साहिल Tag: कविता 39 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid साहिल 1 Jan 2022 · 1 min read नव वर्ष भारत का है ? हम भारतवासी की सभ्य संस्कृति का नववर्ष नही है यारा, फिर क्यों मनाते हो फर्स्ट जनवरी प्यारा ? क्या ऐसे ही संरक्षित होगा धर्म हमारा? फिर क्यूं लगाते हो जय... Hindi · कविता 4 304 Share साहिल 31 Dec 2020 · 1 min read फिर से नही बीस का विष इक्कीस बीस बना विषधर इक्कीस का क्या खबर ? आने वाला दिन बताए जाने वाला फिर लौट न आए, शंका नही समाप्त है भय अभी भी व्याप्त है, गुजरे दिन वो... Hindi · कविता 5 4 637 Share साहिल 27 Dec 2020 · 1 min read काल कोरोना काल कोरोना जब आया मानव मन में भय समाया, ज्ञानी- विज्ञानी परख न पाएं लगे जपने मास्क पहनें दूरी बनाएं, विश्व -विजय की हठ ठानी जैविक बम की गढ़ी कहानी,... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 25 49 983 Share साहिल 14 Aug 2020 · 1 min read 15 अगस्त मनाएं रे ! खुद बचें औरो को बचाएं अब तो दूरी बनाएं रे ! आओ 15 अगस्त मनाएं रे खुद मिले न हाथ मिलाएं यू हीं प्रेम-भाव बनाएं रे ! आओ 15 अगस्त... Hindi · कविता 6 2 390 Share साहिल 29 Jul 2020 · 1 min read अदृश्य शत्रु(कोरोना) अदृश्य शत्रु है तैयार सम्हल-सम्हल के चलना मेरे यार चूक अगर जो हुई देगा हमको मार। अदृश्य शत्रु....... ना हीं है रूप रंग आकार फिर भी है कई प्रकार चाल... Hindi · कविता 5 5 790 Share साहिल 16 Jul 2020 · 1 min read शिक्षक बिहार के शिक्षक बिहार के काम करस मन मार के, खिचड़ी खिआवस अनाज बटवावस अगोरेलन घर-द्वार के शिक्षक बिहार के...... प्रवासी के गिनती करीं नामांकन के विनती करीं पकड़स कोरोना बीमार के... Hindi · कविता 7 3 481 Share साहिल 21 Jun 2020 · 1 min read ऑनलाइन से पढ़ाई ऑनलाइन से सब भईल जात बा अब त पढ़ाई रसातल में जात बा, टीवी मोबाईल पर चेप्टर आ जात बा घर बईठल पढ़ाई हो जात बा; खाली फ़ोटो पर फ़ोटो... Hindi · कविता 4 2 509 Share साहिल 16 Mar 2020 · 1 min read विवश बिहारी शिक्षक काहें के बहाली कइले ए सरकार, खरबो गइल, बढिको गइल दुनों में भईल तक़रार काहें के...... इजतियो गइल, पईसो गइल बिखरल घर- परिवार काहें के.... टेट अईलन ,एसटेट अइलन सर्टीफिकेट... Hindi · कविता 3 2 284 Share साहिल 1 Jan 2020 · 1 min read नववर्ष की सौगात जात है न पात है नववर्ष की सौगात है, सब मनायें खुशियां चाहे जिसकी जो औकात है, कोई जाए पिकनिक पर कोई घर पर ही खात है, ओज है उमंग... Hindi · कविता 2 473 Share साहिल 1 Nov 2019 · 1 min read सूर्य देवता या पोषक सूर्य देवता हैं, या पोषक हैं ? ये अन्धकार के अवशोषक हैं , जल - जीवन , हरियाली सब इनसे पोषित हैं, नवजीवन देते हैं, जो रोगों से ग्रसित हैं,... Hindi · कविता 1 481 Share साहिल 27 Oct 2019 · 1 min read आज दीवाली(दीपावली) उत्साह, उमंग ,प्रकाश का इज़हार है आज दीपावली ,दीपोत्सव का बहार है, अन्धकार पर प्रकाश लाए मन में नई आस लाए, गांव घर व शहर मुहल्ला सब जगह हो जाये... Hindi · कविता 297 Share साहिल 10 Sep 2019 · 1 min read दुःख उदासी पीड़ा देख- देख के रोना क्या, जिंदगी में पाना और खोना क्या , आज हमारा था जो ,कल हुआ बेगाना . दुःख ,उदासी पीड़ा मायूसी में क्या जीना । उलझनों और... Hindi · कविता 2 462 Share साहिल 8 Sep 2019 · 1 min read कृषक फ़टी आँखों से आकाश देखते