Dr. Meenakshi Sharma 30 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Meenakshi Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read भाव तब होता प्रखर है कंठ तब होता मुखर है। भाव जब होता प्रखर है। भीतर बवंडर डोलता है, और हृदय ये बोलता है, टीस हर अपनी छुपा ले, सिसकियां गहरी दबा ले, वेदना आँखों... Poetry Writing Challenge · कविता 3 297 Share Dr. Meenakshi Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read नारी है तू अपने जीवन को दिशा खुद दे कि अधिकारी है तू। गर्व से कहना सृजक है जननी है नारी है तू।। अपने तन की मिट्टी से जीवन रचा करती है तू,... Poetry Writing Challenge · कविता 3 542 Share Dr. Meenakshi Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read अगनित अभिलाषा एक जीवन अगनित अभिलाषा पता था तुझको जाना निश्चित, दिशा अपरिचित तिथि अनिश्चित, फिर भी तूने महल बनाए, भर भर कमरे स्वप्न सजाए, बरसों का सामान है जोड़ा, करने होड़... Poetry Writing Challenge · कविता 3 2 424 Share Dr. Meenakshi Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read सृजन पथ पर सृजन पथ पर बढ़े अगर, तो बाधाएँ संग आएँगी। शूल बिछा कर पग पग पर, तुझे देख देख मुस्काएंगी। अभी राह हैं बेखबर, तेरे स्वप्नों की दौड़ से। हँस रही... Poetry Writing Challenge · कविता 3 469 Share Dr. Meenakshi Sharma 26 May 2023 · 1 min read सजल नयन कहा तो तुमसे था मैंने, कि सजल नयन न होने दूँगी। पर साथी, इतना बतलाओ व्याकुलता हद पार करे जब। रोए बिलखें प्राण मेरे, और अंतर्मन न धीर धरे जब।... Poetry Writing Challenge · कविता 1 616 Share Dr. Meenakshi Sharma 26 May 2023 · 1 min read अधरों को अपने अधरों को अपने खोल ज़रा। मन के दर्पण कुछ बोल ज़रा। चुप्पी ज्यादा बढ़ जाए न, ज़िद्द के ताले जड़ जाएँ न, जींवन छोटा पड़ जाए न, तू खुद ही... Poetry Writing Challenge · कविता 1 445 Share Dr. Meenakshi Sharma 26 May 2023 · 1 min read बहुतेरा है क्यों खोजे महल दुमहले तू, क्या जाने कब तक डेरा है। इस आनी जानी दुनिया में, है जितना भी बहुतेरा है। चहुँ ओर लिए पिंजरे पिंजरे, सैयाद फिरे बिखरे बिखरे,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 368 Share Dr. Meenakshi Sharma 24 May 2023 · 1 min read रे मन तेरे खेल निराले रे मन! तेरे खेल निराले। रेत बिछा कर उस पर तू, कागज़ के महल बनाये, रंग बिरंगी बातों को, तू सोच सोच इतराये, कोई नहीं आएगा पर,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 401 Share Dr. Meenakshi Sharma 24 May 2023 · 1 min read मैने नहीं बुलाए शाम चाय पर आये थे, पर मैंने नही बुलाये थे। लम्हे कुछ भीगे भीगे से, सपने कुछ रीते रीते से। हँसी की ओट में आ बैठे, आंसू भी फीके फीके... Poetry Writing Challenge · कविता 2 1 389 Share Dr. Meenakshi Sharma 21 May 2023 · 1 min read दीप माटी का बुझने से पहले, अंधेरों तुमसे जी भर मै लड़ूंगा। दीप