Rashmi Sanjay Tag: कहानी 21 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Rashmi Sanjay 26 Oct 2022 · 5 min read प्रेम के रिश्ते “तुम्हारे घर के आसपास हर बिरादरी के लोग रहते हैं, ऐसा करो ये घर बेच दो भाभी, ग्राहक वगैरह मैं बता दूंगा, सेफ जगह पर चलकर रहो” कविता के देवर... Hindi · कहानी 3 4 348 Share Rashmi Sanjay 18 Oct 2022 · 5 min read एक अलग सी दीवाली सपनों की उम्र हर उम्र से बड़ी होती है ....कामिनी वृद्धावस्था में कदम रख चुकी थी ..पर अब तक उसके युवा स्वप्न जीवित थे..अपनी पोती को वो हर गुण से... Hindi · कहानी 2 2 236 Share Rashmi Sanjay 12 May 2022 · 2 min read 'तुम भी ना' मैं पिछले कुछ दिनों से अजीब हरकतें करने लगी थी, कभी बार-बार चहलकदमी करने लगती तो कभी भविष्य की चिंता में फूट-फूट कर रो पड़ती। मेरे कानों में शिल्पम की... Hindi · कहानी 2 2 497 Share Rashmi Sanjay 2 Mar 2022 · 9 min read अनोखा प्रेम "सुनिए अनमोल जी!" मेरे कानों में जैसे ही आवाज पड़ी, मैं थरथरा उठी ... वहीं जम गये मेरे पैर, जड़ सी हो गई मैं । आप ! आपकी आवाज !... Hindi · कहानी 1 2 354 Share Rashmi Sanjay 23 Dec 2021 · 1 min read शीतल पिताजी जलती ऑंखों से घर में घुसे। मां तनावग्रस्त हो गईं.."आज फिर कुछ हो गया लगता है", माँ ने मन ही मन सोचा। तब तक पिताजी ने शीतल को पुकारा..... Hindi · कहानी 214 Share Rashmi Sanjay 13 Dec 2021 · 2 min read बारिश और लाक-डाउन लाॅकडाउन का समय बहुत ढेर सारे यादगार अनुभवों से जीवन को भर गया है। इन्हीं में से एक अनुभव अभी तक भुलाए नहीं भूलता। मेरे पड़ोसी अकेले अपने 12 वर्ष... Hindi · कहानी 327 Share Rashmi Sanjay 13 Dec 2021 · 3 min read नानी की पोटली मैंने अपनी बाल्यावस्था के कुछ वर्ष अपनी नानी के साथ बिताये थे । यकीनन बहुत यादगार पल थे.. नानी..शहर की होकर भी, गांव के हर काम को बहुत सलीके से... Hindi · कहानी 633 Share Rashmi Sanjay 13 Dec 2021 · 3 min read अद्भुत डाक्टर मैं रोज शाम को सब्जी लेने जाता, तो घड़ी भरके लिए रेलवे के पुल पर ठिठक जाता। पूरे सफेद बालों वाले एक वृद्ध वहीं दिख जाते । कहीं दूर कुछ... Hindi · कहानी 532 Share Rashmi Sanjay 7 Dec 2021 · 3 min read तेरी बिंदिया रे कभी कभी बातें जीवन का हिस्सा बन जाती हैं, तो कभी कोई बात..पूरे जीवन पर हावी रहती है..प्रेरणा को बचपन से पूजा-पाठ, सजना- सॅंवरना बहुत पसंद था। एक तरफ पढ़ने... Hindi · कहानी 2 2 428 Share Rashmi Sanjay 4 Dec 2021 · 2 min read अम्मा मैं बहुत उलझन में थी..रोज-रोज की मारपीट मेरे संस्कारों को बदल रही थी.. मैं कल की घटना याद करने लगी.. इन्होंने मेरी पूरी डायरी गैस पर रख दी..एक एक पन्ना... Hindi · कहानी 661 Share Rashmi Sanjay 1 Dec 2021 · 3 min read अनोखे दोस्त गुंजन की जैसे ही नौकरी लगी घर में सब चिन्तित हो गये कि कैसे रहेगी वह दूसरे शहर में.. वो भी अकेले ? गुंजन नियम से चलने वाली बिटिया थी... Hindi · कहानी 532 Share Rashmi Sanjay 29 Nov 2021 · 5 min read उत्सव उत्सव सपनों की उम्र.. हर उम्र से बड़ी होती है ....