C S Santoshi Language: Hindi 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read पूनम का चांद काबिल हर दीदार के तो, दीदार करू क्यूं ना। पूनम की प्यारी चांदनी हो, फिर प्यार करु क्यूं ना ।। तुझे निहार के मै जितना, अंग अंग ही मुस्काता ।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 63 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read साँची सीख फूला फलता हो भले बुढ़ापा, कोई ना देखा दुनिया मे सुखी। ऐसे मद मे रंगा ज़माना, देख के मन मेरा भी दुखी।। पहले लूटा हमने ही बचपन, बदले में जग... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 49 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read भोर में योग बीती रात समय बेला है, जाग उठो सब जागन हारे, भानु उदय होने वाला है, छिप गये सब चाँदऔर तारे।। नींद मे जो तू पड़ा रहेगा, दिव्य सपन तुझे घेरेंगे,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 61 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read परी छाया तेरे नैन विचारे कैसे है, अफ़सोस कटारे जैसे है। जब-जब सम्मुख ये आते है, जलते अंगारे जैसे है।। तेरी कोमल सी काया, लिए शीतल सी छाया, जहाँ लदे सितारे है,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 84 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read शरद सुहानी शिशिर ऋतू अब आ ही गई तो इससे मुँह को ढकना क्यूं । अब ओखल मे सिर रख दिया तो मूसल से फिर डरना क्यूं ।। धूल रहित और आद्र... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 60 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read कट ले भव जल पाप उठ मन कट ले,तू भव-जल पाप। जन्म-जन्म से सोता आया,जाग सके अब जाग ।। कितनी योनि झेली तूने,खाने ओर सोने मे, समझ न आई उस दाता की,पाप कर्म बोने मे,... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 62 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read शिर्डी साईं मैं आई आई आई, तेरे द्वारे साई आई , तेरे नाम की चिठियां पाई, मैं आई आई आई, मैं आई आई आई, तेरे द्वारे साई आई, भक्तो से तेरा नाम... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 118 Share C S Santoshi 22 Feb 2024 · 1 min read जल स्रोतों का संरक्षण जल स्रोत अनेक बने हैं बेशक इनमें काफी नस्तूर हुए, सागर,झीले,ग्लेशियर,वर्षा,सरिता,कुए सभी बदसूर हुए। आबादी बड़ी और उपवन कट गए, जंगल रेगिस्तान हुए, हरी-भरी कृषि के फॉर्म दबकर शेहरिस्तान हुए।... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 79 Share Previous Page 2