Prabhudayal Raniwal Language: Hindi 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Prabhudayal Raniwal 10 May 2022 · 1 min read पिता का सपना *********************************************** पिता चाहते है कि समाज सक्षम हो। समाज में हर एक बच्ची शिक्षित हो।।१।। मैं! अपने प्यारे पिता की वागीशा हूॅं। मैं! माता-पिता की बड़ी बालिका हूॅं।।२।। मेरी हार्दिक... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 10 14 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 May 2022 · 1 min read पिता बिना संसार सूना ************************************* जिसने भी- अपने पिता का आशीष पाया। समझो! उसने- विधाता का आशीष पाया।।१।। पिता ही- "पिता परमेश्वर" का प्रतिरूप है। संतान के लिए- पिता ही ईश्वर का रूप है।।२।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 1k Share Prabhudayal Raniwal 8 May 2022 · 1 min read पिता की नियति ************************************************* मंजिल तो, मैं पाकर ही रहूंगी। पिता का नाम! रौशन करूंगी।।१।। पिता की लाड़ली नियति हूॅं मैं। मंजिल दूर है अभी छोटी हूॅं मैं।।२।। माता-पिता की वीर पुत्री हूॅं... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 1k Share Prabhudayal Raniwal 2 Jul 2022 · 1 min read हाइकु:-(राम-रावण युद्ध) ====================================== संग्राम ना हो, राम की थी पहल! रावण ज़िद। ----------------------- रण दौरान, कई निर्दोष मरे! रावण हठ। ------------------------ दांव पे लगी, रावण की प्रतिष्ठा! महा संग्राम। ------------------------ रणभूमि में,... Hindi · हाइकु 7 4 2k Share Prabhudayal Raniwal 23 May 2022 · 1 min read पिता का आशीष *********************************************** गुजरे दिन याद आते है आज भी मुझे। पिता की याद आती है आज भी मुझे।।१।। बचपना बिता है माता-पिता के संग में। खुब मौज-मस्ती की- दोस्तों के संग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 1k Share Prabhudayal Raniwal 13 Oct 2021 · 1 min read =*तुम अन्न-दाता हो*= ====================================== मेरे किसान भाई ! मेरी विनती है भाई। खरीफ फसल की समय पर करें कटाई।। अब रबी फसल की तैयारी करलो भाई। खाद, बीज, दवा का प्रबंध करलो भाई।।... Hindi · कविता 5 8 2k Share Prabhudayal Raniwal 26 Sep 2022 · 1 min read हाइकु: नवरात्रि पर्व! ====================================== शुभकामना- सभी नर-नारी को! नवरात्रि की। ----------------------- नव दुर्गा की, कर लो आराधना! है नवरात्रि। ------------------------ नौ दिन करो, पूजा-पाठ माता की! मंगल होगा। ------------------------- पाप से बचो, करो... Hindi · हाइकु 5 8 1k Share Prabhudayal Raniwal 28 Jun 2022 · 1 min read हाइकु: आहार। *********************************************** जल में जाल, जाल में फंसी मीन! मनु आहार। **************************** *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल*== ====*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*==== **************************** Hindi · हाइकु 5 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 19 Nov 2021 · 1 min read अनमोल घड़ी *********************************************** मेल-मिलाप की घड़ी है आज। एक उत्साह की लड़ी है आज।। उस नेक-नेता पर हमको है नाज। आओं!"