माटी का बनूंगा। दीप माटी का बनूंगा। पाँव के छाले हों चाहे, या झड़ी हो नीर की। तोड़ न पाएंगी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 430 Share Dr. Meenakshi Sharma 21 May 2023 · 1 min read मीठी नींद नहीं सोना रात का सफर है, मुसाफिर बेखबर न होना। है दूर अभी मंज़िल, मीठी नींद नही सोना। करने को काम कितने, कहने को बात भी हैं। कुछ ही कदम है चाहे,... Poetry Writing Challenge · कविता 1 588 Share Dr. Meenakshi Sharma 18 May 2023 · 1 min read सो रहा हूं सो रहा हूं फिर भी अब तक दे रहा है।। कौन है जो दिल पर दस्तक दे रहा है।। हर कड़ी मजबूती से देखो लगाई। और झरोखों पर भी है... Poetry Writing Challenge · कविता 1 339 Share Dr. Meenakshi Sharma 18 May 2023 · 1 min read डायरी भर गई लो डायरी फिर भर गई, या कहूँ हार गई। बेहिसाब यादों का, हिसाब करते करते। मैंने दिल की ओर देखा डरते डरते। रख लोगे? किसी कोने में चंद यादें, किसी... Poetry Writing Challenge · कविता 1 314 Share Dr. Meenakshi Sharma 18 May 2023 · 1 min read ना मानी हार ना मानी हार की जीवन का, आग़ाज़ अभी तो बाकि है। थक कर दो पल बैठे हैं मगर, परवाज़ अभी तो बाकि है। है साँझ ढली तो दूर तलक, काली... Poetry Writing Challenge · कविता 1 302 Share Dr. Meenakshi Sharma 16 May 2023 · 1 min read क्यों तुमने? जाने कितनी ही देर तलक, मै दुविधा में रही खड़ी थी। क्यों तुमने मुड़ कर नही देखा। शांत पड़े थे शब्द लजीले, इतराते से मौन सजीले, पाँव में बन्धन उस... Poetry Writing Challenge · कविता 1 429 Share Dr. Meenakshi Sharma 15 May 2023 · 1 min read ठहराव नहीं अच्छा ठहराव नही अच्छा 'मनवा', सम्भव है, पुनः छले जाओ। स्मृतियाँ साथ न छोड़ेंगी, चाहे तुम कहीं चले जाओ। पर तुमने कहाँ मानी 'मनवा', झट द्वार झरोखे सब खोले। औ' मधुर... Poetry Writing Challenge · कविता 1 433 Share Dr. Meenakshi Sharma 14 May 2023 · 1 min read मुश्किलों पास आओ मुश्किलों तुम पास आओ, और मुझे इतना बताओ। तुमको अपना मान के चल पड़े जो ठान के कैसे उन्हें सताओगी? रोक कितना पाओगी? वो जो रुकते ही नही, और झुकते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 323 Share Dr. Meenakshi Sharma 7 Nov 2022 · 5 min read अश्रुपात्र A glass of tears भाग 10 दो दिन की छुट्टी की बाद आज स्कूल में फिर रौनक थी। मनोविज्ञान की क्लास में आज केस स्टडी फ़ाइल का सबमिशन होना था। काम लगभग सभी का पूरा था... Hindi · कहानी 1 373 Share Dr. Meenakshi Sharma 7 Nov 2022 · 4 min read अश्रुपात्र A glass of tears भाग 9 भाग - 9 तो क्या मम्मी को सब पहले से ही पता था...? क्या नानी गुम हुई ही नहीं थीं...? क्या शालिनी मैम को मम्मी ने सब कुछ बता दिया...?... Hindi · कहानी 1 375 Share Dr. Meenakshi Sharma 1 Jul 2022 · 5 min read अश्रुपात्र A glass of years भाग 8 'जी आपको हुई तकलीफ के लिए हम माफी चाहते हैं... और आपने माँ का इतना ध्यान