Pratibha Smriti 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pratibha Smriti 24 Mar 2020 · 1 min read कोरोना सिंधु घाटी सभ्यता जैसे, पतन कहीं फिर हो ना मानव का संहार कर रहा, चैनिज रोग कोरोना वर्षों से मैं कहती आयी , मेरी बात सुनो ना चैनिज वस्तु लो... Hindi · कविता 660 Share Pratibha Smriti 24 Mar 2020 · 1 min read मैं तो मेरे जैसी हूँ मैं तो मेरे जैसी हूँ ************** मैं जैसी थी वैसी हूँ । नकल नहीं करना औरों की मैं तो मेरे जैसी हूँ । थककर चकनाचूर हुई जब दुनिया पूछे कैसी... Hindi · कविता 2 336 Share Pratibha Smriti 22 Mar 2020 · 1 min read पिता माँ नैया , पतवार पिता हैं । जीवन का आधार पिता हैं । नहीं मुझे चिंता रोटी की , जब तक पालनहार पिता हैं । जिस माँ ने मुझको जन्म... Hindi · कविता 1 390 Share Pratibha Smriti 17 Nov 2018 · 1 min read मेरी माँ शीर्षक :- मेरी माँ ???????? बहुत सरल और भोली -भाली माँ की तो हर बात निराली । पापा जो कहते कर जाती , अपनी बुद्धि नहीं लगाती । जोर से... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 35 927 Share Pratibha Smriti 16 Nov 2018 · 2 min read मेरी माँ बहुत सरल और भोली -भाली माँ की तो हर बात निराली पापा जो कहते कर जाती , अपनी बुद्धि नहीं लगाती । जोर से कोई बात करे तो , घबड़ाकर... Hindi · कविता 3 1 515 Share