जयंती"उसकी मनाते है आज।। उस इन्दिरा की जयंती है आज। जिसका अर्ध... Hindi · कविता 5 4 2k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read स्वप्न-साकार =================== गांधी की सत्य व अहिंसा की ज्योत प्रज्ज्वलित करना हैं आज हमें। देश में छाया हैं घोर अन्धेरा, उसे दूर करना हैं आज हमें।। बापू की राम-राज की कल्पना... Hindi · कविता 4 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 17 Mar 2022 · 1 min read सुर बिना संगीत सूना.! ************************** ===*सुर बिना संगीत सूना*=== ************************** वो यादें रुलाती है हमें- लता की ! सूना पड़ा संगीत! कमी लता की। खो गए सूरीले- वो लता-सुर कहां! कैसे भूलें हम! आवाज-... Hindi · कविता 4 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 15 Oct 2021 · 1 min read =*बुराई का अन्त*= ********************************************** फिर "दशहरा-उत्सव" मनाएंगे लोग ! दशानन का पुतला जलाएंगे लोग !! फूंक देंगे लाखों, करोड़ों के पटाखे ! बुराई नाश कर- जश्न मनाएंगे लोग !! खुद की बुराईयां तो,... Hindi · कविता 4 4 2k Share Prabhudayal Raniwal 16 Mar 2022 · 1 min read हिन्दुस्तान की पहचान(मुक्तक) *********************************** कोकिला-सुर से गुंजता था- जहाॅं का चमन! उड़ गई भू से लता-कोयल! सूना पड़ा चमन। ये स्वर साम्राज्ञी- पहचान थी हिन्दुस्तान की! स्वर्गीया- लताजी को सदा याद करेगा वतन।।... Hindi · मुक्तक 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 23 May 2022 · 1 min read पिता की पीड़ा ***************************** जीवन में आदमी- तभी खुश होता है। जब उसे- पिता का पद प्राप्त होता है।। और उस घड़ी तो, बहुत खुश होता है। जब उसको, "पुत्र-धन" प्राप्त होता है।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 4 Aug 2021 · 1 min read "अंतिम-सत्य..!" ************************************************* ये मनुष्य प्राणी- कभी संतोष न हुआ। न कभी होगा, बस! ये स्वार्थी हुआ ।। सभी अपनी-अपनी धून में लगे हुए हैं। अपनी प्रतिष्ठा को बनाने में लगे हुए... Hindi · कविता 4 7 1k Share Prabhudayal Raniwal 9 Sep 2021 · 2 min read दो शरारती गुड़िया दो शरारती गुड़िया-*(बाल कविता)*============== --------------------------------------------------------------------------- है हमारी दो प्यारी-प्यारी गुड़िया। बहुत शरारती है ये दोनों गुड़िया।। बड़ी गुड़िया वागीशा याने किक्कू। छोटी गुड़िया नियती याने निक्कू।। इनकी मेमोरी शक्ति गजब... Hindi · बाल कविता 3 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 8 Aug 2021 · 1 min read वृक्ष बोल उठे..! **************************************** हम वृक्ष धरा की धरोहर हैं! हे मनुष्य! अब बहुत हुआ! अब मत काटो हम वृक्षों को, तुम मनुष्यों ने अति कर दी-- इस धरा की सम्पत्ति उजाड़ दी।... Hindi · कविता 3 6 1k Share Prabhudayal Raniwal 8 Mar 2022 · 1 min read मुक्तक: युद्ध को विराम दो.! ************************************* तीसरे विश्व-युद्ध की झलक- दुनिया देख रहीं है! धरती-माॅं रो रही! संतान की करतुतें देख रहीं है। हिटलर मत बनो कपूतों,अब! युद्ध को विराम दो-- दंड से बचो! ईश्वर... Hindi · मुक्तक 3 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 16 Jun 2022 · 1 min read ===*शानो-शौकत*=== ***************************** शानो-शौकत की चाहत नहीं है मेरी! मैं- ख्वाबों की दुनिया में ही मस्त हूॅं। ये शानो-शौकत! तुमे ही मुबारक हो! मैं अपने "घर-संसार" में ही व्यस्त हूॅं।। ----------- मेरे... Hindi · कविता 3 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 20 Jun 2022 · 1 min read ये नई पीढ़ियां! ************************** आज की- ये नई-नई पीढ़ियां! करती है अपनी ही मन मानी। पढ़ाई से चिड़ लगती- इनको! बनाती रहती है झूठी कहानी।।