Ruchi Sharma 50 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ruchi Sharma 9 Jul 2024 · 1 min read वो ही पूरा संसार मिल गया, बस वो ही नही मिला, जिसको पाने की उम्मीद मे , जिंदगी निकल गई। Hindi · कविता 1 67 Share Ruchi Sharma 2 Apr 2024 · 1 min read जीवन का सत्य जीत कर सब कुछ एक दिन हार जाना हैl जिंदगी तुझे भूलकर, मौत को गले लगाना हैl यही जीवन का सत्य, बस इतनी सी ,सत्य की कहानी है "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 85 Share Ruchi Sharma 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य की कहानी जीवन भर भागते रहे , दौड़ते रहे , ना जाने क्या क्या अधर्म करते रहे l जीवन राह आसान बनाते रहे ,खूब सुख संपदा जोड़ी, जीवन मे कुछ कमी ना... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 2 1 109 Share Ruchi Sharma 21 Mar 2024 · 1 min read सत्य वो कभी नहीं बदलेगा, वो कभी नहीं हारेगा, चाहे कितनी भी कोशिश कर लो, वो नहीं डरेगा , वो सत्य है वो कभी नहीं छुपेगा। फिर क्यों झूठ प्रपंच में... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता 3 109 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read मेरी कल्पना मेरा आसमां तुम ,तुम ही मेरी ज़मी, फिर मुझे किस बात की है कमी । हर दम हर पल साथ है, एक दूजे के खास हैं ,फिर भी न जाने... Poetry Writing Challenge-2 2 117 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read बडी बहन वो मां के जैसी ही तो है उसकी हर डांट वैसे ही तो है । उसकी सीख उसके संस्कार ,कैसे रहना है इस दुनिया में वही तो सिखाती है ,... Poetry Writing Challenge-2 1 195 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सत्य वो कभी नहीं बदलेगा, वो कभी नहीं हारेगा, चाहे कितनी भी कोशिश कर लो, वो नहीं डरेगा , वो सत्य है वो कभी नहीं छुपेगा। फिर क्यों झूठ प्रपंच में... Poetry Writing Challenge-2 2 77 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सवाल आओ एक सवाल पूछे हम अपने आप से । सब कुछ होने के बाद भी क्या हम खुश हैं ,शांत है अपने अंतर्मन मन से । क्यों एक बेचैनी सी... Poetry Writing Challenge-2 2 99 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read परिवर्तन देखते ही देखते धूप छांव में बदल जाती है । जो चीज है अपनी वो पराई बन जाती है । परिवर्तन प्रकृति का नियम है ,शायद इसीलिए इंसानों की भी... Poetry Writing Challenge-2 2 74 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read उम्मीद कौन कहता है हारकर इंसान टूटते हैं हम तो हारकर भी रोज अपने आप से लड़ते हैं पर होने से कुछ नहीं होता हौसले भी तो चाहिए , हम तो... Poetry Writing Challenge-2 1 95 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read नन्हा बालक बरसात का मौसम जब आता है सबके चेहरे पर खुशी लेकर आता है पड़ती है जब नन्ही नन्ही फुहारे तो मन प्रफुलित हो जाता है ना जाने क्या-क्या सपने सजा... Poetry Writing Challenge-2 2 71 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read खूबी हर खूबी हो मुझमें ये जरूरी तो नही। मगर जितनी है वो कम भी तो नहीं, काश ये मिल जाता काश वो मिल जाता, निकालकर इस फेर से व्यर्थ कुंठाओं... Poetry Writing Challenge-2 1 85 Share Ruchi Sharma 19 Feb 2024 · 1 min read सिलसिला क्या इस बदलती दुनिया के साथ, मुझे भी बदलना पड़ेगा। दिल में कुछ और जुबान पर कुछ और , ये सिलसिला रखना पड़ेगा । अपना अपना सबको कहना ,पर दिल... Poetry Writing Challenge-2 1 83 Share Ruchi Sharma 16 Feb 2024 · 1 min read मानवता मानव होकर हम मानवता भूले , यह जाकर हम किसको बोले । ,प्रतिस्पर्धा की दौड़ में मची हुई एक होड़ , स्वार्थ बस हम ना जाने किस-किस को पीछे छोड़े,... Poetry Writing Challenge-2 1 98 Share Ruchi Sharma 12 Feb 2024 · 1 min read वादा चलो एक वादा करते है आज अपने आप से , के दिल ना दुखे किसी का हमारी बात से। जिंदगी भर ख्याल रखेंगे उसका , जिसने प्यार किया हमे निस्वार्थ... Poetry Writing Challenge-2 2 129 Share Ruchi Sharma 8 Feb 2024 · 1 min read विदाई ऊपर वाले , क्या बेटी की तकदीर बनाई। जन्म लेते ही पराया धन कहलाई , ससुराल में जाते ही, सुना अपने घर से क्या सीखकर आई न इस घर की,... Poetry Writing Challenge-2 1 64 Share Ruchi Sharma 5 Feb 2024 · 1 min read मुस्कुराहट हर बात पे मुस्कुरा देते ,हर जगह मुस्कुरा देते, अगर मुस्कुराने से मिट जाते सारे गम , तो यूँ ही सारे गम मिटा देते। ग़मो मे भी जो मुस्कुराने की... Poetry Writing Challenge-2 1 78 Share Ruchi Sharma 31 Jan 2024 · 1 min read माँ मेरी मां मेरी परछाई है हर मुसीबत में वो दीवार बनकर सामने आई है, हर परेशानी मुझ तक आते-आते रुक जाती है ,हर संकट की घड़ी टल जाती है, क्योंकि... Poetry Writing Challenge-2 1 98 Share Ruchi Sharma 30 Jan 2024 · 1 min read मोबाईल वो भी क्या दिन थे जब हम तुम बिन थे। दिन हो या रात चारों और था , सुकून का साथ बात हो गई वो अब बीते ज़माने की, अब... Poetry Writing Challenge-2 1 73 Share Ruchi Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read जरूरी तो नही हर वक्त साथ रहे ये जरूरी तो नही प्यार है बहुत पर जताये ये जरूरी तो नही। ये एहसासो के रिश्ते है, दिल से दिल की बाते है । हर... Poetry Writing Challenge-2 1 81 Share Ruchi Sharma 29 Jan 2024 · 1 min read ऐतबार ना शिकवा किया ना शिकायत ,किया तो बस सब्र किया अपने हिस्से का हर फर्ज अदा किया l सुना है के , कायनात सुनती है सच्चाई को, सच्चे दिल की... Poetry Writing Challenge-2 1 72 Share Ruchi Sharma 26 Jan 2024 · 1 min read कलम मेरी सच्ची साथी, मेरी हमदम, हर पल मेरे साथ, फिर पास ना कोई गम l कितना भी वक्त गुजारो उसके साथ, लगता है कम l मन के हर जख्म भर... Poetry Writing Challenge-2 82 Share Ruchi Sharma 25 Jan 2024 · 2 min read डिप्रेशन जिंदगी के सफर की कैसी वो मस्ती थी, बहुत कुछ सहने के बाद भी मिटती ना हस्ती थी। परिवार के नाम पर हम दो हमारे दो ना थे , दादा-दादी... Poetry Writing Challenge-2 1 80 Share Ruchi Sharma 25 Jan 2024 · 1 min read दुःख ऐ दुःख देखे तुझे तेरी उम्र कितनी है । कभी ना कभी तो तेरा अंत होगा ,आखिर कब तक तू मेरा साथ देगा ,कब तक मेरा साथ नहीं छोड़ेगा कब... Poetry Writing Challenge-2 1 85 Share Ruchi Sharma 25 Jan 2024 · 1 min read नारी लिख सकू तो क्या लिखूं तुम पर हे नारी, कभी पड़ जाती हो सब