Dr.Pratibha Prakash Tag: कविता 72 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr.Pratibha Prakash 10 Nov 2024 · 1 min read स्त्री हां मैं स्त्री हूं न कामुक हूं न अबला हूं न पत्नी हूं न सबला हूं मैं कात्यायनी अम्बा हूं मंगल सूत्र नहीं पहचान मेरी खड्ग पिनाक धारणी हूं हां... Hindi · कविता 25 Share Dr.Pratibha Prakash 10 Nov 2024 · 1 min read स्वतंत्रता आन्दोलन में महिलाओं का योगदान भारत की आजादी की लड़ाई में, महिलाओं ने दिखाया पराक्रम त्याग और बलिदान की मूरतें, झांसी की रानी, सवित्री का धरम। बीना, कलयानी, प्रीति कल्पना का, स्वतंत्रता संग्राम में महान... Hindi · कविता 1 21 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Nov 2024 · 1 min read अक्का देवी किसी समाज की आधार शिला स्त्री हर उत्पात का हुआ कारण कहा स्त्री इसके सभी गुणों को रखा गया छिपाकर लेकिन सौन्दर्य वखान किया उजरा कर कर आखिर क्यों सत्य... Hindi · कविता 1 45 Share Dr.Pratibha Prakash 30 Oct 2024 · 1 min read कविता के शब्द शब्द ये कविताएं क्या हैं केवल सुर शब्दों की सरिता है करें प्रज्ज्वलित हृदय चेतना ये पावन सविता है ये लय वद्ध कहीं प्रार्थना, कहीं पूजा आराधन है कहीं योग... Hindi · कविता · गीत 21 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Oct 2024 · 1 min read बीना दास एक अग्नि कन्या जब भी राजनीति के दुर्भाग्य का जिक्र किया जाएगा महान महिला क्रांतिकारियों को भुला दिया जाएगा बनी हजारों चलचित्र संगीत संग चरित्र श्रंखलाएं नहीं मिलती इन चिंगारियों की जलती हुई... Hindi · कविता 19 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Oct 2024 · 1 min read नौ दिन छलने के लिए देवता ही आखिर दैत्य बेचारे लड़ते रहे और मरते रहे साधन करते रहे नित साधक रचते रहे वेद ऋषि व्यापक ज्ञान बिकता रहा स्त्री लुटती रही छली... Hindi · कविता 1 15 Share Dr.Pratibha Prakash 29 Oct 2024 · 1 min read माँ माँ याद मुझे वो दिन आया, पी जी आई में देखी काया अभी प्रसव से पुत्र जना, अभी माँ को बाहर लाया चिपका हुआ माँ के स्तन में, माँ अचेत... Hindi · कविता 1 24 Share Dr.Pratibha Prakash 17 Oct 2024 · 1 min read कर्महीनता कर्महीन हो गए हो, पथ हीन हो गए हो नशे में झूम झूम कर, अर्थ हीन हो गए हो महंगी कारें विदेशों में भ्रमण के नाम पर जाइए स्वयं के... Hindi · कविता 1 64 Share Dr.Pratibha Prakash 10 Oct 2024 · 1 min read चीर हरण महाभारत का द्रौपदी चीर ‘पांडव भी तो उसी कुल का रक्त थे , लगा दिया दानव में एक ने और जीत लिया दांव भाई ने ही तो ढोंगी भीष्म ,... Hindi · कविता 1 63 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Sep 2024 · 1 min read चिंतन मन साधिये तन भी सध जायेगा पथ जीवन को अपना मिल जायेगा काम से दूर यदि कामनाएं रहें राग में भी वैराग मिल जायेगा मूंद आँखे जरा ध्यान में बैठ... Hindi · कविता 1 56 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Sep 2024 · 1 min read सबकुछ झूठा दिखते जग में, सबकुछ झूठा दिखते जग में, सांचा तेरा नाम दिखे जिसे दिख जाए खुद में, मन बन जाये धाम जैसा सोचा वह ही पाया, नियम यही पैगाम शंका मन में रही... Hindi · कविता 1 36 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Sep 2024 · 1 min read राष्ट्र भाषा हिंदी दोहा सोरठा औ चौपाई हिन्दी में ही लिखी रूबाई हिन्दी की अपनी गरिमा है हिन्दी की अपनी महिमा है हिन्दी मात्र नहीं इक भाषा आत्म चेतना की परिभाषा हिन्दी छंदों... Hindi · कविता 1 68 Share Dr.Pratibha