रखा उसके लिए धन्यवाद...' अरे दीदी ... क्या बात करतीं है आप। हमारी भी... Hindi · कहानी 1 552 Share Dr. Meenakshi Sharma 1 Jul 2022 · 8 min read अश्रुपात्र A glass of years भाग 6 और 7 पीहू समझ ही नहीं पा रही थी कि मम्मी को कैसे सम्भाले, कैसे उस से इतनी बड़ी गलती हो गई। नानी बेचारी तो वक्त की सताई हुई थीं, परेशान थीं,... Hindi · कहानी 1 577 Share Dr. Meenakshi Sharma 27 Jun 2022 · 4 min read अश्रुपात्र ... A glass of tears भाग - 5 पीहू अक्सर शुचि के साथ पार्क आती थी मॉर्निंग वॉक के लिए। मम्मी के पास समय नहीं होता था... पहले तो विभु की देखभाल और फिर नानी तो विभु से... Hindi · कहानी 1 691 Share Dr. Meenakshi Sharma 27 Jun 2022 · 4 min read अश्रुपात्र... A glass of tears भाग - 4 मम्मी देख रहीं थीं कि आज पीहू कितने ध्यान से उनकी सारी बातें सुन रही थी आज। उन्होंने आगे कहना शुरू किया 'सुंदर इतनी सारे गाँव मे चर्चा का विषय... Hindi · कहानी 1 348 Share Dr. Meenakshi Sharma 27 Jun 2022 · 8 min read अश्रुपात्र ... A glass of tears भाग- 2 और 3 'लो तुम्हारे हिस्से का पराँठा... एकदम तेज़ मिर्ची वाला...' पीहू ने जैसे तैसे बुझे से मन से एक ग्रास मुँह में डाला। उसे बार बार शालिनी मैम की बात याद... Hindi · कहानी 1 476 Share Dr. Meenakshi Sharma 27 Jun 2022 · 4 min read अश्रुपात्र...A glass of tears भाग - 1 मॉडर्न पब्लिक स्कूल क्लास 11वीं बी शालिनी मैडम के हाथ मे काँच का ग्लास था... और ग्लास में पानी ... वो भी आधा भरा हुआ। 'देखना पीहू, मैडम अभी पूछेंगी...... Hindi · कहानी 2 570 Share Dr. Meenakshi Sharma 27 Jun 2022 · 1 min read सारे यार देख लिए.. ग़ज़ल रकीब देख लिए सारे यार देख लिए। थे मेरे कत्ल में कितने शुमार देख लिए।। ख्वाब सारे ही ज़मीदोज़ हो गए जो कभी। चले थे वक्त पे हो कर... Hindi · ग़ज़ल 1 478 Share Dr. Meenakshi Sharma 26 Jun 2022 · 1 min read हसरतें थीं... ग़ज़ल हसरतें थीं झील के टुकड़े की पर सागर मिले। दुनिया भर की खाक छानी कि कहीं तो घर मिले।। कुछ नया तो था नहीं दोनों ही के किरदार में।... Hindi · ग़ज़ल 4 2 480 Share Dr. Meenakshi Sharma 26 Jun 2022 · 1 min read तुझे देखा तो... ग़ज़ल तुझे देखा जो ज़माना वो गुज़रा याद आया। ज़ख्म-ए-दिल आज भी नहीं था भरा याद आया। थामना हाथों को तेरा औ' छोड़ना तेरा। मेरा वजूद किस कदर था बिखरा... Hindi · ग़ज़ल 3 570 Share Dr. Meenakshi Sharma 26 Jun 2022 · 1 min read पहला प्यार पहला प्यार... मैं रूठूँ तो मनुहार लिए, चंचल आँखों का वार लिए बचपन जैसा त्यौहार लिए, वो आया पहला प्यार लिए जिस खेल में वो छुप जाता था, वो खेल... Hindi · कविता · गीत 3 1 439 Share Dr. Meenakshi Sharma 26 Jun 2022 · 1 min read माँ एक बच्चे ने माँ से प्रश्न किया.... कि जिनकी माँ नही होती उनके लिए दुआ कौन करता है... ?? तो माँ ने बहुत सुंदर जवाब दिया ... कि दरिया सूख... Hindi · कविता · गीत 3 3 811 Share