Sabir Shah Sabir 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid Sabir Shah Sabir 22 Feb 2018 · 1 min read गज़ल आज घडियां रूकी रूकी सी हैं । शब की आंखें थकी थकी सी हैं । गर्द आलूद शेल्फ में रख्खी । सब किताबें नई नई सी हैं । अहद-ए-माज़ी तेरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 262 Share