१।। -------- सच! इन से कोसों दूर रहता! झूठ!... Hindi · कविता 3 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Oct 2021 · 1 min read "परिणीता" ******************* रूठ गई है किस्मत मेरी! कैसे मिलेगी मंजिल मेरी! उसको नहीं है चिंता मेरी। बीच राह छोड़ दिया-- मुझ गरीब को! वो बेवफा परिणीता मेरी।। भूल गई वो! सात... Hindi · कविता 3 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 2 Apr 2024 · 1 min read हाइकु: सत्य छिपता नहीं! **************************** सत्ता का साया- अपराधी को बरी! निर्दोष दोषी। ---------------------- गुना करके- गुनेहगार बरी! सत्य छुपाते। ---------------------- कई निर्दोष- सत्य के अभाव में! सजा भोगते। ---------------------- आरक्षक की तहकीकात सत्य!... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · हाइकु 3 2 422 Share Prabhudayal Raniwal 21 Sep 2021 · 1 min read *मेरे देश का सैनिक* **************************** मेरे "देश" का सैनिक कमजोर नहीं! किसी "दुश्मन-सैनिक" से कम नहीं। यदि अपनी औकात पर आ जाये तो, समझ लो फिर, दुश्मन की खैर नहीं। मेरे भारत देश के,... Hindi · कविता 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 4 Jan 2022 · 1 min read हाइकु:(कोरोना) ************************* (१.) कोरोना ग्रस्त, विदा हो गया वर्ष! दे गया दर्द। -------------------- (२.) नया है वर्ष, कोरोना गया नहीं! रहो सतर्क। ************************* *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल* ===*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*=== ************************* Hindi · हाइकु 2 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 12 Sep 2021 · 1 min read प्यार की तलाश में.! ************************ हर जिन्दगी का एक सफर है, जो जिन्दगी को तय करना है! मैं भी एक मुसाफिर हूं। प्यार बांटता हूं और प्यार लेता हूं- मैं प्यार का एक फकीर... Hindi · कविता 2 3 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Sep 2021 · 1 min read नई सुबह रोज *************************************** नई सुबह रोज आती है- धरा पर सूर्य की किरण! दे जाती संदेश! हर जीव को- जल्दी भोर में उठ! आलस्य छोड़। नित्य कर्म कर, फल की चिंता छोड़।।... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 2 Nov 2021 · 1 min read *लेकर संदेश आई दीपावली* *********************************** "प्रकाश-पर्व" बनकर आई दीपावली। पर्वों*के*पर्व*बनकर आई दीपावली।। सदनों**के**अंधेरे**मिटाने! द्वार-द्वार*पर**दीप**जलाने! प्रदूषणमुक्त वातावरण बनाने! देश में घर-घर में हर्ष*बरसाने! हर्ष*का*भण्डार*ले आई दीपावली। वर्ष*के*बाद*लोट* आई दीपावली।। इतिहास*के*पन्ने**पलटाने! मेरे*भारत*का गौरव बढ़ाने! सियाराम*की*याद*दीलाने! लक्ष्मी-गौ*की*पूजा*कराने!... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 29 Oct 2021 · 1 min read "राम-नाम का तेज" ================================ मन में एक डर--सा समाया हुआ था! जीवन मेरा- अंधेरों से घिरा हुआ था। न जाने कब रोशनी हुई मन-मंदिर में! राम-नाम का ही- तेज छाया हुआ था।। *****... Hindi · कविता 2 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 17 Feb 2022 · 1 min read हाइकु:(लता की यादें!) *************************************** जीवन भर, संघर्ष में जीवन! लता की कथा। -------------------- एक गीत पे, रो पड़े नेहरू जी! स्वर लता के। -------------------- स्वर कोकिला, विश्व चकित हुआ! लता की मांग। ---------------------... Hindi · हाइकु 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 