हैं रोज सुबह-शाम बादल का मिज़ाज देखते हैं, देखते हैं जब आसमान में थोड़ा सा बादल, तो मन में आस लगा लेते हैं, हवा का... Hindi · कविता 1 1 288 Share साहिल 5 Sep 2019 · 1 min read प्रकृति का दंड भीषण गर्मी, भीषण गर्मी लगती है बेरहमी, जीव जंतु और पादप सब इससे हैं आतप, औऱ नही प्रचण्ड है ये प्रकृति का दंड है, और कोई नही उपाय बस करना... Hindi · कविता 1 349 Share साहिल 22 Aug 2019 · 1 min read अब और नही (नियोजित शिक्षक) बहुत कहा बहुत सुना बहुत हुई मनमानी, न्यायालय ने भी लिख दिया अपनी गजब कहानी , अब और नहीं चाहिए सरकार की रजामंदी बस सिर्फ़ और सिर्फ17 से सम्पूर्ण तालाबंदी... Hindi · कविता 2 805 Share साहिल 15 Aug 2019 · 1 min read आज 15 अगस्त खूब मिठाई खाएंगे 15 अगस्त मनाएंगे, हर बरस शहीदों के,नाम पर दीये जलाएंगे खूब मिठाई...... अंग्रेजी और अंग्रेजों को देश से बाहर भागाएँगे, राजा रंक फकीरा सब उत्सव मनाएंगे खूब... Hindi · कविता 369 Share साहिल 13 Aug 2019 · 1 min read कश्मीर विशेष (स्वतन्त्रता दिवस पर ) मांगो के अनुरूप अवलोकन होगा समयकाल के अनुसार संशोधन होगा संविधान ब्रह्मा की लिखी लकीर नही जो संशोधन किया वह फकीर सही अब कश्मीर (भारत)को पूर्ण आज़ादी मिली पीओके क्या... Hindi · कविता 679 Share साहिल 11 Aug 2019 · 1 min read स्मृतियों में याद आती है आपकी याद आती है, देखता हूँ तस्वीरों को तो स्मृतियां साफ नजर आती है, आप छोड़ चले गए ऐसे कोई भूल हो गई हो हमसे, कमी महसूस... Hindi · कविता 405 Share साहिल 4 Mar 2019 · 1 min read शिवोत्सव शिव देवता नहीं मानवता के धोतक हैं नित ध्यान व खोज में रहने वाले वैज्ञानिकता के बोधक हैं । जग कल्याण हेतु विषपान कर नीलकंठ हुए, ये चराचर के पोषक... Hindi · कविता 2 582 Share साहिल 4 Mar 2019 · 1 min read शौर्य गाथा उठ जागा वीर सपूतों ने मुँहतोड़ जवाब दिया जो कायराना काम किया था कुतो ने । हम वीर शहीदों के अमर कहानी हैं शौर्य-पराक्रम के अमिट निशानी हैं ओज उत्साह... Hindi · कविता 1k Share साहिल 20 Feb 2019 · 1 min read राजनीति कोई नरम है कोई गरम है पर किसी में सरम नही विकास कोई करता नही बस पार्टी का भरम है । कोई भगवा वस्त्र पहन हिन्दू वोट बनाता है, कोई... Hindi · कविता 1 262 Share साहिल 15 Feb 2019 · 1 min read जवानों की याद में हम आहत हैं सेना लहूलुहान हे वीरो, मेरी लेखनी करती तुझे सलाम । संकट की घड़ी में देश साथ रहे घरनी पर तेरे ईश्वर का हाथ रहे ; तेरे बलिदानों... Hindi · कविता 2 468 Share साहिल 13 Feb 2019 · 1 min read नियोजित शिक्षक का न्याय-निर्णय जब न्याय में देरी होती है वह अन्याय की श्रेणी होती है तीन महीना बहस चला चार महीनों से सुरक्षित है कब आएगा फैसला ? नियोजित शिक्षक भयभीत है ।... Hindi · कविता 411 Share साहिल 9 Feb 2019 · 1 min read सरस्वती वन्दन हे श्वेताम्बरा स्वर दे हर गुण मुझमें भर दे बुराइयों से रहित कर दे साहित्य संगीत - कला सहित कर दे कर दे हमको नित्य-नवीन हो जाएं कलाओं में हम... Hindi · कविता 438 Share साहिल 9 Feb 2019 · 1 min read गणित गणित है यह गणित है इसको पढ़ना भारत की पुरानी रीत है । आर्यभट्ट ने किया जब शून्य का खोज तो ज्ञान के क्षेत्र में भारत की यह जीत है... Hindi · कविता · बाल कविता 1 334 Share साहिल 9 Feb 2019 · 1 min read सशंकित जिंदगी दहशत भरी समाज में जीवन