मोहन Tag: कविता 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid मोहन 26 Aug 2022 · 1 min read यादों का नशा मैं तो लड़खड़ा के चला ही था कि संभलने वाले भी गिर गए थे चलो हुआ यह भी ठीक कि हम तुम्हारी यादों में घिर गए थे पिलाने वाले या... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · गीत 4 167 Share मोहन 23 Aug 2022 · 1 min read तुम इक बार कभी, सोचो तो सही.. इक बार कभी, समझो तो सही... जो किया, ना करना चाहा था.. क्यों किया? कभी बूझो तो सही.. बतला देंगे हम, खुशी खुशी.. तुम... Hindi · कविता · कोटेशन 2 1 188 Share मोहन 20 Aug 2022 · 1 min read हम-तुम गीत/कविता/नज़्म: हम-तुम 1. एक तुम्हारे होने भर से, क्या से क्या हो जाता हूं। खुद ही खुद से मिलता हूं, और खुद में ही खो जाता हूं।। 2. तुम मेरी... Hindi · कविता · गीत 2 328 Share मोहन 18 Aug 2022 · 2 min read क्या बतलाएं देख कर तुमको सुकून जो, दिल को मिल जाए। हम क्या पा लेंगे तुम्हें अब, क्या ही बतलाएं।। यूं जो जीवन चल रहा है वक़्त यूं ही ढल रहा है... Hindi · कविता · गीत 1 179 Share मोहन 17 Aug 2022 · 1 min read साथ तुम्हारा देख लें हम तुम्हें, अब ठेहर के युंही। तुमको आंखो में अपनी, बसा लें युंही।। तुम पर इतना भरोसा, करें क्या कहें। तुमको सांसो में अपनी, बसा लें युंही।। 1.... Hindi · कविता · गीत 1 249 Share मोहन 16 Aug 2022 · 1 min read दिवाना तेरा दिवाना तेरा मर भी जाए तो क्या जिसको आना था वो गर ना आए तो क्या हमको आना ही था तुमको पाना ही था आके भी तुमको हम पा न... Hindi · कविता · गीत 1 157 Share मोहन 15 Aug 2022 · 1 min read तिरंगा है नमन तुमको की तुम हो देश का सम्मान मेरे है नमन तुमको की तुमसे देश का अभिमान मेरे 1. तुम तो रंगो से भरे हो तुम तो धर्मों से... Hindi · कविता · गीत · गीतिका 2 2 261 Share मोहन 14 Aug 2022 · 1 min read तुम्हारे लिए मेरी दिनचर्या का पल पल तुम्हें लेकर चलता है तुम बताओ तुम्हारा काम धाम कैसा चलता है क्या अब भी रोती हो पहले और फिर चुप कराने वाले पर गलतियाँ... Hindi · कविता · लेख 1 147 Share मोहन 14 Aug 2022 · 1 min read कोई बात नहीं क्या लिखना था कुछ याद नहीं क्या कहना था कोई बात नहीं तुम याद ना आओ, मैं सोऊँ आई ऐसी कोई रात नहीं भौं भुटती है दिन चढ़ता है सूरज... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 147 Share मोहन 12 Aug 2022 · 1 min read क्या बता रहे हो मुझको यूं सुकून दिला रहे हो खुदको अब नीचा दिखा रहे हो मुझको हां गलती ही तो थी सब तब, और अब सब गलती गिना रहे हो मुझको चाहा तुम्हें कितना... Hindi · कविता 2 2 234 Share मोहन 9 Aug 2022 · 1 min read जन्मदिन तुम्हारा जन्मदिन है, क्या बधाई दें तुम्हें बोलो ? याद रखें ?? भूल जाएं क्या तुम्हें बोलो ? तुम्हारा जो भी था, तुमको ही अर्पण कर रहे हैं बस हमारे... Hindi · कविता · कोटेशन 1 179 Share