RAMAN BHAGAT 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid RAMAN BHAGAT 30 Nov 2018 · 1 min read तस्वीर से मुलाकात तस्वीर से मुलाकात------ तू सुबह की भोर सी है। मै ठहरा संध्या का अँधेरा। तेरे आलिंगन से भबरे है उठते ,मेरे सानिघ्य मे जुगनु टिमटिमाते। तू सुबह की सौंधी हवा... Hindi · कविता 4 4 231 Share RAMAN BHAGAT 13 Nov 2018 · 1 min read शीर्षक-----क्या बात है। किताबो के पन्ने पलट के सोचेते है। यूँ पलट जाये जिंदगी तो क्या बात है। तमन्ना जो पूरी हो ख्वाबो मे, हकीकत बन जाये तो क्या बात है। कुछ लोग... Hindi · कविता 2 4 473 Share RAMAN BHAGAT 13 Nov 2018 · 1 min read शीर्षक---- मुझे खत लिखना है। तुम पर मुझे खत लिखना है। पता नही कब,कैसे कहा लिखना है। जब भी लिखना है तुम्हे सन्मुख रखकर लिखना है। पता नही तुम्हे पास बैठाकर या तुमसे दूर होकर... Hindi · कविता 2 461 Share RAMAN BHAGAT 12 Nov 2018 · 1 min read ऑफिस मे मै। रोज मै कुछ न कुछ ढूंढ़ता रहता हूँ। कंप्यूटर के क्लिक से ब्राउज़र की ब्राऊज़िंग तक मै उलझा सा रहता हूँ। ऑफिस के कमरे की खिड़की से लोग गुज़रते देखता... Hindi · कविता 2 458 Share RAMAN BHAGAT 12 Nov 2018 · 1 min read बस एक ख़ामोशी। बस एक ख़ामोशी फिर घिर आयी है। चलते-चलते कही दूर तलक रास्ता फिर भटक आयी है। थी किसी के इंतज़ार वहा मौन खड़ी। फिर राही मिल गया और वो उसके... Hindi · कविता 2 508 Share