जिया कैसे जाए एक समस्या खतम(खत्म) होती नही कि दूजी खड़ी हो जाए , मन में भय आशंका रहती हर- पल एक चिंता रहती होगा... Hindi · कविता 306 Share साहिल 8 Feb 2019 · 1 min read भिखारी एक पेशा पेशा या मज़बूरी गौर करना है जरूरी - टूटा हाथ दिखाकर लोगों को गुमराह बनाते हैं, कर्म नही मक्कारी करके अपना काम चलाते हैं , रहम कर रहमत वाले ऐसा... Hindi · कविता 1 1 323 Share साहिल 7 Feb 2019 · 1 min read मतदान मतदान हमारा अधिकार है, इसको करना नही बेकार है सोच-समझ कर देना भाई दागी-दबंग नही स्वीकार है । जनमानस का जो रखे ख्याल वही होता है दीनदयाल लोक-लुभावन भाषण पर... Hindi · कविता 440 Share साहिल 3 Feb 2019 · 1 min read गमले का पौधा मेरा विराट रूप अब हो गया है सूक्ष्म जब से लाए हो तुम मुझे उठाकर , मेरा बड़ा था एक परिवार जहां खुशियां मिलती थी चारो ओर हवा मिलती थी... Hindi · कविता 595 Share साहिल 2 Feb 2019 · 1 min read बंजारन हम प्रकृति के प्रांगण में खुशियां मनाएं हर आंगन में माँग -माँग कर खाय हम क्या मजा है मांगन में । शोर -शराबा खूब करें हम नासमझी मेरी कहानी है... Hindi · कविता 682 Share साहिल 28 Jan 2019 · 1 min read शोषण पोषण के नाम पर शोषण हर जगह है शोषण चाहे हो रेल चाहे हो जेल हर जगह है शोषण का खेल कहीं श्रम शोषण कहीं यौन शोषण कहीं मन का... Hindi · कविता 3 1k Share साहिल 27 Jan 2019 · 1 min read अशांत मन मैं विक्षिप्त हूँ शांति के लिए यह आती है कहाँ से और चली जाती है कहाँ अभीतक मैं इसी संशय से युक्त हूं । जब ढूंढता हूं मैं उसे पाने... Hindi · कविता 528 Share साहिल 27 Jan 2019 · 1 min read काश अभी बच्चा होता काश अभी बच्चा होता मेरे खिलौने साथ रहते मैं घर का शहनशाह होता । मेरा चिलाना मेरी मनमानी नही मेरी आवश्यक्ता होती, रो रो कर बुरा हाल कर लेना ,यह... Hindi · कविता 1 627 Share साहिल 26 Jan 2019 · 1 min read बदलती सरकार प्रजा बदली राजा बदल गए बदल गई सरकार, सुधरा न मेरा सिस्टम कम हुआ न अत्याचार । गंदी नली के कीड़े करते हैं मनमानी स्वेत नदी की मछलियां हो रही... Hindi · कविता 510 Share साहिल 25 Jan 2019 · 1 min read बहता पानी मेरा न रंग रूप आकार है स्वादहीन गन्धहीन हूं , पर सबकी जिंदगानी मैं पानी । करता हूं लम्बी यात्रा समंदर से चलता हूं, हवा के सहारे बादल बन यहाँ... Hindi · कविता 527 Share साहिल 25 Jan 2019 · 2 min read परतंत्र का गणतंत्र गणतंत्र आया ,गणतंत्र आया देखो कलुआ 26 जनवरी गणतंत्र आया। कलुआ कुछ समझ न पाया मन ही मन दुहराया गणतंत्र आया , गणतंत्र आया। बाहर देखा तो सूट बूट पहने... Hindi · कविता 1 558 Share साहिल 25 Jan 2019 · 1 min read टूटती चाहत जब बादल वर्षा कर न सके तो ओस बन गिर जाता है, प्यासे पौधे को जब तृप्त कर न सके तो उसका कंठ भिंगोता है। जब बादल.... उमड़ घुमड़ के... Hindi · कविता 1 322 Share साहिल 25 Jan 2019 · 1 min read मां की चाहत मां तेरा क्या कसूर, बेटा तुझे पहचान न सका, बुढापे में तुझे अपना न सका, देख लेना होगा वैसा उसके साथ जरूर। बड़ी विडंबना है इस जग की, जो सींचे... Hindi · कविता 2 245 Share साहिल 24 Jan 2019 · 1 min read गुरु महिमा गुरु ज्ञान भंडार है, उसकी पूजा में संसार है, हाथ पकड़ ले जो कोई ,. उसका बेड़ा पार है, गुरु ज्ञान भंडार हैं ! सत्य असत्य का भेद बताये, सही... Hindi · कविता 3 357 Share