Phoolchandra Rajak Tag: कविता 112 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Phoolchandra Rajak 9 Mar 2021 · 1 min read मौत का मातम। मौत का मातम न मनाना चाहिए।एक दिन जरूर आयेगी इसे गाना चाहिए। ये नियम है उस परमात्मा का , फिर क्यों तुम्हें पछताना चाहिए।मौत का न मातम मानना चाहिए। हमेशा... Hindi · कविता 1 1 480 Share Phoolchandra Rajak 3 Mar 2021 · 1 min read कलम और कागज से दोस्ती। जब से मैंने कलम और कागज से दोस्ती कर ली है।सारी मुश्किलें जिन्दगी की आसान कर ली है।जो न कर सका ,जो न कह सका किसी से ,मन से मन... Hindi · कविता 1 3 365 Share Phoolchandra Rajak 2 Mar 2021 · 1 min read कवियों से बिशेष निवेदन। दाद नही दे सकते हो तो , दर्द दे दिया करो। किसी दूसरे कवियों की रचनाओं को पढ़ लिया करो।कामेंट नहीं कर सकते हो, अंगुली बता दिया करो! मैं मानता... Hindi · कविता 1 2 227 Share Phoolchandra Rajak 2 Mar 2021 · 1 min read गड़बड़झाला सबकुछ है गड़बड़झाला, फिर भी ! तू मतबाला। इनाम और पुस्तकालयों की ! पहनता फिरता है माला । चोरों की इस दुनिया का बना हुआ है आला! सबकुछ है गड़बड़झाला,।रोक... Hindi · कविता 2 3 293 Share Phoolchandra Rajak 1 Mar 2021 · 1 min read बेटी। बेटी है जगत की सृजन हार। बेटी है जीवन का आधार। बेटी के बगैर सूनाहै संसार बेटी है लक्ष्मी का अवतार। कभी बनी बेटी तेरी, कभी बनी मां है तेरी।।... Hindi · कविता 1 2 474 Share Phoolchandra Rajak 28 Feb 2021 · 1 min read बेतुकी भीड़ से। मैं बद से बद्तर होता चला गया कभी कभी सोचा न था भलाई के बदले बुरा होगा। लेकिन मैं बुराई के बदले को टालता चला गया।अब चमकेगी किस्मत मेरी। मैं... Hindi · कविता 3 547 Share Phoolchandra Rajak 28 Feb 2021 · 1 min read दिया बन कर । मैं दिया बन कर सौ साल जला हूं।पर! रोशनी की परिभाषा से अनभिज्ञ चला हूं। फिर बुझ कर निरन्तर जला हूं।।पर तेरे लिए नहीं अंधेरे को मिटाने के लिए जला... Hindi · कविता 3 4 314 Share Phoolchandra Rajak 27 Feb 2021 · 1 min read मन। मन को जीतने वाले वीर तुझे पृनाम है।काबू पा लेना इस शरारती मन से।एक बड़े युद्ध से लेना विराम है मन को जीतने वाले वीर तुझे पृनाम है।जो हार गया... Hindi · कविता 2 344 Share Phoolchandra Rajak 25 Feb 2021 · 1 min read आओ हम सब मिलकर नये भारत का निर्माण करे। आओ हम सब मिलकर नये भारत का निर्माण करे।जाग जाये नींद से ऐसा गुणगान करें।आओ हम सब मिलकर नये भारत का निर्माण करे।हर तरफ झूठ का बोलबाला है। सिस्टम खिड़की... Hindi · कविता 3 1 313 Share Phoolchandra Rajak 23 Feb 2021 · 1 min read अब शीश झुकाना छोड़ दें। अब शीश झुकाना छोड़ दें ,वार करना सीख ले।यह जमाना है उनका दो यहां की , दो वहां की करना सीख ले।इन पर असर नहीं होगा किसी भी ज्ञान का।