Ritu Asooja 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Ritu Asooja 11 Feb 2024 · 1 min read बरकत का चूल्हा हर घर में रोज जले बरकत का चूल्हा प्रेम ,अपनत्व का सांझा चूल्हा ** मां तुम जमा लो चूल्हा मैं तुम्हें ला दूंगा लकड़ी अग्नि के तेज से तपा लो... Poetry Writing Challenge-2 141 Share Ritu Asooja 11 Feb 2024 · 1 min read स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना *स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना यही एक लेखक की इबादत होती है हर तरफ खूबसूरत देखने की एक सच्चे लेखक की आदत होती है *** अन्याय, अहिंसा, भेदभाव, देख... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 108 Share Ritu Asooja 11 Feb 2024 · 1 min read स्वयं अपने चित्रकार बनो चित्रकार तुम स्वयं ही अपने चित्रकार चल संवार अपना भाग्य संवार अच्छी सोच सभ्य आचरण एवं कर्मठता के प्रयासों से दे स्वयं के जीवन को सुन्दर आकार योग्यता अपनी-अपनी बुद्धि,... Poetry Writing Challenge-2 130 Share Ritu Asooja 11 Feb 2024 · 1 min read चित्रकार की खूबसूरती *एक ख्याति प्राप्त खूबसूरत, चित्र जिसे देख सब मंत्रमुग्ध हो उसे निहार रहे थे। चित्र और चित्रकार की चित्रकारी के कसीदे पड़े जा रहे थे। चक्षुओं का क्या कहना नजरें... Poetry Writing Challenge-2 133 Share Ritu Asooja 11 Feb 2024 · 1 min read खूबसूरत देखने की आदत *ख़ूबसूरत देखने की आदत** *स्वर्ग से सुंदर समाज की कल्पना यही एक लेखक की इबादत होती है* हर तरफ़ ख़बसूरत देखने की एक सच्चे लेखक की आदत होती है *... Poetry Writing Challenge-2 81 Share Ritu Asooja 10 Feb 2024 · 1 min read मीठा सीधा सरल बचपन *मीठा,सरल,सीधा बचपन बच्चे थे तो अच्छे थे आसमान से भी ऊंचे सपने थे दादी,नानी से किस्से सुनते थे वीरों के पराक्रम और महापुरूषों प्रेरक प्रसंग नैतिकता का देते परिचय बन... Poetry Writing Challenge-2 106 Share Ritu Asooja 10 Feb 2024 · 1 min read सरल स्वभाव मीठी वाणी *सरल स्वभाव मीठी वाणी , आध्यमिकता के गूंजते शंख नाद यहाँ अनेकता में एकता का प्रतीक मेरा भारत देश महान , विभिन्न रंगों के मोती हैं ,फिर भी माला अपनी... Poetry Writing Challenge-2 122 Share Ritu Asooja 10 Feb 2024 · 1 min read जिन्दा हूं जीने का शौक रखती हूँ *जिन्दा हूं जीने का शौक रखती हूँ शक्सियत मेरी मिट्टी ही सही अपने विचारों के माध्यम से आप सबके दिलों में जगह बनाने की भरकस कोशिश करती हूं*... सफर पर... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 46 Share Ritu Asooja 9 Feb 2024 · 1 min read ए चांद कुछ तो विषेश है तुझमें ए चांद कुछ तो विषेश है तुझमें जिसने देखा अपना रब देखा तुझमें सुहागन का वरदान हो भाईदूज का चांद हो ईद का पैगाम हो चाहने वालों का अरमान हो... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 68 Share Ritu Asooja 9 Feb 2024 · 1 min read अच्छाई *अच्छाई तो अच्छाई है बुराई के काले बादल आते हैं छंट जाते हैं अच्छाई का सूरज शाश्वत दृढ टिके रहता है अपने अस्तित्व के साथ * *समुद्र में कंकङ भी... Poetry Writing Challenge-2 58 Share Ritu Asooja 9 Feb 2024 · 1 min read जीवन में रस भरता है संगीत *जीवन में रस भरता है संगीत आओ मिलकर सुरीले गीत गायें आओ सुर से सुर मिलायें सुन्दर ताल पर सुमधुर धुन बजायें रियास की ओर कदम बढायें चलना होगा कदम... Poetry Writing Challenge-2 1 78 Share Ritu Asooja 9 Feb 2024 · 1 min read आओ थोड़ा मुस्करायें हम आओ प्रकृति संग अपना वक्त बितायें हम आओ पुष्पों संग - संग थोड़ा मुस्करायें हम प्रकृति को निहारें ..प्रकृति के दिलकश सौन्दर्य में खो जाये हम आओ थोङा मुस्करायें हम... Poetry Writing Challenge-2 63 Share Ritu Asooja 8 Feb 2024 · 1 min read *खूबसूरती* *जिंदगी इतनी खूबसूरत हो सकती है , किसे पता था। मैंने प्रेम की जोत जलाई तो सारा जहाँ रोशन हो गया। जब नफ़रत के बीज थे तब कांटे -ही कांटे... