Tag: दोहा
183
posts
*दान: छह दोहे*
Ravi Prakash
*दहेज: छह दोहे*
Ravi Prakash
*दोहा*
Ravi Prakash
*चुनाव: छह दोहे*
Ravi Prakash
*रामदेव जी धन्य तुम (नौ दोहे)*
Ravi Prakash
*परिवार: नौ दोहे*
Ravi Prakash
*होली: कुछ दोहे*
Ravi Prakash
*चेतना-परक कुछ दोहे*
Ravi Prakash
*गोरे से काले हुए, रोगों का अहसान (दोहे)*
Ravi Prakash
*सब दल एक समान (हास्य दोहे)*
Ravi Prakash
*जल-संकट (दोहे)*
Ravi Prakash
*सुख-दुख के दोहे*
Ravi Prakash
*सुख-दुख के दोहे*
Ravi Prakash
*भक्ति के दोहे*
Ravi Prakash
*वैराग्य के आठ दोहे*
Ravi Prakash
*प्राण-प्रतिष्ठा (दोहे)*
Ravi Prakash
दोहा
Ravi Prakash
*सॉंसों में जिसके बसे, दशरथनंदन राम (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
*धाम अयोध्या का करूॅं, सदा हृदय से ध्यान (नौ दोहे)*
Ravi Prakash
*मिटा-मिटा लो मिट गया, सदियों का अभिशाप (छह दोहे)*
Ravi Prakash
*किस्मत वाले जा रहे, तीर्थ अयोध्या धाम (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
*ई-रिक्शा तो हो रही, नाहक ही बदनाम (छह दोहे)*
Ravi Prakash
हर गलती से सीख कर, हमने किया सुधार
Ravi Prakash
*महाराजा अग्रसेन और महात्मा गॉंधी (नौ दोहे)*
Ravi Prakash
*जीवन में प्रभु दीजिए, नया सदा उत्साह (सात दोहे)*
Ravi Prakash
*जीवन साथी धन्य है, नमस्कार सौ बार (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
*तन पर करिएगा नहीं, थोड़ा भी अभिमान( नौ दोहे )*
Ravi Prakash
*शरीर : आठ दोहे*
Ravi Prakash
*परिवार: सात दोहे*
Ravi Prakash
*वृद्धावस्था : सात दोहे*
Ravi Prakash
*लेटलतीफ: दस दोहे*
Ravi Prakash
*ज्ञानी की फटकार (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
*माँ : 7 दोहे*
Ravi Prakash
*गुरु हैं कृष्ण महान (सात दोहे)*
Ravi Prakash
*मृत्यु (सात दोहे)*
Ravi Prakash
*पूजा का थाल (कुछ दोहे)*
Ravi Prakash
*बरसात (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash
*चंद्रयान ने छू लिया, दक्षिण ध्रुव में चॉंद*
Ravi Prakash
*पेड़ (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash
*नई सदी में चल रहा, शिक्षा का व्यापार (दस दोहे)*
Ravi Prakash
राष्ट्र निर्माण के नौ दोहे
Ravi Prakash
कर लो चाहे जो जतन, नहीं गलेगी दाल
Ravi Prakash
*प्रेमचंद (पॉंच दोहे)*
Ravi Prakash
*विभाजन-विभीषिका : दस दोहे*
Ravi Prakash
*जीवन की शाम (चार दोहे)*
Ravi Prakash
*मालिक अपना एक : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
*वे ही सिर्फ महान : पाँच दोहे*
Ravi Prakash
*मृत्यु : पॉंच दोहे*
Ravi Prakash
*पॉंच दोहे : पति-पत्नी स्पेशल*
Ravi Prakash
*महानगर (पाँच दोहे)*
Ravi Prakash