सब... Hindi · कविता 1 2 305 Share Phoolchandra Rajak 23 Feb 2021 · 1 min read पेड़ की महिमा । पेड़ हमें जीना सिखलाते है। पेड़ हमारी पृकृति का श्रृंगार है। इन्हीं से हमें आक्सीजन मिलती है। अगर पेड़ नही होते तो हम नही होते। पेड़ हमें जीना सिखलाते है।हर... Hindi · कविता 1 2 227 Share Phoolchandra Rajak 21 Feb 2021 · 1 min read दो दो के बिना कुछ नही चलता है। दो मिल कर ही एक परिवार बनता है।। दो के बिना जीवन दुश्वार है। दो से ही सृष्टि का विस्तार है। दो के... Hindi · कविता 3 2 339 Share Phoolchandra Rajak 20 Feb 2021 · 1 min read थोड़ी सी खुशी दे पाऊ देख कर तेरी खुशी मैं गमगीन हो गया। क्योंकि मैं दीपक की तरह जलता रहता हूं।और बुझे हुए दीपक को जलाया करता हूं। क्योंकि मैं एक छोटा सा दीपक भानू... Hindi · कविता 1 433 Share Phoolchandra Rajak 19 Feb 2021 · 1 min read फिर अंग्रेजी बोल रहा है। त्याग मान , अभिमान सदियों से इसी मान पर , लड़ता रहा है। और जब आया युग अंधा , रोशनी दिखा रहा है। वीरों की इस धरा पर छक्कों का... Hindi · कविता 1 3 222 Share Phoolchandra Rajak 16 Feb 2021 · 1 min read टाईम पास करते हैं। आप हमेशा टाईम पास करते रहते हैं। चौराहा पर खड़े होकर तमाशा देखते रहते हैं।रावन को मारने के लिए राम का इन्तजार करते रहते हैं। यूं ही जिन्दगी निकालते रहते... Hindi · कविता 1 258 Share Phoolchandra Rajak 15 Feb 2021 · 1 min read नेक राह पर चल नेक राह पर चल ईश्वर से वास्ता हो जाएगा। चलता रहे राह पर एक दिन रास्ता बन जाएगा। कर प्रार्थना भगवान से एक दिन दर्शन हो जाएगा। सारे हो जाएंगे... Hindi · कविता 1 4 220 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2021 · 1 min read शब्द की महिमा। कोई न जाने शब्द की महिमा। शब्द कहै शब्द की गरिमा।।चुन चुन कर अवतरित होते रहते हैं। शब्द की छाती पर हमेशा डोलते रहते हैं। कल्पना शक्ति इनको धारण करती... Hindi · कविता 1 3 221 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2021 · 1 min read दावा विशव गुरु का। आज विध्दया गृहण करता है कैसे।विशव का नौवा आशचर्य जैसे।।खोकर विदृधया विनय विवेक।कभी जोड़ न पाया एक और एक।।।।तेरे सिर बैठ गया विज्ञान।फिर भी हुआ न ज्ञान।। करता रहता है... Hindi · कविता 1 6 307 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2021 · 1 min read कवि और दर्द। कवि जो लड़ना सका .अतयाचार से।कवि जो जुड़ना सका परिवार से।।।कवि जो रचना सका निरमलाकार से।।कवि जो लिखता रहा लगातार से।।जो लड़ना सका दुराचार से।कवि कहना सका सत्य और लड़... Hindi · कविता 1 247 Share Phoolchandra Rajak 14 Feb 2021 · 1 min read माता पिता का कर्ज । माता पिता के कर्ज से मुक्त नहीं ह़ो पायेगा।चाहे कितना भी यत्न करले सुख नही पायेगा।