कामिनी वृद्धावस्था में कदम रख चुकी थी ..पर अब तक युवा स्वप्न जीवित थे उसके ...अपनी पोती को वो हर... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 1 2 473 Share Rashmi Sanjay 29 Nov 2021 · 6 min read उत्सव चार दिन से पूजा एक अजीब से अंतर्द्वंद से गुजर रही थी..उसको ना खाने–पीने का होश था और ना ही कहीं बाहर जाने की इच्छा थी....बस पिछ्ले दिनों के घटनाक्रम... उत्सव - कहानी प्रतियोगिता · कहानी 2 688 Share Rashmi Sanjay 23 Oct 2021 · 3 min read 'करवा चौथ और आरती' कार्तिक माह का आगमन हो चुका था..आरती मन ही मन बहुत परेशान थी, दो दिन बाद ही करवा चौथ का व्रत होगा..पहली बार अकेले सबकुछ करने की सोच से ही... Hindi · कहानी 2 320 Share Rashmi Sanjay 23 Oct 2021 · 2 min read अनोखा करवा चौथ एकाएक जीवन में वो होता है.. जो कल्पनाओं से परे होता है..करवा चौथ के पावन दिवस पर कीर्ति और किशोर मंदिर दर्शन करने को निकल पड़े.. सुबह-सुबह आगरा एक्सप्रेस वे... Hindi · कहानी 2 299 Share Rashmi Sanjay 19 Oct 2021 · 3 min read 'लव यू गौरव’ गार्गी ने कनखियों से गौरव को देखा..."हूँ ......अभी भी कम हीरो नहीं लगते हैं ये" सोचकर मन ही मन मुस्करायी वो .... फिर धीरे से चिकोटी काट ली गौरव के... Hindi · कहानी 1 2 472 Share Rashmi Sanjay 31 Jul 2021 · 3 min read 'अचानक' घर में ढोलक की थाप पर मंगल गान अपनी छटा बिखेरे थे..फूफा जी और मम्मी एक दूसरे की खिंचाई करते-करते डांस में खोये थे। रंग में भंग तब पड़ा जब... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 13 573 Share Rashmi Sanjay 29 Jul 2021 · 3 min read गुलगुले अभी परसों ही माता जी से बात हुई थी पर बहुत कम देर, मन बेचैन था । सोचा लाओ फोन करते हैं । स्वयमेव फोन मिला दिया जैसे ! "अम्मा... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 3 6 774 Share Rashmi Sanjay 29 Jul 2021 · 2 min read नियति जीवन बहुत आहिस्ता से करवट लेता है.. मुझे जैसे कल की ही बात लगती है.. हम सब एक ऑंगन में रंगोली बनाकर भाईदूज की पूजा करते थे..हर तरफ बातें और... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 6 652 Share Rashmi Sanjay 29 Jul 2021 · 2 min read दादा जी का चश्मा मैं और मेरे दादा जी...दोनो एक जैसे ...जब मन होता चुटकुले सुनाते और जोर-जोर से हँसने लगते ...कभी एकदम से भजन याद आ जाता तो ढोलक मेरे हाथ में होती...... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 7 10 856 Share Rashmi Sanjay 28 Jul 2021 · 3 min read माॅं का संघर्ष मैंने घर आते ही आवाज दी.. "माॅं..चाचाजी पहुॅंचने वाले हैं, दादी का फोन आया है" इतना कहकर मैं अपने स्टडी रूम में घुस तो गई, पर मन ही मन माँ... साहित्यपीडिया कहानी प्रतियोगिता · कहानी 4 8 330 Share