंत्र गणतंत्र आया ,गणतंत्र आया देखो कलुआ 26 जनवरी गणतंत्र आया। कलुआ कुछ समझ न पाया मन ही मन दुहराया गणतंत्र आया , गणतंत्र आया। बाहर देखा तो सूट बूट पहने... Hindi · कविता 1 556 Share साहिल 25 Jan 2019 · 1 min read टूटती चाहत जब बादल वर्षा कर न सके तो ओस बन गिर जाता है, प्यासे पौधे को जब तृप्त कर न सके तो उसका कंठ भिंगोता है। जब बादल.... उमड़ घुमड़ के... Hindi · कविता 1 320 Share साहिल 25 Jan 2019 · 1 min read मां की चाहत मां तेरा क्या कसूर, बेटा तुझे पहचान न सका, बुढापे में तुझे अपना न सका, देख लेना होगा वैसा उसके साथ जरूर। बड़ी विडंबना है इस जग की, जो सींचे... Hindi · कविता 2 245 Share साहिल 24 Jan 2019 · 1 min read गुरु महिमा गुरु ज्ञान भंडार है, उसकी पूजा में संसार है, हाथ पकड़ ले जो कोई ,. उसका बेड़ा पार है, गुरु ज्ञान भंडार हैं ! सत्य असत्य का भेद बताये, सही... Hindi · कविता 3 355 Share Previous Page 2