Prakash 12 Sep 2024 · 1 min read हिन्दी हिन्दी हिन्दू हिदुस्तान, तेरे लिए है तन मन प्राण है तिरंगा अपनी शानमेरा देश मेरी पहचान हिन्दी हिन्दू हिदुस्तान..................... पंच तत्व का ज्ञान यहां है, मनुज मोक्ष का धाम यहां... Hindi · कविता 1 75 Share Dr.Pratibha Prakash 5 Sep 2024 · 1 min read शिक्षा का उद्देश्य भूल गए, नव छात्र ये कर्म भूल गए शिक्षा का उद्देश्य भूल गए, नव छात्र ये कर्म भूल गए शिक्षा सेवा राष्ट्र निर्माण, शिक्षक भी ये धर्म भूल गये आज सभी दिवस बधाई, शिक्षक बन्धु मिले मिलाई शिक्षा... Hindi · कविता 1 53 Share Dr.Pratibha Prakash 5 Sep 2024 · 1 min read आइये हम ये विचार करें आइये हम ये विचार करें , क्यों हम मनुज श्रेष्ठ कहलाये क्यों भूले उदेश्य जन्म के, शिवांश हम भू पर क्यों आये , परम सत्ता से पृथक हुए हम, ज्ञान... Hindi · कविता 1 51 Share Dr.Pratibha Prakash 5 Sep 2024 · 3 min read युवा सपूतों किधर जा रहे हो युवा सपूतो मॉक सिगार, ई सिगरेट न फूंको|| आओ देवालय तुमको बुलाते देव हिमांचल के गा गा सुनाते || देख कर पश्चिम को भटकते क्यों हो... Hindi · कविता 1 31 Share Dr.Pratibha Prakash 4 Sep 2024 · 3 min read शिमला: एक करुण क्रंदन उत्साह था मन में शिमला का प्रकृति के बड़ा साथ मधुर मिलन का मार्ग में गर्मी का अहसास हुआ पिंजौर में सूरज उबलता हुआ ऐसा तो नहीं डगलस ने लिखा... Hindi · कविता 2 58 Share Dr.Pratibha Prakash 2 Sep 2024 · 1 min read वीरांगनाएँ सर्वस्व लुटाया जिन महिलाओ ने भुला दिया क्यों उनको गाथाओं में दुधमुंहे बच्चो की वो मातायें जली अग्नि में जीवित ये चिताएं आओ उनको भी नमन करें हम उनके नामो... Hindi · कविता 52 Share Dr.Pratibha Prakash 22 Aug 2024 · 1 min read .....हा हा दो पैरों वाले सभी .आवारा पशु कैसा समाज ये कैसी शिक्षा, कौन बनेगा तारणहार कुर्सी पर भी बैठी नारी , कैसे हो सकती अत्याचारी एक सिंहासन की खातिर , कैसे तुमने भेंट चड़ा दी क्या तुम्हें... Hindi · कविता 1 47 Share Dr.Pratibha Prakash 10 Aug 2024 · 1 min read दुर्गा भाभी वो पोस्ट बॉक्स कहलाती थी शिक्षित भारत का सपना रखती थी भगत सुखदेव या यशपाल राज गुरु भाभी-दादी-चाची बन जाती थी लड्डू खिलाती कभी बैठक करती स्वयं रक्त से टीका... Hindi · कविता 69 Share Dr.Pratibha Prakash 7 Aug 2024 · 1 min read हे वीर कन्या तुम्हारा कर्ज है हम पर कैसे कहो चुका ये पायें , एक नाम सम्मान सहित काश अगर हम दे पायें , एक शाम तेरे नाम ही कर दें, वन्दे मातरम... Hindi · कविता 1 54 Share Dr.Pratibha Prakash 28 Jul 2024 · 1 min read मात भारती मात भारती के लाल, ऊंचा जिनका हैं भाल करें रण में कमाल , सिंह कहलाते हैं तान कंधे पे बंदूक, लेके चले संदूक करें सीमा पे न चूक, गाथा बन... Hindi · कविता 1 62 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Jul 2024 · 1 min read सैनिक गाँव का एक जवान, देता यही पहचान शहीद मेरा भाई औ, पिता मेरी शान है कुछ नहीं घर मेरे, ताऊ और चाचा मेरे भारत की सेना में ही, सीमा के... Hindi · कविता 1 73 Share Dr.Pratibha Prakash 20 Jul 2024 · 1 min read आजमाइश इतना भी न गिरो नजरों में कि गुंजाइश ही न रहे कभी टूटकर वापिस तुमसे मिलने ख्वाहिश न रहे बहुत लम्बा वक्त गुजारा है तेरे आगोश में हमदम लेकिन अब... Hindi · कविता 1 68 Share Dr.Pratibha Prakash 10 Jul 2024 · 1 min read हृदय पुकारे आ रे आ रे , रो रो बुलाती मेघ मल्हारें हृदय पुकारे आ रे आ रे , रो रो बुलाती मेघ मल्हारें गये पिय कौन विदिशवा, रोवत नैना दिन-रैना