Radhakishan R. Mundhra 46 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Radhakishan R. Mundhra 15 Sep 2023 · 1 min read *हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻* *हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻* इसका अंदाज़ा मुझे आज हुआ जब आगे जा रही बस पर एक गुटके का विज्ञापन लिखा देखा... *”दाने दाने में... Quote Writer 4 474 Share Radhakishan R. Mundhra 30 Aug 2023 · 1 min read वाणी और पाणी का उपयोग संभल कर करना चाहिए... वाणी और पाणी का उपयोग संभल कर करना चाहिए... 🌹🙏🌹 Quote Writer 2 357 Share Radhakishan R. Mundhra 6 Aug 2023 · 3 min read *।। मित्रता और सुदामा की दरिद्रता।।* ☘🌱☘🌱☘🌱☘🌱☘🌱☘ एक ब्राह्मणी थी जो बहुत निर्धन थी। भिक्षा माँग कर जीवन-यापन करती थी। एक समय ऐसा आया कि पाँच दिन तक उसे भिक्षा नहीं मिली। वह प्रति दिन पानी... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 757 Share Radhakishan R. Mundhra 31 Jul 2023 · 1 min read बिसुणी (घर) बिसुणी (घर) घणों चालणो, पेंडो लाम्बो, तिरस्यां लागै दूणी। थक ज्यांवा जद, बासो लेवण याद आवै बिसुणी।। Rajasthani · Quote Writer · कविता · दोहा · लघु कथा 1 216 Share Radhakishan R. Mundhra 30 Jul 2023 · 1 min read "हास्य व्यंग्य" "हास्य व्यंग्य" देश और दुनिया में रोटी से ज्यादा खाई जाने वाली वस्तु है "घूस" और उससे से भी ज्यादा खाई जाने वाली चीज है "कसम" 😄😄😄 Hindi · Quote Writer · हास्य · हास्य-व्यंग्य 1 375 Share Radhakishan R. Mundhra 29 Jul 2023 · 2 min read "चाँद को शिकायत" संकलित चाँद को भगवान् राम से यह शिकायत है की दीपावली का त्यौहार अमावस की रात में मनाया जाता है और क्योंकि अमावस की रात में चाँद निकलता ही नहीं है... Hindi · कविता · कहानी · कुण्डलिया · ग़ज़ल · दोहा 2 1 172 Share Radhakishan R. Mundhra 27 Jul 2023 · 1 min read "ॐ नमः शिवाय" "ॐ नमः शिवाय" अपनी अहमियत बढ़ानी हो तो अपने अहं को कम कीजिए। क्योंकि जिनमे अहं कम होता है उनकी अहमियत ज्यादा होती है।। Quote Writer 1 383 Share Radhakishan R. Mundhra 24 Jul 2023 · 1 min read *॥ ॐ नमः शिवाय ॥* *॥ ॐ नमः शिवाय ॥* ☯️ शांत रहना चाहिए। मगर शांति अधर्म को जन्म देने लगती हो तो वहां पर शांति से ज्यादा महत्वपूर्ण क्रोध हो जाता है। सामर्थ्यवान होकर... Quote Writer 1 729 Share Radhakishan R. Mundhra 13 Jul 2023 · 1 min read हर शख्स माहिर है. खुद में झाँकने के लिए ज़िगर चाहिए जनाब! वर्ना दूसरों की शिनाख्त में तो हर शख्स माहिर है.!! ~~~~~ *खूबसूरत है वो हाथ..* जो मुश्किल के वक़्त किसी का सहारा... "फितरत" – काव्य प्रतियोगिता · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 4 246 Share Radhakishan R. Mundhra 12 Jul 2023 · 1 min read बेगुनाह कोई नहीं है इस दुनिया में... बेगुनाह कोई नहीं है इस दुनिया में... ~राज सबके होते हैं~ किसी के छुप जाते हैं, किसी के छप जाते हैं! 