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 139 Share Ritu Asooja 8 Feb 2024 · 1 min read बहाव संग ठहराव जीवन में आगे बढने के लिए बहाव संग ठहराव भी जरुरी है देने की चाह से कर्म प्रारम्भ करिये मिलने की प्रक्रिया स्वतः सिद्ध होती जायेगी डर के आगे जीत... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 63 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read आंखे *आँखें ही तो हैं ,जो सुन्दरता को पढ़ती हैं ,सुन्दर -सुन्दर विचारों को गढ़ती हैं “ *कवि, लेखकों की आँखें प्रकृति की सुन्दरता को निहारती हैं मन मंदिर में पनपते... Poetry Writing Challenge-2 117 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read सुनहरी भाषा परिचय मेरा बस यही निशब्द, शब्दों की सुनहरी भाषा छोटी सी डिबिया में बङी अभिलाषा खुलते ही डिबिया निकले बङी -बङी आशा निशब्द, शब्दों की सुनहरी भाषा कही पर अनकही... Poetry Writing Challenge-2 97 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read मैं एक महाकाव्य बनना चाहूंगी *मैं एक किस्सा नहीं, एक महाकाव्य बनना चाहूँगी बातें बड़ी ही सही,परन्तु सागर की स्याही, कलम मैं खुद बनना चाहूँगी * *आयी हूँ दुनियां में तो कुछ करके जाऊंगी सुंदर... Poetry Writing Challenge-2 · Poem 143 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read मोहब्बत के तराने *जीवन की दौड़ में मोहब्बत वो दवा है जो हर रिश्ते पर मरहम लगा उसको सवाँरती है । मोहब्बत ही तो हर मनुष्य का वास्तविक स्वभाव है* *कुछ गीत सुहाने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 61 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read सौन्दर्य *सौन्दर्य तो बस भीतर है बाहर तो सब आकर्षण बाहर का आवरण है* प्रकृति स्वयं एक वृहद श्रृंगार है वसुंधरा का प्रकृति स्वयं में पूर्ण है.. सुमन,समुंदर सरोवर वृक्ष,पर्वत, झरने... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 1 52 Share Ritu Asooja 7 Feb 2024 · 1 min read मौन की भाषा *बहुत बोलता रहा अभी तक किसी ने कुछ नहीं सुना या यूं कहिए सुनना ही नहीं चाहा अब मैंने मौन धारण कर लिया है* जब से मैंने मौन धारण किया... Poetry Writing Challenge-2 · Poem · कविता 92 Share Ritu Asooja 6 Feb 2024 · 1 min read मेरा आशियाना निकला जाता हूं अक्सर घर से कहीं दूर दिल को बहलाने को कुछ पल सूकून के पाने को दुनिया भर के झंझटों से आजाद हो जाने को बेफिक्र परिंदा बन... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 109 Share Ritu Asooja 6 Feb 2024 · 1 min read विचार बड़े अनमोल विचार बड़े अनमोल होते विचार ही भाग्य बनाते हैं विचार ही भाग्य बिगाड़ते हैं जिव्हा पर आने से पहले विचार मस्तिष्क में पनप जाते हैं, विचारों का आकार होता है... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 67 Share Ritu Asooja 6 Feb 2024 · 1 min read विचार बड़े अनमोल विचार बड़े अनमोल होते विचार ही भाग्य बनाते हैं विचार ही भाग्य बिगाड़ते हैं जिव्हा पर आने से पहले विचार मस्तिष्क में पनप जाते हैं, विचारों का आकार होता है... Hindi · कविता 88 Share Ritu Asooja 6 Feb 2024 · 1 min read (कविता शीर्षक) *जागृति की मशाल* *नए युग का नया सवेरा स्वर्णिम सपनों का अद्भुत मेला मन अलबेला देखे स्वर्णिम युग का नित्य नूतन सवेरा* *मन में भावनाओं का गहरा समुंदर जिसमे विचारों का अद्वितीय खजाना... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 65 Share Ritu Asooja 22 Aug 2019 · 2 min read श्री कृष्ण जन्मोत्सव की शुभकामनाएं श्री कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व ...... मंदिरों में जगह -जगह श्री कृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां पूरी जोरों पर थीं। बाल गोपाल श्री कृष्ण जन्म के पर्व के लिए बाजारों में... Hindi · लेख 645 Share Ritu Asooja 4 Nov 2018 · 1 min read ****मां***** *** *** मां ***** शब्दों में बांध सकूं ,मेरी इतनी औकात नहीं *मां *सिर्फ शब्द नहीं , *मां *अनन्त ,अद्वितीय ,अतुलनीय है *मां *धरती पर परमात्मा का वरदान है। *मां... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 33 824 Share Previous Page 2