रे .. न जाने का भूल भई है , पवन सुहानी... Hindi · कविता · गीत 1 74 Share Dr.Pratibha Prakash 10 Jul 2024 · 1 min read सैनिक का सावन पात पात हरियाली छाई , सावन की है ये अंगड़ाई महकी वसुधा महकी माटी,अब फुहार ने तपन मिटाई आशाओं के पुष्प खिले हैं , बिछड़े कितने मीत मिले हैं नेह... Hindi · कविता · गीत 1 89 Share Dr.Pratibha Prakash 5 Jul 2024 · 1 min read बचा लो तिरंगा कारण पता चला हमें आज , भारत क्यों गुलाम हुआ सही नरेश चुना न हमने , व्यर्थ शत्रु बदनाम हुआ एक दशक में जिसने हमको , स्वाभिमान सिखाया था सदियों... Hindi · कविता 1 67 Share Dr.Pratibha Prakash 5 Jul 2024 · 1 min read दुश्मन फिर से दुश्मन बौखलाया है , शेरों को देख घबराया है करने लगा निरंतर हमले, आदम भेड़िया बौराया है यूं तो मेरा ये क्षेत्र नहीं है, लेकिन सुख में कोई... Hindi · कविता 1 52 Share Dr.Pratibha Prakash 5 Jul 2024 · 1 min read नारी काल खण्ड का शिकार है नारी पुरुष बना जब जबरन अधिकारी स्वयं सजाया समाज पुरुष प्रधान निर्णय दे दिया निम्नतम है नारी सौष्ठव का दंभ पुरुष पर भारी अन्धा बना... Hindi · कविता 1 70 Share Dr.Pratibha Prakash 5 Jul 2024 · 1 min read बचपन जी लेने दो मुझको थोड़ा जी लेने दो, बचपन मेरा जी लेने दो मैं पढूंगी और लिखूंगी , जीवन में कुछ नाम करुँगी किन्तु मात पिता संग रहने दो............. अति का होम वर्क... Hindi · कविता 1 72 Share Dr.Pratibha Prakash 25 Jun 2024 · 1 min read अध्यात्म की तपोभूमि अध्यात्म की तपो भूमि पर बनी खड़ी हैं महल अटारी ज्ञान प्रकाश पर भारी है मोह लोभ की निशा अंधियारी जो आत्म वोध के मार्ग बताते, स्वयं अनभिज्ञ क्यों हो... Hindi · कविता 1 91 Share Dr.Pratibha Prakash 18 Jun 2024 · 1 min read रानी मर्दानी तुम रानी मर्दानी ही नहीं सुलगती एक चिंगारी हो तुम केवल इतिहास नहीं, भूगोल की बम बारी हो समझ सके जो राष्ट्र प्रेम क्या,वो शब्दों को भी समझेंगे कहा हैं... Hindi · कविता · गीत 2 143 Share Dr.Pratibha Prakash 17 Jun 2024 · 2 min read बुझदिल तुम भूल गये हो बालाकोट, भूल गये विजय कारगिल उलझ गये मजहब व्यूह में , काम तुम्हारे हैं बुझदिल तुमने कुछ नवयुवको को झांसा देकर, झूठा ख्वाब दिखाया है इन... Hindi · कविता 2 60 Share Dr.Pratibha Prakash 15 Jun 2024 · 1 min read चाहतें चाहतों का आकाश बड़ा है, लेने का भी पात्र बड़ा है रहे स्मरण पाश बड़ा है, जो फंस गया वो फंसा खड़ा है हम को क्या हम अर्ध संन्यासी, उलझे... Hindi · कविता 2 64 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2024 · 1 min read झुलस धरती झुलस रही अब आओ , हे मेघा अब तो जल बरसाओ अब तो दया करो हे अम्बर , काली घटा से नीर ले आओ सुख गये हैं तालब बाबड़ी,... Hindi · कविता 1 84 Share Dr.Pratibha Prakash 14 Jun 2024 · 1 min read डर लगता है ईंट पत्थर पिस्टल गोलियों की धाय धाय चारों तरफ अराजकता और हाय हाय बचाओ मारो बाहर निकलो सुनाई देता है सड़कों पर ही रेप और हत्या कांड होता है डर... Hindi · कविता 3 109 Share Dr.Pratibha Prakash 10 Jun 2024 · 1 min read मैं नहीं कहती मैं नहीं कहती सन्यासी हो जाओ, मैं ये भी नहीं कहती जाकर कहीं धुनी रमाओ ये भी नहीं कि शमसान में जाकर तुम भी भस्म नहाओ ....