माता पिता गर खुश नहीं है तो आगे नहीं बढ़ पायेगा।माता पिता के चरणों में... Hindi · कविता 2 318 Share Phoolchandra Rajak 12 Feb 2021 · 1 min read किसान को अन्नदाता किसने बनाया। आज किसान को अन्नदाता किसने बनाया।वह भूल गया अपने को जिसने उसे जगाया।वह गाय माता के बल पर ही इतना छाया।आज टृकटर के कारण इतना इतराया।गाय माता आज भूखी और... Hindi · कविता 2 3 256 Share Phoolchandra Rajak 12 Feb 2021 · 1 min read ईर्ष्या उनका कर्म। जलने बारे जलते रहते हैं। ईर्ष्या उनका कर्म है।जो हमेशा करते रहते हैं।पटता नहीं कुछ भी फिर भी उखाड़ते रहते हैं।उसकी पृतिभा से वह जलते रहते हैं।उसको दबाने का हर... Hindi · कविता 1 242 Share Phoolchandra Rajak 11 Feb 2021 · 1 min read दुरजन की छाया दुरजन की छाया से भी डरना सीखो।उससे मिलना और बिछुड़ना सीखो।रहता वह इनसान के रुप मे.।उसे जल्दी पहचानना सीखो।अगर गर मिल ही गया मनजिल मे।तो फिर उससे निपटना सीखो। Hindi · कविता 3 4 547 Share Phoolchandra Rajak 11 Feb 2021 · 1 min read द्रोपती की पुकार द्रोपती कर रही पुकार। आकरमुझे छुड़ाओ यार। दोस्त के कब्जे से उसके जज्बे से। साड़ी में लिपटी है लाज हमार। द्रोपती कर रही पुकार आकर मुझे छोड़ आओ यार। जब... Hindi · कविता 1 496 Share Phoolchandra Rajak 11 Feb 2021 · 1 min read आलू और मिर्च मिर्च ने जब आलू से पृति लगाई।जब आलू और मिर्च की भईं सगाई।भटा बना पनड़ित उसनें भंवर कराई।मिर्च ने कहा प्रेम अंतर जातीय है।कयोकि आलू था गोल मटोल मिर्च को... Hindi · कविता · बाल कविता 1 1 374 Share Phoolchandra Rajak 10 Feb 2021 · 1 min read भयभीत होकर भयभीत होकर लिखते हो भय खा कर रहते हो । भयभीत होकर के तुम हमेशा जिंदगी जीते रहते हो। झूठे यस गानों से अपना नाम रोशन करते रहते हो। परिचय... Hindi · कविता 1 506 Share Phoolchandra Rajak 9 Feb 2021 · 1 min read सच कहने से। डर लगता है जो झूठ को नहीं पहचान सकता वह निर्णय कैसे दे सकता है। अपराधी को ही जज बनाकर फिर न्याय की आशा करता है। तेरे काले कानूनों को लानत है। हर... Hindi · कविता 2 1 246 Share Phoolchandra Rajak 8 Feb 2021 · 1 min read शब्द वेधी बान। आज तक इन्हें कोई घायल न कर पाया है शब्द वेधी बानो से।वे मानते थे केवल तीखे पृहार और सुलतानो से।इन्हें कया इनसान कया जानवर ये वासता रखते हैं बी... Hindi · कविता 376 Share Phoolchandra Rajak 7 Feb 2021 · 1 min read अमर है आत्मा। मर भी आपको हम मरने नही देयगे।रखेगें सँभाल कर दिल के अनदर सजा कर रखेंगे।याद की इस टोकरी में बिठा कर रखेंगे।।जब भी तुम्हारी याद आयेगी गीत गाकर अधरों पर... Hindi · कविता 1 1 207 Share Phoolchandra Rajak 7 Feb 2021 · 1 min read दिया धर जाता है। कि सकी चाहत पर जयोति किरण से .खाली पन भर जाता है।