शक्ति राव मणि 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 शक्ति राव मणि 18 Sep 2017 · 1 min read उनसे कहते भी तो क्या उनसे कहता भी तो क्या,वो मोहब्बत था गुजरा मै उस वक्त से जो बेवक्त था उनसे सुनता भी तो क्या जो पहले नरम तो टूटने पर वो सख्त था कहने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 406 Share शक्ति राव मणि 27 Sep 2019 · 1 min read वैश्य ये दुनिया धोखे की है,धोखे में जीना सिखा दिया कदम जो रखें क्यो हुस्न-ओ-महफिल थमा दिया कली निकलने दो फूल बन जानें दो,आने दो जानें दो लड़का होता तो जिम्मेदारी... Hindi · कविता 1 264 Share शक्ति राव मणि 20 Oct 2017 · 1 min read डोर फूलो की माला मे अब डोर है कहाँ सब कुछ है पर वो शोर है कहाँ तिनका तिनका बिटोरा था हमने बस तिनके ही है कुछ और है कहाँ खनखती... Hindi · कविता 1 429 Share शक्ति राव मणि 21 Oct 2017 · 1 min read फर्क अब इस तरह समझना शायरी दिल को छू जाती है कविता दिल मे बस जाती है फर्क अब इस तरह समझना जो आने वाला था,दरवाजा खटखटा के चला जाता है जिसकी उम्मीद नही थी,वो... Hindi · कविता 1 555 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read उधड़ गयी जो सीयन अब उधड़ गयी जो सीयन उधड़ने दे ख्वाब अगर सच नही तो रहने दे खुला जो छत आसमाँ का,वक्त का पहिया रुक गया रुका तो थक गया,बाहर खडी मौत को... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 278 Share शक्ति राव मणि 24 Dec 2017 · 1 min read अल्फाजो से,आश्नाओ से अक्सर अग्यार रहे हम अल्फाजो से वो अजीज अदीब हुआ मेरे सवालो से अफसुर्दा-ए-अफसोस रहा मुझको यूँ अंजुमन भी हमारा अदम रहे उनके जवाबो से अक्ल-ए-अंदाजा लगा रहे थे अंजाम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 337 Share शक्ति राव मणि 31 Dec 2017 · 1 min read कलियुग है ये युगो युगो की बात को ना दोहराओ कलियुग है ये आज सति मे रति वासना मे डुबा युग है ये प्रथम चरणे इक्यानवे वर्ष का पहला दिन है ये वैवस्वत्... Hindi · कविता 1 396 Share शक्ति राव मणि 26 Jan 2018 · 1 min read अंतिम यात्रा (सम्पूर्ण) जन्नत सा वो शहर था नरक-सी वो आग थी अंधकार से लिपटा बदन था और वो सुंदर खाट थी अजीब-सा सपना था दुश्मनो की टोली थी,हमारे बंदुको मे गोली थी... Hindi · कविता 1 583 Share शक्ति राव मणि 4 Feb 2018 · 1 min read खूबीयाँ तो नही तुममे गजल तेरे नाम की लिखू या तुझपे इतनी खूबीयाँ तो नही तुममे वो तो हमने नज्म ऐसा मारा कई 'शे'र बिखर गए तो कई गजले... शक्ति..... Hindi · मुक्तक 1 388 Share शक्ति राव मणि 20 Apr 2019 · 1 min read जिऊं तो सुहागन मरु सुहागन सोलह बारे बरत रखूं न हो कोई चुभन फल में मांगू जिऊं तो सुहागन मरु तो सुहागन। मैं सजती तब थी जब सँवरती नहीं थी मेरा सँवरना जैसे रुप तेरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 331 Share शक्ति राव मणि 1 Jun 2019 · 1 min read तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं कभी मेरे शब्दों पर मत जाना दोस्त शायर ज़रूर हूं पर तुझे खोने की ख्वाहिश नहीं मुझे भी संभाल के रखना जरुर, भले ही यादों मे सही काम काजो मे... Hindi · कविता 1 294 Share Previous Page 2