मैं ये नहीं कहती... Hindi · कविता 1 68 Share Dr.Pratibha Prakash 29 May 2024 · 1 min read त्राहि त्राहि तपती छाती वसुन्धरा की तरुवर बिन अकुलाई है सूना आंचल कहे व्यथा अब नदिया की करुनाई है सूख गये तालाब बाबड़ी कुओं के दिन बीत गये गौरैया कपोत काग अब... Hindi · कविता · गीत 2 137 Share Dr.Pratibha Prakash 28 May 2024 · 1 min read शाम शाम आज की गर्मी से राहत दिलाती ढलती हुई शाम बच्चो को घर बाहर खिलाने ले जाती हुई ये शाम चकोर को भी तो इंतजार है चांद का जो आएगा... Hindi · कविता 1 49 Share Dr.Pratibha Prakash 24 May 2024 · 1 min read पीपल बाबा बूड़ा बरगद पीपल बाबा, बूड़ा बरगद शाखाएं अपनी फैलाता था नीम हकीम की पुड़िया होती, भूत बबूल पे आता था टेशू महकते फागन में, जेठ फालशे खाते थे इठलाती इमली खट्टी, मीठा... Hindi · कविता · गीत 3 124 Share Dr.Pratibha Prakash 23 May 2024 · 1 min read बुद्ध पूर्णिमा बुद्ध पूर्णिमा पर विशेष क्षमा सहित आप सभी कि प्रतिकियाओं कि प्रतीक्षा करुँगी सभी कहते हैं कि तुम बुद्ध थे लेकिन तुम तो सिद्धार्थ ही थे सत्य यही कि तुम... Hindi · कविता 2 110 Share Dr.Pratibha Prakash 20 May 2024 · 3 min read बीते हुए दिन बचपन के मेरा बचपन मां … मेरे बचपन में बेटा आता था बन्दर मामा लाठी संग होती मामी को ससुराल से लाना .. हःह अच्छा और क्या क्या होता था माँ ....बच्चे... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता 1 156 Share Dr.Pratibha Prakash 11 May 2024 · 1 min read हे बुद्ध हे वुद्ध जगाया दीप तुमने आत्मा का किया कल्याण तत्कालीन समाज का सच कहो खुद में झाँका कभी खुद को क्या विचार आया था यशोधरा का देते रहे उपदेश तुम... Hindi · कविता 2 132 Share Dr.Pratibha Prakash 5 May 2024 · 1 min read नारी तू नारायणी नारी तू नारायणी नारी तू नारायणी ,नहीं अबला, तुम शक्ति प्रदायिनी तुम ही काली तुम कपालिनी ……………..नारी तू नारायणी गोद तुम्हारी वात्सल्य झूले, ममता तुम्हारे आंचल फूले तुमसे स्नेह पराग... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 94 Share Dr.Pratibha Prakash 5 May 2024 · 1 min read मैं मैं खोजना चाहता हूँ एक बार खुद को ही मैं पञ्च तत्व से निर्मित हूँ फिर भी जाने क्यों लगूं क्यू कभी –कभी बिखरा सा और कभी साहस का दरिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 86 Share Dr.Pratibha Prakash 4 May 2024 · 2 min read आखिर क्यों क्यों स्त्री वुद्ध नहीं हो जाती क्यों घर छोड़ते ही कुलटा कहलाती यूँ तो ज्ञान की देवी सरस्वती लेकिन ज्ञान पर अधिकार नहीं रखती यूँ तो नवरात्रि में स्त्री माँ... Hindi · कविता 1 43 Share Dr.Pratibha Prakash 23 Apr 2024 · 1 min read संवेदनायें संवेदना किसी भी वेदना का कारण होती हैं ये संवेदनाएं ही हैं जो निवारण भी करती हैं संवेदनाओं की अपनी होती एक निजी भाषा बिना शब्दों के आँखों में परिभाषा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 12 11 284 Share Dr.Pratibha Prakash 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदनाएं संवेदनाये जगती हैं तो भावनाएं बन जाती हैं संवेदनाएं मरती हैं तो दुर्घटनाएं हो जाती है || संवेदनाओं में पिरोकर ही होता ईश का वंदन सवेनाओं में ही जागता है... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 12 338 Share Dr.Pratibha Prakash 31 Mar 2024 · 1 min read होली पर उड़ता गुलाल, लाल, लाल अज गाल पर हंसी ठिठोली अज, होली की फुहार पर गली-गली शोर-होर, हर इक द्वार पर बाल गोपाल ग्वाल, रंगों की बौछार पर सरसों की पीत... Hindi · कविता 3 100 Share Dr.Pratibha Prakash 27 Mar 2024 · 1 min read बाढ़ झंझावातो की बाढ़ सी आई है रुकावटों की बहार सी आई है अचानक सब रुक सा गया है चलते चलते मन थक सा गया है तकते तकते सफलता की राहें... Hindi · कविता 3 99 Share Page 1 Next