14 Aug 2021 · 1 min read निर्धन का उत्थान फिर स्वाधीनता-दिवस आ गया, फिर आज़ादी का जश्न मनाएंगे। जहां में सबसे प्यारा तिरंगा लहराएंगे- क्या निर्धन का भी उत्थान कराएंगे..? ***************************** *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल*=== ====*उज्जैन {मध्यप्रदेश}*===== ***************************** Hindi · शेर 2 3 1k Share Prabhudayal Raniwal 4 Sep 2021 · 1 min read तेरी याद में.! *************************** मेरी जिन्दगी की उदास-राहों में- बहार बनकर चले आओं तुम। और न तड़फाओं मेरे दिल को ! मेरे प्यार के सागर कहाॅं हो तुम।। तेरा प्यार पाने की लालसा... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Aug 2021 · 1 min read सबको हार्दिक शुभकामनाएं ! साहित्यपीडिया हिंदी से जुड़े- सभी प्रिय साथियों को- प्रभु दयाल रानीवाल का सादर नमस्कार। कैसे है सबके हाल-चाल ! आओ साथियों- आज ! भगवान श्रीकृष्ण का हम ! करते है... Hindi · कविता 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 17 Aug 2021 · 1 min read कुर्सी बोल उठी.! **************************** आज की स्वाधीनता को देख-- रो पड़ी है रूह! उन शहीदों की। और भारत की राजनीति देख-- बोल उठी कुर्सी भी दिल्ली की। खा-में-खा बदनाम कर गये मुझे- देखों!... Hindi · कविता 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 15 Aug 2021 · 1 min read आजादी.! भारत की आजादी की छाॅंव में- बड़े आराम से है ये बड़ी-बड़ी हस्तियां। गरीब ने नहीं देखी ! आजादी की छाॅंव को-- निर्धनता की धूप में तपती-इनकी बस्तियां। ********************************* *रचयिता:... Hindi · शेर 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 13 Aug 2021 · 1 min read नेताजी के वादे.! ********************************* नेताजी! वादे तो बड़े-बड़े कर जाते हैं। और भारी मतों से विजयी हो जाते हैं। पर जब बात गुंजती विकास की संसद में- तो ये नायक से गिरगिट क्यों... Hindi · शेर 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 11 Aug 2021 · 1 min read तेरे इंतजार में..! *************************** कत्ल हुआ मेरा तेरे प्यार में, सोया हूं मैं अंधेरी मजार में। एक दीया तो जला जा जालिम- तड़फ रहा हूं मैं तेरे इंतजार में।। *************************** *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल*=... Hindi · शेर 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 2 Aug 2021 · 2 min read एक वीरांगना का अन्त ! ===="एक वीरांगना का अन्त!"==== ********************************* भारत को आ घेरा था वो महाकाल। इन्दिरा पर चली थी एक गहरी चाल।। इकतीस अक्टूबर चौरासी को प्रात:काल। इस वीरांगना का हो गया अन्तकाल।।... Hindi · कविता 2 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 29 Sep 2023 · 1 min read "कलियुगी-इंसान!" **************************** देखलो! आज कलियुग के दौर में- इंसान- इंसान को ना समझ रहा। प्यार की भाषा तो- वो भूल गया! पर नफ़रत की भाषा समझ रहा।। ------- जो मिले थे... Hindi · कविता 2 2 868 Share Prabhudayal Raniwal 12 Feb 2024 · 1 min read हाइकु: गौ बचाओं.! ************************************************* हिन्दुस्तान में- पूजते है गौ-माता! गौ मत मारो! ---------------------------------- पयस्विनी में- देवी-देवता वास! धेनु बचाओं! ----------------------------------- माक्खन चोर- कृष्णा की प्यारी है गौ! गऊ बचाओं! ----------------------------------- ये हिंदुमाता- कितनी... Hindi · हाइकु 2 4 487 Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read