कौन हमारे आँगन मे ।चुपचाप दिया धर जाता है।संकेत किसी का न मिला .छाया भी नहीं दिखाई दी।अब तलक... Hindi · कविता 186 Share Phoolchandra Rajak 6 Feb 2021 · 1 min read पति और पत्नी मैं तुमसे तुम मुझसे बात पूरी होनी चाहिए। आप कोई भी ख्वाहिश अधूरी ना रहनी चाहिए। दो दिलों के बीच की अब दूरी नहीं रहनी चाहिए। जहां पर भी रहो... Hindi · कविता 1 523 Share Phoolchandra Rajak 5 Feb 2021 · 1 min read आहा आहा जिंदगानी जरा इन से पूछ लीजिए क्या है जिंदगानी। जिनके घर में लक्ष्मी हैं नौकरानी। उनकी तो हा हा हा हा जिंदगानी कैसी है जिंदगानी जरा हमसे पूछिए। जो रोज इमानदारी... Hindi · कविता 2 256 Share Phoolchandra Rajak 2 Feb 2021 · 1 min read समझदार से पंगा लेना समझदार से पंगा लेना है कितना भारी। माता से मम्मी और पिता से पापा बोलना है लाचारी। जो बन चुका है अब भाषा का अधिकारी lवह दिन दूर नहीं जब... Hindi · कविता 3 1 220 Share Phoolchandra Rajak 31 Jan 2021 · 1 min read पतथर सा दिल। झूठे को गले लगाया है।और सत्य को तुमने ठुकराया है।देखो तो अपराधी को .फूलों से कितना सजाया है।जिसमें ईश्वर बसते हैं।उसको तुमनें दरकिनार किया।जा कर अपना मस्तिष्क पथथरो से टकराया... Hindi · कविता 1 2 218 Share Phoolchandra Rajak 31 Jan 2021 · 1 min read कगालं हो गये कि सी गरीब का घर बिकवा कर हम दलाल हो गये।हम गददो पर सो सो कर अलाल हो गये।।हम चले काटो पर..इसलिए ..मिसाल हो गये।तुमने बोला सच .तब हम .बे.मिसाल... Hindi · कविता 209 Share Phoolchandra Rajak 30 Jan 2021 · 1 min read निभाते जिम्मेदारी किसी ने लिखी कविता। किसी ने लिखी कहानी। गैरों की बातें मनमानी। पर हमने एक ना मानी। हमने उन्हें कितना सहेज कर रखा है। भारत के गौरव कि केवल पहचान... Hindi · कविता 1 2 225 Share Phoolchandra Rajak 30 Jan 2021 · 1 min read शृंगार रस आज हर इंसान अभिभूत है श्रृंगार रस से। पर्दे के पीछे से देख रहा आंसू रस से। जीवन का उद्देश्य भूल चुका है आलस्य से। परिश्रम का महत्व चला गया... Hindi · कविता 1 1 284 Share Phoolchandra Rajak 17 Jan 2021 · 1 min read मुर्दों पर तीर चलाते हैं आओ हम सब मिलकर पालकी एक नई बनाते हैं। इनको दिखला देंगे की सत्ता कैसे चलाते हैं। अभी हमारे भारत में नेताओं का तंत्र था। चलो अब धरती पर लोकतंत्र... Hindi · कविता 1 282 Share Phoolchandra Rajak 16 Jan 2021 · 1 min read इंसानों की बस्ती इंसानों की इस बस्ती में कोई इंसान रहता है। लेकिन आज तक नहीं प्रमाण की मैं तुम्हारे पास रहता है। इस बस्ती के नियम बहुत निराले हैं। करनी बिल कथनी... Hindi · कविता 1 261 Share Phoolchandra Rajak 15 Jan 2021 · 1 min read तकनीक का गुलाम आदमी आग तकनीक का गुलाम हो गया है। इसलिए वह अब सुखधाम हो गया है। क्या करें जवानी में