🙏🙏🙏 Quote Writer 1 342 Share Radhakishan R. Mundhra 11 Jul 2023 · 1 min read जैसे एकसे दिखने वाले नमक और चीनी का स्वाद अलग अलग होता है... जैसे एकसे दिखने वाले नमक और चीनी का स्वाद अलग अलग होता है... वैसे ही हमारे एकसे दिखने वाले अच्छे बुरे कर्मों का फल अलग अलग होता है... Quote Writer 1 542 Share Radhakishan R. Mundhra 7 Jul 2023 · 1 min read दौर कागजी था पर देर तक खतों में जज्बात महफूज रहते थे, आज उम् दौर कागजी था पर देर तक खतों में जज्बात महफूज रहते थे, आज उम्रभर की यादें भी एक उंगली से डिलीट हो जाती है। Quote Writer 3 485 Share Radhakishan R. Mundhra 4 Jul 2023 · 1 min read पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल "हृद पंचतत्वों (अग्नि, वायु, जल, पृथ्वी, आकाश) के अलावा केवल "हृदय" ही एक ऐसा अंग है जो निरन्तर कार्यरत रहता है। Quote Writer 1 414 Share Radhakishan R. Mundhra 3 Jul 2023 · 1 min read गुरु पूर्णिमा गुरु पूर्णिमा जीव मात्र की प्रथम "पूर्ण ~ गुरु ~ *माँ*" Quote Writer 1 259 Share Radhakishan R. Mundhra 2 Jul 2023 · 1 min read ~"मैं श्रेष्ठ हूँ"~ यह आत्मविश्वास है... और ~"मैं श्रेष्ठ हूँ"~ यह आत्मविश्वास है... और ~"मैं ही श्रेष्ठ हूँ"~ यह अहंकार है... Quote Writer 2 485 Share Radhakishan R. Mundhra 1 Jul 2023 · 1 min read ईश्वर से शिकायत क्यों... ईश्वर से शिकायत क्यों... उसने पेट भरने की जिम्मेदारी ली है... पेटियाँ भरने की नहीं... Quote Writer 1 392 Share Radhakishan R. Mundhra 30 Jun 2023 · 1 min read भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर भरोसा टूटने की कोई आवाज नहीं होती मगर उसकी गूँज जिन्दगी भर सुनाई देती है... Quote Writer 1 413 Share Radhakishan R. Mundhra 29 Jun 2023 · 1 min read आजादी विचारों से होनी चाहिये आजादी विचारों से होनी चाहिये ना कि संस्कारों से Quote Writer 2 443 Share Radhakishan R. Mundhra 25 Jun 2023 · 1 min read *चाय की चुस्की* चाय सिर्फ चाय नहीं होती... एक मनुहार होती है साथ मे समय बिताने की... एक आग्रह होता है थोड़ी देर और रुक जाने का.. एक विनती होती है आपस मे... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · गीत · मुक्तक 3 161 Share Radhakishan R. Mundhra 21 Jun 2023 · 1 min read प्रसाद का पूरा अर्थ प्रसाद का पूरा अर्थ प्रभु के साक्षात दर्शन Quote Writer 2 461 Share Radhakishan R. Mundhra 19 Jun 2023 · 3 min read 🕉️🌸आम का पेड़🌸🕉️ आप सबने इस कहानी को अवश्य पढ़ा होगा। एक घर के पिछवाड़े में एक आम का पेड़ लगा हुआ था। उस घर में एक बच्चा था जिसे वो आम का... Hindi · कहानी · निबंध · बाल कहानी · लघु कथा · संस्मरण 2 2 540 Share Radhakishan R. Mundhra 13 Jun 2023 · 1 min read गलत और सही गलत और सही जब आहार "गलत" हो तो दवा कोई काम की नहीं होती। और जब आहार "सही" हो तो दवा की कोई जरूरत नहीं होती। Quote Writer 3 2 546 Share Radhakishan R. Mundhra 11 Jun 2023 · 1 min read अपने आसपास "काम करने" वालों की कद्र करना सीखें... अपने आसपास "काम करने" वालों की कद्र करना सीखें... ना कि "कान भरने" वालों की... Quote Writer 1 591 Share Radhakishan R. Mundhra 10 Jun 2023 · 1 min read हम कहाँ जा रहे हैं... हम कहाँ जा रहे हैं... कभी गाँव की बेटी भी हमारी बेटी होती थी... आज हमारी बेटियाँ पड़ोसी से ही सुरक्षित नहीं है। Hindi Quotes · Quote Writer 2 583 Share Radhakishan R. Mundhra 9 Jun 2023 · 1 min read अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्म