जीवन-दाता -------------------------------------------------------------- हम अपना ये जीवन, एक दिन मिटता देखेंगे। इस धरा के सारे प्राणी-- घुटन से दम तोड़ देंगे।। कारण यहीं बनेगा बस! इन वृक्षों का न रहना। इस भू... Hindi · कविता 2 6 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read और आगे बढ़ो..! *********************** कह रही हैं माॅं की ममता। जल्दी उठो और आगे बढ़ो।। नन्हें-प्यारे बच्चें हो तुम। बच्चें मन के सच्चे हो तुम। कहना माॅं का न टालो तुम। जल्दी सोचो... Hindi · कविता · बाल कविता 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 7 Mar 2022 · 1 min read =:तेरा साथ है तो:= ************************* तेरा साथ है तो- मुझे क्या कमी! साथ मत छोड़ना मेरा- तुम कभी। जी नहीं पाऊंगा मैं! तुम्हारें बिना! बेवफा मत बन जाना- तुम कभी।। --------- मेरे प्यार में... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read जल ही जीवन है..! ************************* संकट में है आज जीवन अपना। जल बिना नहीं, जीवन अपना।। ये जल नहीं तो अन्न नहीं है। जल बिना ये जीवन नहीं है।। जीवन को अगर बचाना है।... Hindi · कविता 1 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Dec 2021 · 1 min read हाइकु:(नव जीवन) ************************ (१.) नौ मास तक, मनु गर्भ में रहा! जग दर्शन। ---------------------- (२.) गुलशन की खिली नई कलियां! सुन्दर दृश्य। ************************* *रचयिता: प्रभुदयाल रानीवाल* ===*उज्जैन*{मध्यप्रदेश}*=== ************************* Hindi · हाइकु 1 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 3 Jan 2024 · 1 min read खुदकुशी..! ************************************* जाने क्यों लोग! खुदकुशी कर लेते है। अपनी मौत के फैसले खुद कर लेते है।।१।। ये मनु-काया! ईश्वर की सुन्दर कृति है। मनु-काया के लिए कई रूह तरसती है।।२।।... Hindi · कविता 1 3 615 Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read "रूठी हुई जिन्दगी" *********************** दिल के अरमानों का कत्ल, कई बार होते देखा हैं मैंने। इस रूठी हुई जिन्दगी को-- बार-बार मनाके देखा हैं मैंने।। सागर के पास रहकर भी, कितना प्यासा रहा... Hindi · कविता 1 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read अभिलाषा ****************************** खुश्बूओं से भरा, ये चमन हैं मेरा। जहाॅं में सबसे प्यारा, ये वतन हैं मेरा।। राम की नगरी, हैं मेरा ये वतन। सदियों से यहां, हैं प्यार का चलन।।... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 30 Jul 2021 · 1 min read (स्वतंत्रता की रक्षा) ================================ आए दिन ऐसे संकट-- चुनौतियां देते हैं हमको। आज स्वतंत्र हैं, फिर भी- दूरदर्शी तो बनना हैं हमको।। शांति प्रधान हैं आज! हमारे देश की संस्कृति। फिर भी लाना... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read मत भूलो देशवासियों.! --------------------------------------------------------------------------- उन माताओं को, उन बहनों को, उन वीर कर्णधारों को जिन्हें प्राण गॅंवाने पड़े-- भारत की आजादी के लिए। अपनी मातृभूमि के लिए।। मत भूलो देशवासियों! उन शहीदों ने,... Hindi · कविता 1 2 2k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read मेरा किरायेदार ! -------------------------------- मेरा किरायेदार! निकाला बड़ा होशियार। छीन रहा हैं वह-- मेरा अधिकार।। आया था वह-- बनकर मेरा मेहमान। बड़ा आदर किया मैंने, किया नहीं उसका अपमान।। हालात सुने मैंने-- और... Hindi · कविता 1 1k Share Page 1 Next