ही आराम हो गया है। ऐसा लगता है शादी से पहले... Hindi · कविता 2 214 Share Phoolchandra Rajak 14 Jan 2021 · 1 min read जीवन में जीवन में पुस्तकों को पढ़ पढ़ कर थक जाएगा जीवन में। बस कामा। कबीर की एक लाइन उतार ले जीवन में। अंदर तेरे सब कुछ बसा हुआ है। एक बार झांक ले... Hindi · कविता 2 2 219 Share Phoolchandra Rajak 8 Jan 2021 · 1 min read धनवानों के आगनमे तू कभी अपनी मसती मे चूर नहीं हुआ ।तो जिऩदगी का दस्तूर नहीं हुआ।पीसा .तो गया तुझे बहुत ।पर चकनाचूर नही हुआ।बाधा गया कई बनधनो से ।फिर भी दूर न... Hindi · कविता 1 1 357 Share Phoolchandra Rajak 8 Jan 2021 · 1 min read अभी एक हो जाओ अभी एक हो जाओ अभी एक हो जाओ।घर घुस आया चोर सब मिल शोर मचा ओ ।बड़े बड़े सब डर गये ।रक्षक भी भक्षक बन गये।कैसे रक्षा करोगे आपनी ।सो... Hindi · कविता 3 471 Share Phoolchandra Rajak 7 Jan 2021 · 1 min read ऐसी जिनदगी ऐसी जिनदगी जी कर चला।जो आज तक कर न सका भला।जिसका कोई बही न खाता खुला।ऐसी जिनदगी जी कर चला।।किस लिए आया था।किस काम के लियें आया था।कभी भी इतना... Hindi · कविता 1 3 239 Share Phoolchandra Rajak 7 Jan 2021 · 1 min read आड मे लोकतनत्र लोकतंत्र कीआड़ मे चल रहा धनतंत्र ।किसान के दिल से पूछिये ।कि कैसे होते है सरकारी काम।बिना लेन देन किये न पटवारी राम राम ।किसान आज भी परतंत्र है।लोकतंत्र की... Hindi · कविता 1 529 Share Phoolchandra Rajak 6 Jan 2021 · 1 min read मे रा परिचय साईं खेड़ा है ग्राम हमारा। जो जिला रायसेन में बसता है तहसील हमारी है सिलवानी। जो बेगम के तीर पर बसता है। श्री जग्गा प्रसाद पिता हमारे माता श्री गणेशी... Hindi · कविता 1 1 603 Share Phoolchandra Rajak 4 Jan 2021 · 1 min read मां की रक्षा अब छोड दो आशा जीवन और मरन की।कूद पर मैं दान मे लेकर सौगन्ध मेरे वतन की।मानव का धर्म नहीं है अतयाचार सहन की।वीर कभी चिंता नही करते है अपनी... Hindi · कविता 1 465 Share Phoolchandra Rajak 3 Jan 2021 · 1 min read वा ह रे वाह इनसान। अपराधियों के बीच मे रहता।फिर भी महान हैं।वाह रे वाह कया इनसान है।सब कुछ सुनता अपने कान है।कुछ. का कुछ पढा।फिर भी अभिमान है।वाह रे वाह कया इनसान है।झूठी वाही... Hindi · कविता 1 270 Share Phoolchandra Rajak 2 Jan 2021 · 1 min read आत्मा तुम क्या जानो अभिमानी। रस रस रस की अलग कहानी। अपनी मस्ती पर गरूर करें। बनकर अक्षर ज्ञानी। ज्ञान शब्द की परिभाषा। आज तक ना जानी। बिना आत्मा की खोज... Hindi · कविता 1 1 484 Share Phoolchandra Rajak 1 Jan 2021 · 1 min read कागज सबने लिखा एक कोरे कागज पर ।वह कागज कविता मय हो गया।पढने बाले ने कैसे पढा .कैसे कि दीदार हो गया ।मैंने लिखा दिल के ऊपर अमिट हो गया ।यही... Hindi · कविता 1 429 Share Previous Page 2 Next