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दिल के गुब़ार कागज़ पर उतार देता हूं , कुछ दिल से दिल की बात कर हल्का हो जाता हूं , बीती यादों के एहस़ासात को अल्फ़ाज़ों में ढाल अफ़साने बना पेश करता हूं , श़ुक्रिया !
बहुत सुंदर आभार आपका जी
बहुत बहुत आभार आपका जी।
दिल के गुब़ार कागज़ पर उतार देता हूं ,
कुछ दिल से दिल की बात कर हल्का हो जाता हूं ,
बीती यादों के एहस़ासात को अल्फ़ाज़ों में ढाल अफ़साने बना पेश करता हूं ,
श़ुक्रिया !
बहुत सुंदर आभार आपका जी
बहुत बहुत आभार आपका जी।