PRATIK JANGID Tag: लेख 33 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख –6 (1) "सर्द रातें । हसीन शामें । जाड़ों की नर्म दोपहरे । और बारिश में भीगना।„ यही सब मुझसे भुलाया नहीं जाता । तुम्हारा मुझमें अब भी बहुत कुछ बाकी... Hindi · लेख 370 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read प्रेम का स्पर्श हमारे प्रेम की इस लीला में , तुम किसी पेड़ की शाखाओं से लिपटी हुई लता सी हो। जो अपनी भुजाओं में मुझमें लिपटती चली जाती हो अंत सिरे तक।... Hindi · लेख 1 331 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख–5 (1) बहुत चीखती चिल्लाती है, बोलती है वो । अरे साहब, वो तो चुप ही रहती है पर उसकी ये कलम ही ये सब बवाल करती है । (2) इश्क... Hindi · लेख 320 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख–4 (1) इस जहां को तस्वीरों में कैसे कैद में कर लू । बिखरी हुई इस खूबसूरती को कैसे में समेट लूं ।। विविधताओं के इस मुल्क में यही तो रंग... Hindi · लेख 276 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read यात्रा तुम्हे यात्रा पर निकल जाना चाहिए। जब कभी तुम्हे लगता है की मन परेशान है ,उदास है। या फिर उलझनों में बहुत ज्यादा उलझ गए हो। थोडा सुकून चाहते हो।... Hindi · लेख 429 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख– 3 (1) भटकते–भटकते ही सही, कहीं तो जाकर ठहरे हम । फिर दिखा कुछ यू इस ढलती शाम का नज़ारा , दो पल रुके और आंखों में कैद कर लौट आए... Hindi · लेख 321 Share PRATIK JANGID 17 May 2021 · 1 min read लेख (1) तुम्हे कभी इंतजार नहीं करना चाहिए, हद से ज्यादा । तुम्हे हमेशा अपने समय से ही चलना चाहिए ।। (2) किसी कि जिंदगी का क्या भरोसा । जो है... Hindi · लेख 578 Share PRATIK JANGID 9 May 2021 · 1 min read मैंने सीखा है मां से मैं कभी नही भूल सकती माँ, कि तूने मुझे क्या-क्या सिखाया। – किसी बिखरी हुई चीज को सलीके से रखना सिखाया। – टूटे हुए को जोड़ना सिखाया। – घर के... Hindi · लेख 1 2 315 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 1 min read लेख (1) आज खुदकुशी हो गई, और किसी को पता भी नहीं चला कि क्या हुआ। मरने वाला और कोई नहीं उस लड़की की इच्छाएं , सपने और कुछ छोटे-छोटे कच्चे... Hindi · लेख 8 2 348 Share PRATIK JANGID 23 Jul 2020 · 1 min read रिहाई ~ रिहाई ~ सुना है..... आखिर आजाद कर ही लिया उस लड़की ने खुद को, जो बरसों से कैद थी.... बंदिशों वाली परम्पराओं और रीतिरिवाज़ों में। और अब..... खटकने, चुभने... Hindi · लेख 4 2 451 Share PRATIK JANGID 12 Jul 2020 · 1 min read हाँ ये सुकून है । हाँ ये सुकून है । - मुझे लगता है, सुबह से लेकर शाम तक की भागदौड़ के बाद जब तुम घर को जाते हो और बैठ किसी कुर्सी पर एक... Hindi · लेख 5 2 335 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read छोटू की चाय वक्त बेवक्त कभी भी याद आ जाती हूं । किसी का दर्द तो थके हुए की थकान मिटाती हूं । लोग मुझे चाय कहते है। अक्सर इसी जर्मन की केतली... Hindi · लेख 3 2 342 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read डिअर कलम डिअर कलम , मैने तुमको कभी थैंक्यू नहीं बोला । शायद मैने तुम्हारी मौजूदगी को महसूस करते हुए भी तुम्हें याद नहीं किया , तुम मुझे हमेशा सही जगह जो... Hindi · लेख 2 460 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया... आज मैने तुमको कुछ इस तरह याद फरमाया... दो कुर्सियों को आमने सामने लगाया । एक पर खुद बैठा... दूसरे पर तुम्हारी यादों को बैठाया। फिर एक कप चाय के... Hindi · लेख 3 243 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read जुल्फ बिखरने दो इन जुल्फो को , आज़ाद ही रहने दो । तुम मुझे..., मेरे मन को बांध सकते हो । पर में किसी को बांधे रखु , ये मुझसे नहीं... Hindi · लेख 2 319 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read बंदिशे ख़यालो को आजाद रखा करो । बंदिशे और घुटन बहुत कुछ तबाह कर देती है । कभी खामोश बैठ देखे थे उसने कई ख़्वाब । हकीकत की दुनिया से बेखबर... Hindi · लेख 2 259 Share PRATIK JANGID 27 Jun 2020 · 1 min read कुछ ख्वाब बुने । इस आसमां के तले, आज फिर कुछ ख्वाब बुने । दिल ने मन को खामोश रहने की हिदायत दी । और मन बावरा कभी इधर तो कभी उधर चले फिरे... Hindi · लेख 2 283 Share PRATIK JANGID 31 May 2019 · 1 min read लेख -कभी जो मिलो , तो जाने की जल्दी ना करना । फ़ुरसत में तो हम भी नहीं होंगे , पर आंखो से ओझल हो जाएं तो फिर अफसोस मत करना... Hindi · लेख 439 Share PRATIK JANGID 10 Feb 2019 · 1 min read एक मुलाकात अनजान रास्ते और एक मुलाकात । दो पल की बाते और जन्मों का साथ ।। बने होंगे ऐसे भी रिश्ते जो इस क़दर मिले होंगे । किसी डगर पर दोनों... Hindi · लेख 1 453 Share PRATIK JANGID 26 Jun 2018 · 1 min read एक वक्त आज फिर से तुम याद आये हो, बे वजह इतना क्यों मुस्कुराते हो , हाँ, तुमसे मिले अरसा हो गया है , पर सामने आने पर इतना क्यू घबराते हो... Hindi · लेख 1 496 Share PRATIK JANGID 19 May 2018 · 1 min read रूठ जाता हूं में खुद से खुद ही रुठ जाता हूं । जब खुद से ही खुद हार जाता हूं ।। निराशाएं मुझे घेर लेती है । जब में तन्हा रह जाता हूं... Hindi · लेख 1 304 Share PRATIK JANGID 2 May 2018 · 1 min read कैसे कहु कैसे में कहु तुझसे । कुछ बाते मुझमे ही दब सी रह गयी ।। जिक्र ना कर सका जिन बातों का । अब चहरे की रंगत बया कर रही ।।... Hindi · लेख 1 348 Share PRATIK JANGID 8 Mar 2018 · 1 min read ये प्यार तुम समझती नही हो , या में समझा नही पता । ये किसी कशमकश है । में चाहकर भी तुझसे बहुत कुछ कह नही पता । शुक्र है तुम कही... Hindi · लेख 1 437 Share PRATIK JANGID 8 Mar 2018 · 1 min read ये सच है । कुछ बाते सच्ची है । कुछ अफवाएं है बदनामी की । ये तो कुछ लोगो की फितरत है । आग में घी डालने की । ना सच को सुनना पसंद... Hindi · लेख 1 289 Share PRATIK JANGID 6 Mar 2018 · 1 min read ये भुख हैं साहब तकलीफ पेट की चेहरे से बयां करनी पड़ती हैं। ये भूख है साहब हम जैसे को हर रोज़ ऐसे ही सहनी पड़ती हैं ।।हर दिन एक उमंग के साथ जाग... Hindi · लेख 1 280 Share PRATIK JANGID 11 Dec 2017 · 1 min read ये मेरा मन कहता है Tum achi ho ..ye me nahi khta mere undr se awaj aati he .....tum kbhi kbhi pgal lgti ho .....shayd ye pglpnti hi tumhri achayi ka reason he ....ye me... Hindi · लेख 1 478 Share PRATIK JANGID 6 Nov 2017 · 1 min read कुछ ख्वाहिशें कुछ सपने चल तुझे कुछ छोटी छोटी ख्वाहिशें बताता हू। तेरे साथ की ताकि तू भी उन्हें लाइफ में याद रखती । 1 तेरे साथ एक long ड्राइव करनी थी तुझे हवाओं... Hindi · लेख 1 452 Share PRATIK JANGID 23 May 2017 · 1 min read ऐ....ज़िन्दगी ज़िन्दगी में कुछ ना कुछ तो बेहतरीन जरूर कर लूंगा । ऐ…ज़िन्दगी देख मे तेरा कहा तक पीछा करता हु।। Hindi · लेख 1 263 Share PRATIK JANGID 28 Apr 2017 · 2 min read डिअर डेयरी से मेरी बात dear diary में तुमको यह बताना चाहता की तुमको मेने बनाया ताकि में तुमसे बात कर सकु ! जो जी चाहे लिख सकता हु ! तुम मेरे best friend की... Hindi · लेख 1 352 Share PRATIK JANGID 7 Apr 2017 · 1 min read वो एक सीधी सी लड़की..... वो चुप थी । तालाब की तरह। फिर लहरों की तरह बहने लगी ।। वो खुश थी । फूलो की तरह । फिर काटो की तरह सबको चुभने लगी।। वो... Hindi · लेख 1 439 Share PRATIK JANGID 1 Oct 2016 · 1 min read में भी कुछ करना चाहता हु में भी कुछ करना चाहता हु , इक हुनर में भी सीखना चाहता हु, कुछ बंदिशे मुझे रोके रखती हे बस इन बंदिशों से निकलना चाहता हु, में भी इन... Hindi · लेख 1 454 Share PRATIK JANGID 23 Sep 2016 · 1 min read बेताब कलम कलम भी चलने को बेताब हे . और लब्ज होटो से फिसलने को , अब तो कागज़ का पन्ना भी थम सा गया हे कलम की नोक को चूमने को... Hindi · लेख 519 Share PRATIK JANGID 22 Sep 2016 · 1 min read आज जो यु मिले हो तुम , थोडा अपने से लगे हो तुम आज जो यु मिले हो तुम , थोडा अपने से लगे हो तुम ये ख़ामोशी कुछ कहना चाह रही हो, जेसे फिर से गुम होना चाहती हो तुम ! आज... Hindi · लेख 289 Share