Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
71 posts
Page 2
नहीं मिला इंसान यहां।
नहीं मिला इंसान यहां।
pradeep kumar
शस्त्र होती कलम है कलमकार की।
शस्त्र होती कलम है कलमकार की।
pradeep kumar
रूठा रुठा सा लगता है मुझको ये भगवान तभी।
रूठा रुठा सा लगता है मुझको ये भगवान तभी।
pradeep kumar
जिंदगी हर कदम आजमाती रही।
जिंदगी हर कदम आजमाती रही।
pradeep kumar
अब सियासत ढल गई व्यापार में।
अब सियासत ढल गई व्यापार में।
pradeep kumar
खुद को इतना संत करो।
खुद को इतना संत करो।
pradeep kumar
दुनिया मुझे जलाती है।
दुनिया मुझे जलाती है।
pradeep kumar
चंद्रशेखर आजाद।
चंद्रशेखर आजाद।
pradeep kumar
कवि अंगारे लिख डालो।
कवि अंगारे लिख डालो।
pradeep kumar
मैं थका था पर मुझे चलना पडा़।
मैं थका था पर मुझे चलना पडा़।
pradeep kumar
हम सबयकायर कहलायेंगे।
हम सबयकायर कहलायेंगे।
pradeep kumar
बचाने श्याम आयेगा।
बचाने श्याम आयेगा।
pradeep kumar
मन उजला सा दर्पण हो।
मन उजला सा दर्पण हो।
pradeep kumar
बेटी सयानी हो गयी।
बेटी सयानी हो गयी।
pradeep kumar
गान तेरा सदा गुनगगुनाता रहूं।
गान तेरा सदा गुनगगुनाता रहूं।
pradeep kumar
हाथ में इक खत पुराना आ गया।
हाथ में इक खत पुराना आ गया।
pradeep kumar
सहिष्णु
सहिष्णु
pradeep kumar
लूट
लूट
pradeep kumar
वतन की शान लगते हैं।
वतन की शान लगते हैं।
pradeep kumar
लाहौर तिरंगा देखोगे।
लाहौर तिरंगा देखोगे।
pradeep kumar
संविधान पर थूका है।
संविधान पर थूका है।
pradeep kumar
Page 2
Loading...