rajesh Purohit Tag: कविता 27 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid rajesh Purohit 29 Jun 2019 · 4 min read पुस्तक समीक्षा पुस्तक समीक्षा कृति:- हिन्दी लेखन अभ्यास पुस्तिका लेखक:- अब्दुल कलीम खाँ अध्यापक,राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय सेवली(सीकर) राजस्थान प्रकाशक:- नवोदय क्रांति परिवार पृष्ठ:- 36 समीक्षक:- राजेश कुमार शर्मा"पुरोहित" हमारे देश के... Hindi · कविता 969 Share rajesh Purohit 28 Jun 2019 · 2 min read समाचार समाचार *विलक्षणा का सम्मान समारोह 14 जुलाई को रोहतक में होगा* *हरियाणा के शिक्षा मंत्री के कर कमलों से होगा देश की ख्यातिनाम विभूतियों का सम्मान* *कवि राजेश पुरोहित सहित... Hindi · कविता 287 Share rajesh Purohit 27 Jun 2019 · 2 min read लघुकथा:- आकर्षण लघुकथा आकर्षण ******** - राजेश कुमार शर्मा"पुरोहित" कहानीकार संगीता की ससुराल में सब अमन चैन था । खाता पीता परिवार था। समाज मे अच्छी इज्जत थी। उसके ससुर जीतमल जी... Hindi · कविता 507 Share rajesh Purohit 24 Jun 2019 · 1 min read कविता:- शब्द ब्रह्म है शब्द ब्रह्म है ********** शब्द तो ब्रह्म है, शब्द शब्द में प्राण है। शब्द लक्षित होते, शब्द ही विज्ञान है।। शब्द से लिखी रामायण ,गीता पुराण है। शब्द को जो... Hindi · कविता 714 Share rajesh Purohit 3 Oct 2018 · 1 min read कविता वन्य प्राणी संरक्षण जंगल सारे ही तुम काटे जा रहे हो। अरे भाई ये तुम ये क्या कर रहे हो।। बस रही है बस्तियाँ खेतों में यहाँ। वन्य प्राणियों का... Hindi · कविता 1 2 3k Share rajesh Purohit 3 Oct 2018 · 1 min read कविता धन सब झगड़े होते आज धन के लिए जिसके पास है ज्यादा वह धनी है साम दाम दण्ड भेद से धन पाना रिश्तों को रख ताक में धन लाना धन... Hindi · कविता 233 Share rajesh Purohit 3 Sep 2018 · 1 min read कविता श्रीकृष्ण जन्म पर खास प्रस्तुति रास रचैया कृष्ण ************* कारागार में जन्म लियो हरि। अष्टम पुत्र देवकी को जायो।। पूतना को भी उद्धार कियो। जहारीलो वालो दूध पिलायो।। सगळी बहना... Hindi · कविता 299 Share rajesh Purohit 2 Sep 2018 · 1 min read कविता राष्ट्रसंत मुनि तरुण सागर महाराज को समर्पित महावीर के सिद्धांतों को जिसने जग में फैलाया। दिगम्बर रह कर जीवन में सच्चा संत कहलाया।। तन पर न कोई वस्त्र रखा रखी... Hindi · कविता 478 Share rajesh Purohit 9 Aug 2018 · 1 min read कविता क्या हम आजाद है... आज भी हम अंधविश्वास अन्धश्रद्धा में लूट रहे तांत्रिक नकली संत देखो अस्मत लूट रहे बेरोजगारी से दुखी नारी उत्पीड़न से दुःखी गरीबी से दुखी आज... Hindi · कविता 455 Share rajesh Purohit 13 May 2018 · 1 min read कविता माँ की महिमा कलम लिख नहीं सकती माँ की महिमा इतनी गहरी माँ की सेवा जन्नत का द्वार माँ के चरणों मे होता उद्धार माँ की पूजा घर- घर होती... Hindi · कविता 625 Share rajesh Purohit 2 May 2018 · 1 min read कविता किसान आओ श्रमवीर और गंभीर भारत के तुम हो किसान शीत ताप वर्षा सहते तुम सहते आंधी और तूफान संघर्षों से ही जीवन जीते दूर करते मन का अज्ञान खेतों... Hindi · कविता 260 Share rajesh Purohit 5 Apr 2018 · 1 min read कविता आरक्षण की आग आरक्षण की आग में जातियाँ झुलस रही बंद, हड़ताल, प्रदर्शन से जनता तरस रही भारत की एकता अखण्डता कैसे रहे अब जाति, धर्म के झगड़ों में लाठियाँ... Hindi · कविता 528 Share rajesh Purohit 30 Mar 2018 · 1 min read कविता धरती राजस्थान की कण कण जिसका यश गाता वह धरती राजस्थान की..... राणा प्रताप से स्वाभिमानी पन्ना जैसी स्वामिभक्त यहाँ भामाशाह से हुए दानी जहाँ वह धरती राजस्थान की..... पद्मनी... Hindi · कविता 276 Share rajesh Purohit 19 Mar 2018 · 1 min read कविता हकीकत अक्सर गरीबों को लड़ते झगड़ते देखा है। रोटी के लिए बच्चों को बिलखते देखा है।। नवयुवकों को बन ठन के संवरते देखा है। नशे में मदमस्त लोगों को बहकते... Hindi · कविता 1 1 410 Share rajesh Purohit 8 Mar 2018 · 1 min read कविता अग्नि परीक्षा कल्पना चावला सी बेटियाँ अंतरिक्ष मे सफर करती है इंदिरा सी होती है बेटियाँ राजनीति में नाम करती है पी टी उषा बन दौड़ लगाती देश का नाम... Hindi · कविता 268 Share rajesh Purohit 23 Feb 2018 · 1 min read कविता नन्ही दुल्हन छोटी सी उम्र में दुल्हन बनी हल्दी भी लगी मेंहन्दी रची न कोई रिश्ते नाते समझी न कोई रीति रिवाज जानी रोज घर के आगे गीत संगीत ढोल... Hindi · कविता 471 Share rajesh Purohit 6 Feb 2018 · 1 min read कविता फागुन आयो ********** अलविदा बसंत फागुन आयो रंग बिरंगी संग होली लायो चंग ढप ढोल डफली बजी ढोल की थाप पर नाचे नर नार रे टेसू के फूल खिले रंग... Hindi · कविता 441 Share rajesh Purohit 25 Jan 2018 · 1 min read कविता फल फूलों से भरा बसंत हो ********************* देश में भ्रष्टाचार का अंत हो। फल फूलों से भरा बसंत हो।। लुटे नहीं दिन दहाड़े कोई भी। न ही जगत में नकली... Hindi · कविता 462 Share rajesh Purohit 7 Jan 2018 · 1 min read कविता विकसित हिंदुस्तान **************** आओ विकसित देश बनाएँ विज़न दो हज़ार बीस अपनाएं सुंदर प्रकृति को हम बचाएं गीत खुशी के मिलकर गाएँ मरुस्थल के हम शूल हटाएँ श्रम कर हम... Hindi · कविता 446 Share rajesh Purohit 2 Jan 2018 · 1 min read कविता कविता हमें जान से प्यारा है भारत प्यारा वतन हमारा हमें जान से प्यारा है तीन रंग का तिरंगा हमारा हमें जान से प्यारा है गंगा की निर्मल धारा सबके... Hindi · कविता 456 Share rajesh Purohit 25 Dec 2017 · 1 min read कविता भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर मेरी रचना बहुमुखी प्रतिभा के धनी अटल बिहारी है। राजनीति के सरताज अटल बिहारी है।। कवि ह्रदय लिखते रहे... Hindi · कविता 435 Share rajesh Purohit 24 Dec 2017 · 1 min read कविता कविता प्रतिस्पर्धा देखते हो आप हर जगह एक प्रतिस्पर्धा हर कोई आगे निकलना आगे बढ़ना चाहता है इसके लिए दिन रात सुबह शाम दौड़ रहा लगातार चल रहा एक अंधी... Hindi · कविता 596 Share rajesh Purohit 20 Dec 2017 · 1 min read कविता शाश्वत सत्य:- जिंदगी ये तन हाड़ मांस का पुतला क्षण भंगुर इसके रूप अनेक सुंदरता कुरूपता गुण अवगुण सारे बालपन युवा किशोर बुजुर्ग किश्तों में गुजरता ये जीवन कभी यश... Hindi · कविता 392 Share rajesh Purohit 22 Oct 2017 · 1 min read गीत वन्दे मातरम वन्दे मातरम वन्दे मातरम गान करो आज़ादी के नारे का मिलकर गुणगान करो सुभाष आज़ाद भगत बिस्मिल अशफाक सभी को याद करो जिनके बलिदानों से आज हम आजाद... Hindi · कविता 304 Share rajesh Purohit 22 Oct 2017 · 1 min read कविता दीप तुम जलते रहो,अंधकार हरते रहो। नव उल्लास के साथ नई राह चलते रहो।। मंजिले करीब है दुश्मनों से लड़ते चलो। काम क्रोध लोभ मोह से नित भिड़ते रहो।। सत्य... Hindi · कविता 486 Share rajesh Purohit 22 Oct 2017 · 1 min read दोहे 1.सप्ताह का दिन रविवार,काम होते है हज़ार। घर परिवार में गुज़ार, खुशियां मिले अपार।। 2.मौज सभी मिलकर करो,आया फिर रविवार। अपनो से बातें करो,खुशी गम की हज़ार।। 3.नारे झूठे लगा... Hindi · कविता 284 Share rajesh Purohit 18 Oct 2017 · 1 min read कविता वनवास पूर्ण हुआ राम अवध आये अमावस की रात उजियाला हुआ राम लौट आये घर रोशन हुए कतारें दियों की सजी धजी है हर और उमंग नव उल्लास रामराज आया... Hindi · कविता 238 Share