Pragya Goel Tag: कविता 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pragya Goel 22 Jun 2022 · 1 min read निराला महबूब वो जब नज़रों से पिलाते है,तो हर मयकदा को मात देते है वो जब जुल्फों को सूखाते है, तो हर घटा को मात देते है वो शर्मा के नज़रों को... Hindi · कविता 219 Share Pragya Goel 14 Jun 2022 · 1 min read मेरे साथ चलो काटों भरा है सफ़र मेरे साथ चलो ना जाने कब हो गम की सहर, मेरे साथ चलो मैं अकेले भटक ना जाऊं कही अंधेरी है डगर, मेरे साथ चलो चारो... Hindi · कविता 114 Share Pragya Goel 25 May 2022 · 1 min read साथ चल सको तो हाथ बढ़ाना ताउम्र साथ चल सको तो हाथ बढ़ाना पूरा कर सको तो ही ख़्वाब दिखाना ढलकता हुआ फूल हूं कांटो से घिरा ये खार बिन सको तो हाथ बढ़ाना ताउम्र साथ... Hindi · कविता 2 1 173 Share Pragya Goel 11 Mar 2022 · 1 min read पत्थरो के शहर में शीशा रख के आई हूं मैं झूठ के बाज़ार में सच रख के आई हूं सफ़ेद दामन मेरा पाक था पाक ही रहा मैं कोयले की खदान से यूं बच के आई हूं मेरे मालिक... Hindi · कविता 1 151 Share Pragya Goel 26 Jan 2022 · 1 min read गौरव है बेटियां मान है सम्मान है गौरव है बेटियां आकाश सी बुलंद गंगा सी पावन है बेटियां सिंदूर के लिए कभी यमराज से लड़ी सम्मान के लिए कभी जोहर है बेटियां दुश्मन... Hindi · कविता 168 Share Pragya Goel 27 Oct 2021 · 1 min read मेरे साथ चलो काटों भरा है सफ़र मेरे साथ चलो ना जाने कब हो गम की सहर, मेरे साथ चलो मैं अकेले भटक ना जाऊं कही अंधेरी है डगर, मेरे साथ चलो चारो... Hindi · कविता 267 Share Pragya Goel 18 Oct 2021 · 1 min read मैं प्यार में अक्सर मैं प्यार में उसके अक्सर सभी कुछ भूल जाती हूं सफ़र काटों भरा भी मुस्कुरा कर नाप लेती हूं बाहर से खामोश , भीतर उसी को गुन गुनाती हूं मैं... Hindi · कविता 2 2 306 Share Pragya Goel 27 Sep 2021 · 1 min read सत सत नमन आज़ाद भगत सिंह जी को हुआ बहुत मोन धारण , अब कोलाहल होना चाहिए हुआ समापन शांति सन्देश ,अब युद्ध होना चाहिए हूं नही अबोध मैं जो ज़रा आहट से डर जाऊंगी तू डरायेगा और... Hindi · कविता 266 Share Pragya Goel 6 Sep 2021 · 1 min read मैं दौलत हूं मैं दौलत हूं मैं आज लोगो का ईमान बन गई धर्म कर्म पूजा भगवान बन गई बन गई हूं मैं किसी उपासना किसी के लिए मैं कुरान बन गई बनाया... Hindi · कविता 1 2 306 Share Pragya Goel 19 May 2021 · 1 min read बरसात बरसात <<<<< बरस जाए जो बादल से, उसे बरसात क्या समझू जो आंसू ना समझा मेरे , उसके हालात क्या समझू बिजली जब कोंधती है गगन में, पीड़ा दिल में... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 10 26 2k Share Pragya Goel 19 May 2021 · 2 min read लौट आओ मात्रभूमि तुम्हे बुलाती है माफ मुझे कर देना भगवन, तुझसे पहले सजदा कर आई हूं तेरी चौखट से पहले ,शहीदों के स्मारक पर नमन कर आई हूं आज वाह का मंज़र अनोखा नजर आ... Hindi · कविता 1 362 Share Pragya Goel 19 May 2021 · 1 min read प्रेम आपका पुस्तक मेरी हा हा मैं एक छोटी सी, पुस्तक का विमोचन चाहती हूं कलम से अपनी आप सभी के ह्रदय पर लेखन चाहती हूं हा हा मै एक छोटी सी ,पुस्तक का... Hindi · कविता 1 324 Share