पर भारी कभी खड़ी रहती हो बन बेचारी। कभी बन कल्पना चावला उड़ाती हो विमान कभी... Poetry Writing Challenge-2 1 86 Share Ruchi Sharma 24 Jan 2024 · 1 min read बेटी हर रोज जो संस्कारों का घूंट है, पीती क्या उसी का नाम है बेटीl सागर की तरह है वो गहरी, ना जाने कितने दुख तकलीफ है हर रोज सहती फिर... Poetry Writing Challenge-2 1 76 Share Ruchi Sharma 23 Jan 2024 · 1 min read मन की बात रहे बहुत सलीके से ज़माने के तरिके से , अब खुद से मिला जाए । बहुत सुन लिया सबका , अब अपने मन का भी कुछ कर लिया जाए। अब... Poetry Writing Challenge-2 131 Share Ruchi Sharma 23 Jan 2024 · 1 min read मुलाकात कुछ इस तरह से यू हमारी मुलाकात हो गई ,ना कुछ कहा बस इशारों इशारों मे बात हो गई l उसने मुझे मैंने उसे देखा बस मुलाकात हो गई l... Poetry Writing Challenge-2 1 85 Share Ruchi Sharma 23 Jan 2024 · 1 min read राम उत्सव जिस गली से गुजरे राम भक्त , उन गलियों को तुम सजा देना। क्या पता किस रूप मे आ जाए भगवन् ,तुम उनका सत्कार कर लेना। महका देना तुम गलियों... Poetry Writing Challenge-2 1 139 Share Ruchi Sharma 22 Jan 2024 · 1 min read राम दिवाली वो त्रेता था अब है, कलियुग की बारी जिसमे हुई है राम जी के घर वापसी की भव्य तैयारी । फर्क बस इतना है पहले वन से आये थे, अब... Hindi 2 1 111 Share Ruchi Sharma 21 Jan 2024 · 1 min read श्री राम उत्सव जिस गली से गुजरे राम भक्त , उन गलियों को तुम सजा देना। क्या पता किस रूप मे आ जाए भगवन् ,तुम उनका सत्कार कर लेना। महका देना तुम गलियों... Hindi · कविता 10 5 169 Share Ruchi Sharma 3 Dec 2023 · 1 min read कलम मेरी सच्ची साथी, मेरी हमदम हर पल मेरे साथ , फिर पास ना कोई गम l कितना भी वक्त गुजारू उसके साथ, लगता है कम मन के हर जख्म भर... Hindi · कविता 5 2 189 Share Ruchi Sharma 2 Sep 2023 · 1 min read सब्र ना शिकवा किया ना शिकायत ,किया तो बस सब्र किया अपने हिस्से का हर फर्ज अदा किया l सुना है के , कायनात सुनती है सच्चाई को, सच्चे दिल की... Poem 2 233 Share Ruchi Sharma 2 Sep 2023 · 1 min read शख़्सियत अपनी शख़्सियत पर ना यू गुमान करो मिली है जिनकी वजह से ये जिंदगी नमन उनको बारंबार करो l वो जिंदगी का सार है, आधार है माता- पिता हमारी पहचान... Poem 3 270 Share Ruchi Sharma 14 Sep 2022 · 1 min read ऐतबार वो हर रोज ये कारोबार करते है सामने प्यार , और पीठ पीछे वॉर करते है अच्छा चल रहा उनका ये धंधा क्योंकि लोग उन पर एतबार करते है रुचि... Hindi · कविता 4 281 Share Ruchi Sharma 13 Sep 2022 · 1 min read हिन्द की बिंदी लो आ गया वो दिन ,आज फिर मेरी याद आई अखबारों में लिखकर, मंचो पर बोलकर सबने वाह ,वाह पाई बस एक दिन के लिये मेरी याद आई। कितनी सुंदर... Hindi · Hindi Poem · Poem 8 5 236 Share Ruchi Sharma 10 Oct 2021 · 1 min read मन ।।मन।। कुछ पल फुरसत के निकालो तो सही, पल दो पल पास बैठो तो सही। कुछ शिकवों का उधार कर लेंगे, कुछ का नकद हिसाब कर देंगे, अपने मन की... Hindi · कविता 4 5 493 Share Ruchi Sharma 5 Oct 2021 · 1 min read विदाई ऊपर वाले क्या बेटी की तकदीर बनाई। जन्म लेते ही पराया धन कहलाई , ससुराल में जाते ही, सुना अपने घर से क्या सीखकर आई न इस घर की, न... Hindi · कविता 3 5 590 Share Ruchi Sharma 14 Sep 2021 · 1 min read मेरी भाषा ।।