Ravindra K Kapoor Tag: कविता 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ravindra K Kapoor 22 Aug 2020 · 3 min read काली रात में बबूल के पेड़ की सुंदरता - काली रात में बबूल के पेड़ की सुंदरता - .. मैं अविभूत था, बबूल के फूलों की, सुंदरता को देख कर; इसी वर्षा ऋतु के मौसम में, एक घने बादलों... Hindi · कविता 2 1 321 Share Ravindra K Kapoor 26 Nov 2019 · 1 min read बच्चों के लिए एक लघु कविता बच्चों के लिए एक लघु कविता . ऐसे आ जाती है, ये प्यारी चिड़या, जल के भी अंदर, दूर लक्ष्य तक, अपने भोजन को, पाने को, ये, और बिना डरे... Hindi · कविता 1 1 905 Share Ravindra K Kapoor 26 Nov 2019 · 1 min read लुप्त वनों और प्रकृति के लिए एक कविता लुप्त वनों और प्रकृति के लिए एक कविता काश कि ऎसी रेल गाड़ी होती पेड़- पौधों के बीच, वो चलती मैं खिड़की वाली, सीट पे होता जब वो सीटी देकर,... Hindi · कविता 1 1 364 Share Ravindra K Kapoor 23 Jun 2019 · 3 min read एक दादा द्वारा अपने पोते को लिए लिखा एक काव्यात्मक पत्र। हिंदी और अंग्रेजी में. एक दादा द्वारा अपने पोते को लिए लिखा एक काव्यात्मक पत्र। अंग्रेजी और हिंदी में. . प्रिय नन्हें वेद, अब तुम कुछ बड़े हो गए हो और समझदार भी पर... Hindi · कविता 1k Share Ravindra K Kapoor 12 Feb 2019 · 2 min read वसंत के आगमन पर वसंत के आगमन पर - On the arrival of Spring - in Hindi & English सहमी सी वसंत ऋतु थी, सोच रही, कहाँ किसे लुभाऊँ, अपनी मादकता से, हर कोई... Hindi · कविता 1 440 Share Ravindra K Kapoor 14 Mar 2018 · 3 min read किसानों के लिए एक कविता किसानों के लिए एक कविता . कैसी विडम्बना है यह भारत एक विश्व शक्ति बन रहा है और हमारे किसान विवश है अपने जीवन को समाप्त करने के लिए, भूखे... Hindi · कविता 327 Share Ravindra K Kapoor 6 Sep 2017 · 2 min read मेरा शहर कानपुर – कुछ यादों की पंखुड़ियाँ। 01 मेरा शहर कानपुर – कुछ यादों की पंखुड़ियाँ। 01 बहुत मिस करता हूँ ओ मेरे शहर कानपुर बहुत सुकून पाता हूँ तेरे करीब आकर वो गलियां, वो सड़कें, वो पत्थर... Hindi · कविता 628 Share Ravindra K Kapoor 2 Sep 2017 · 4 min read एक प्रार्थना देश के किसानों के लिए एक प्रार्थना देश के किसानों के लिए . हे ईश्वर इस सुन्दर शस्य श्यामलां भूमि को क्या हो गया वो जल जो यहां कल तक हर गांव - गली, मैदानों... Hindi · कविता 699 Share Ravindra K Kapoor 1 Sep 2017 · 7 min read अंतिम अनुष्ठान अंतिम अनुष्ठान - In Hindi & English also . . जब जीवन उससे दूर चला गया उसका शरीर एक निवास बन गया स्थायी शांति का नीरवता और मौन का उन... Hindi · कविता 708 Share Ravindra K Kapoor 2 Jan 2017 · 1 min read बेटियाँ - एक कविता / गीत बेटियाँ - एक कविता / गीत ॰ मैना जैसी - होती है बेटी बोली से ही - मन हर लेती है घर आँगन - फुदक फुदक कर हर किसी को... Hindi · कविता 947 Share Ravindra K Kapoor 1 Jan 2017 · 1 min read एक स्त्री मन की संवेदना- लघु काव्य एक स्त्री मन की संवेदना- लघु काव्य “इतनी भी नहीं तन्हा मैं कि तुम्हें भी याद न कर पाऊँ दूर क्षितिज पर ढूंढ रहीं तुम्हारी ही परछाईं देखो तो वहाँ... Hindi · कविता 403 Share Ravindra K Kapoor 28 Nov 2016 · 1 min read एक सुन्दर नव पुष्प को संबोधित - कविता कितनी बार, मैंने तुम्हारी ओर देखा, कितनी बार- मैंने तुम्हें स्पर्श की कोशिश की हर बार, जब भी मैंने ऐसा किया, मैं रोमांचित हो उठा, तुम्हारे रंगों की सुंदरता से,... Hindi · कविता 499 Share