अक्सर लोगों को बड़ी तेजी से आगे बढ़ते देखा है मगर समय और किस्मत से आगे कोई नहीं बढ़ पाया है... Quote Writer 2 448 Share Radhakishan R. Mundhra 7 Jun 2023 · 1 min read *मस्ती* वो नीचे थी, मै ऊपर था। वो सोई थी, मैं लेटा था। दोनों हिल रहे थे, धक्के लग रहे थे। मस्ती में झूल रहे थे, सपनों में झूम रहे थे।... Poetry Writing Challenge · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल · मुक्तक · हास्य 3 376 Share Radhakishan R. Mundhra 6 Jun 2023 · 1 min read "आज का विचार" "आज का विचार" आज हम उस दोराहे पर खड़े हैं जहां हमें बड़ा होकर छोटे और छोटा होकर बड़े की भूमिका निभा कर अपने घर परिवार को सम्हालना है। Hindi Quotes · Quote Writer 1 824 Share Radhakishan R. Mundhra 5 Jun 2023 · 1 min read "लोग क्या कहेंगे" सोच कर हताश मत होइए, "लोग क्या कहेंगे" सोच कर हताश मत होइए, क्योंकि सफलता शर्म से नहीं साहस से मिलती है। Quote Writer 1 425 Share Radhakishan R. Mundhra 4 Jun 2023 · 1 min read हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया हर व्यक्ति की कोई ना कोई कमजोरी होती है। अगर उसका पता लगाया जाए तो उसे काबू में किया जा सकता है।। Quote Writer 1 466 Share Radhakishan R. Mundhra 4 Jun 2023 · 1 min read अपनों का हाथ पकड़ कर चलिए अपनों का हाथ पकड़ कर चलिए किसी के पाँव पकड़ने की आवश्यकता नहीं होगी। Hindi · Quote Writer 1 322 Share Radhakishan R. Mundhra 24 May 2023 · 1 min read "दो हजार के नोट की व्यथा" न किसी की आँख का नूर हूँ न किसी के दिल का क़रार हूँ जो किसी के काम न आ सके मैं वो रूपया दो हज़ार हूँ । मेरा रंग-रूप... Hindi · कविता · कुण्डलिया · ग़ज़ल/गीतिका · बाल कविता · मुक्तक 3 2 252 Share Radhakishan R. Mundhra 19 May 2023 · 4 min read "दोस्ती का मतलब" सभी दोस्तों को लग रहा था कि मिश्राजी पिछले काफी दिनों से चिंता में रहने लगे है। उनकी नजर में उनका भरा पूरा परिवार है। पत्नी, बेटा, बहू, एक पोता... दोस्ती- कहानी प्रतियोगिता · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 3 477 Share Radhakishan R. Mundhra 18 May 2023 · 4 min read "गाँव की सड़क" यह कहानी है उस गाँव की जिसमे हर साल या तो अकाल पड़ता था या फसल कम होती थी. मगर गाँव के लोग बड़े खुद्दार थे. वे अपनी माटी को... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 2 333 Share Radhakishan R. Mundhra 4 Nov 2022 · 3 min read "दीपावाली का फटाका" दीपावाली की शाम थी. पूरा मोहल्ला दीयों की रौशनी से जगमगा रहा था. सब लोग परिवार सहित आतिशबाजी का आनन्द ले रहे थे, मगर राजाराम जी के घर में शगुन... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 319 Share Radhakishan R. Mundhra 1 Oct 2022 · 3 min read "वृद्धाश्रम" सुखीराम जी का जीवन वास्तव में सुख से बीत रहा था। वजह थी समय के साथ बदलाव को स्वीकार करना। बचपन मे जब साइकिल सीखने की उम्र थी तो साइकिल... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 2 1k Share Radhakishan R. Mundhra 8 Aug 2022 · 4 min read *"रक्षाबन्धन"* *"काँच की चूड़ियाँ"* बात उन दिनों की है जब मै १०-११ साल का था. मैं अपने माता पिता के साथ अपने मामा के यहाँ गया हुआ था. सावन का महीना था मामा के... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 423 Share Radhakishan R. Mundhra 6 Jul 2022 · 4 min read *बहू- बेटी- तलाक* राजाराम जी ने अपने बेटे संजय का विवाह अपने रिश्तेदार की पुत्री शुशीला से तय किया था. दोनों परिवारों में जान-पहचान होने के कारण किसी तरह की कोई चिंता नहीं... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 2 930 Share Radhakishan R. Mundhra 1 May 2022 · 1 min read "*पिता*" "पिता" केवल एक रिश्ता ही नहीं, हमारे जीवन का आधार होता है। माँ के अलावा "पिता" ही वो पहला व्यक्ति होता है जो हमारे इस दुनियां में आने से सबसे... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 5 4 275 Share Radhakishan R. Mundhra 7 Apr 2022 · 4 min read "सूनी मांग" पार्ट-2 गतांक 2 अप्रेल से ... अशोक के गाँव के ज्यादातर लोग फौज में भर्ती है. खुद अशोक भी यही चाहता था मगर ट्रेनिंग में पास ना हो पाने के कारण... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 447 Share Radhakishan R. Mundhra 2 Apr 2022 · 4 min read *सूनी माँग* पार्ट-1 अशोक के गाँव के ज्यादातर लोग फौज में भर्ती है. इसलिए उसके गाँव को सब लोग फौजियों का गाँव कहते हैं. खुद अशोक के परिवार से जुड़े कई लोग फौज... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 284 Share Radhakishan R. Mundhra 28 Feb 2022 · 3 min read *नीम का पेड़* राजाराम जी का शहर में व्यापार था. उनके दो पुत्र थे सुनील और सुधीर. वे दोनों भी शहर में ही पढ़ कर बड़े हुए थे. इसलिए राजाराम जी का गाँव... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 1k Share Radhakishan R. Mundhra 4 Feb 2022 · 3 min read *"ममता"* पार्ट-5 गतांक से आगे. . . सेठजी बोले महात्मा जी पूरी बात बताइए, हम सब व्याकुल हो रहे हैं... महात्मा जी बोले साहूकार जी की बहू ने तो निस्वार्थ भाव से... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 405 Share Radhakishan R. Mundhra 3 Feb 2022 · 2 min read *"ममता"* पार्ट-4 गतांक से आगे. . . दादीजी और राजेश ने उनसे इस घटना को विस्तार से बताने का आग्रह किया तो महात्मा जी ने सभी लोगों को शांति से बैठने का... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 3 799 Share Radhakishan R. Mundhra 2 Feb 2022 · 3 min read *"ममता"* पार्ट-3 गतांक से आगे... अगले दिन शनिवार था, इसलिए राजेश को भी छुट्टी थी, दिन भर सब अपने अपने काम में व्यस्त थे. शाम को 5 बजे दोनों पति-पत्नी पड़ौसी दादाजी... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 742 Share Radhakishan R. Mundhra 1 Feb 2022 · 2 min read *"ममता"* पार्ट-2 गतांक से आगे. . . रात को उन्होंने दादाजी को ये बात बताई, हालाँकि दादाजी को भी बात अटपटी लगी मगर वे इसे टाल गए, बात आई गई हो गई.... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 612 Share Radhakishan R. Mundhra 31 Jan 2022 · 2 min read *”ममता”* पार्ट-1 बैंक मैनेजर राजेश का स्थानान्तरण शहर से उनके पैत्रिक गाँव में हो गया। गाँव के माहौल को देखते हुए उसकी पत्नी सरिता ने एक गाय पालने की इच्छा व्यक्त की.... Hindi · कहानी · निबंध · लघु कथा · लेख · संस्मरण 1 694 Share