मेरी भाषा।। मेरी बोली मेरी पहचान है, क्योकि ये अंनत ओर अपार है। साहित्य से भरा इसका भंडार है, रस छन्दों ने किया इसका श्रृंगार है। गद्य और पद्य में... Hindi · कविता 7 4 428 Share Ruchi Sharma 13 Aug 2021 · 1 min read आज़ादी का अमृत ।।आजादी का अमृत।। वो मरकर भी जिंदा अपना नाम कर गए , क्या खूब था उनका जलवा, खुद कष्ट सह कर हमे खुशहाल कर गए, खुद पिया गुलामी का विष,... Hindi · कविता 5 4 616 Share Ruchi Sharma 8 Jul 2021 · 1 min read अब क्या बाकी है ।।अब क्या बाकी है।। अब और क्या बदलेगा, क्या बदलना बाकी है, ना आबो हवा, पहले सी रही, ना बचा आंख में, शर्म का पानी हैं। ना रिश्तों की मर्यादा,... Hindi · कविता 8 5 446 Share Ruchi Sharma 20 Jun 2021 · 1 min read पिता ।।पिता।। यूं तो दुनिया मे सभी रिश्ते खास होते है, कोई दूर कोई, पास होते है, मगर जिंदगी के हर मोड़ पर पिता साथ होते है। पिता के लिये नही,... Hindi · कविता 8 3 369 Share Ruchi Sharma 14 Jun 2021 · 1 min read बारिश ।।बारिश।। वो रिम-झिम, बरसती बारिश, जैसे कुछ तान सुनाती हो बारिश, वो बचपन की मस्ती, वो कागज की कश्ती, फिर से याद दिलाती है, बारिश। वो बेफिक्र होकर, बारिश में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 19 24 579 Share Ruchi Sharma 2 May 2021 · 1 min read प्रार्थना ऐ मेरे मालिक थोड़ा सा रहम कर , थोड़ी समझदारी हम दिखाए , थोड़ा सा कहर तू कम कर। ना यू लोगो के घर वीरान हो, ना चारो ओर ये... Hindi · कविता 4 2 649 Share Ruchi Sharma 23 Apr 2021 · 1 min read किताब ।।किताब।। किसे है मेरा शौक, हाथो में है सबके फोन। कभी प्यार में धोखा, कभी असफलता का रोना, उलझे रहते है इसी में, ना दिन में सुकून ना रातो को... Hindi · कविता 10 3 602 Share Ruchi Sharma 9 Mar 2021 · 1 min read खुशी गुज़र जाएगा ये वक्त भी, जो तेरे बिन कटता नही, बस तुझसे एक गुज़ारिश है, के अब तू मेरा कभी होना नही। बड़ी मुद्दतो से थी आरज़ू, के तुझसे दूर... Hindi · कविता 3 1 351 Share Ruchi Sharma 2 Mar 2021 · 1 min read ।।आत्म-सम्मान।। झुककर चलने की नहीं आदत हमारी, यही तो है पहचान हमारी। आत्मसम्मान से बढ़कर, कोई दौलत, कोई शौहरत नहीं, यही तो है जान हमारी। कैसे झुक जाए वो किसी के... Hindi · कविता 3 726 Share Ruchi Sharma 22 Feb 2021 · 1 min read मुझे याद रखना जा रही हूं तुम से दूर, मेरा गम ना करना। जिंदगी किसी के लिये नही रुकती, तुम मेरे लिये मत रुकना। जिंदगी के किसी मोड़ पर मुलाकात तो होगी, बस... Hindi · कविता 2 650 Share Ruchi Sharma 14 Jan 2021 · 1 min read अन्नदाता ये किसान नही, अन्नदाता है हमारा, ये भाग्य विधाता है हमारा। मत इस पर लाठी डंडो से प्रहार करो, इनका तुम सम्मान करो। कितनी ही धन दौलत जोड़ो, सोना चांदी... Hindi · कविता 8 4 550 Share Ruchi Sharma 8 Jan 2021 · 1 min read ।।करोना तुझे हराना है।। बहुत रह लिये घर में अब, बहुत हो गया नुकसान हमारा, अब घर से बाहर जाकर, सुरक्षा को अपनाकर, अपने काम पर वापस जाना है। हर रोज तुझसे लड़कर जीत... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 24 21 638 Share