Prabhudayal Raniwal 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Prabhudayal Raniwal 20 Jun 2022 · 1 min read ये नई पीढ़ियां! ************************** आज की- ये नई-नई पीढ़ियां! करती है अपनी ही मन मानी। पढ़ाई से चिड़ लगती- इनको! बनाती रहती है झूठी कहानी।।१।। -------- सच! इन से कोसों दूर रहता! झूठ!... Hindi · कविता 3 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read "जीवन-ज्योति" ******************************* चाहें आंधी आये या तूफान! रहेंगे हम! अपने पथ पर शांत!! दे जाओं हमें, जीवन-पथ ज्ञान! पा लेते हैं जो, स्वर्ग-लोक मृत्युपरांत!! ***** जीवन-पथ से विचलित, हम अज्ञानी हैं!... Hindi · कविता 1k Share Prabhudayal Raniwal 23 Aug 2021 · 1 min read आज का इंसान.! ****************************** जितना भी दे भगवान- इंसान को! फिर भी कम पड़ जाता है इंसान को। कभी जीवन में कष्ट आता है इंसान को- तो दोष देता है फिर भगवान को!... Hindi · शेर 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 8 Mar 2022 · 1 min read मुक्तक: युद्ध को विराम दो.! ************************************* तीसरे विश्व-युद्ध की झलक- दुनिया देख रहीं है! धरती-माॅं रो रही! संतान की करतुतें देख रहीं है। हिटलर मत बनो कपूतों,अब! युद्ध को विराम दो-- दंड से बचो! ईश्वर... Hindi · मुक्तक 3 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 May 2022 · 1 min read पिता बिना संसार सूना ************************************* जिसने भी- अपने पिता का आशीष पाया। समझो! उसने- विधाता का आशीष पाया।।१।। पिता ही- "पिता परमेश्वर" का प्रतिरूप है। संतान के लिए- पिता ही ईश्वर का रूप है।।२।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 8 12 1k Share Prabhudayal Raniwal 26 Aug 2021 · 1 min read कैसे-कैसे है लोग ! कहीं भी कुछ तो भी लिख देते है लोग ! कहीं भी कुछ तो भी बोल देते है लोग ! न वक़्त देखते है, न अपनों को, न समाज को--... Hindi · कविता 1k Share Prabhudayal Raniwal 6 Aug 2021 · 1 min read तीन घंटे..! ********************************* कुसंग से नाता जोड़ा, ज़िन्दगी को पीछे छोड़ा। वो तीन घंटे के शो में दौड़ा।। अच्छाई को वहीं छोड़ आया, बुराई को साथ ले आया। वो सिनेमा से क्या... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 23 May 2022 · 1 min read पिता की पीड़ा ***************************** जीवन में आदमी- तभी खुश होता है। जब उसे- पिता का पद प्राप्त होता है।। और उस घड़ी तो, बहुत खुश होता है। जब उसको, "पुत्र-धन" प्राप्त होता है।।... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 4 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 16 Jun 2022 · 1 min read ===*शानो-शौकत*=== ***************************** शानो-शौकत की चाहत नहीं है मेरी! मैं- ख्वाबों की दुनिया में ही मस्त हूॅं। ये शानो-शौकत! तुमे ही मुबारक हो! मैं अपने "घर-संसार" में ही व्यस्त हूॅं।। ----------- मेरे... Hindi · कविता 3 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 31 Jul 2021 · 1 min read मेरा किरायेदार ! -------------------------------- मेरा किरायेदार! निकाला बड़ा होशियार। छीन रहा हैं वह-- मेरा अधिकार।। आया था वह-- बनकर मेरा मेहमान। बड़ा आदर किया मैंने, किया नहीं उसका अपमान।। हालात सुने मैंने-- और... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 17 Mar 2022 · 1 min read सुर बिना संगीत सूना.! ************************** ===*सुर बिना संगीत सूना*=== ************************** वो यादें रुलाती है हमें- लता की ! सूना पड़ा संगीत! कमी लता की। खो गए सूरीले- वो लता-सुर कहां! कैसे भूलें हम! आवाज-... Hindi · कविता 4 2 1k Share Prabhudayal Raniwal 7 Mar 2022 · 1 min read =:तेरा साथ है तो:= ************************* तेरा साथ है तो- मुझे क्या कमी! साथ मत छोड़ना मेरा- तुम कभी। जी नहीं पाऊंगा मैं! तुम्हारें बिना! बेवफा मत बन जाना- तुम कभी।। --------- मेरे प्यार में... Hindi · कविता 1 1k Share Prabhudayal Raniwal 23 May 2022 · 1 min read पिता का आशीष *********************************************** गुजरे दिन याद आते है आज भी मुझे। पिता की याद आती है आज भी मुझे।।१।। बचपना बिता है माता-पिता के संग में। खुब मौज-मस्ती की- दोस्तों के संग... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 6 6 1k Share Prabhudayal Raniwal 16 Mar 2022 · 1 min read हिन्दुस्तान की पहचान(मुक्तक) *********************************** कोकिला-सुर से गुंजता था- जहाॅं का चमन! उड़ गई भू से लता-कोयल! सूना पड़ा चमन। ये स्वर साम्राज्ञी- पहचान थी हिन्दुस्तान की! स्वर्गीया- लताजी को सदा याद करेगा वतन।।... Hindi · मुक्तक 4 1k Share Prabhudayal Raniwal 26 Sep 2022 · 1 min read हाइकु: नवरात्रि पर्व! ====================================== शुभकामना- सभी नर-नारी को! नवरात्रि की। ----------------------- नव दुर्गा की, कर लो आराधना! है नवरात्रि। ------------------------ नौ दिन करो, पूजा-पाठ माता की! मंगल होगा। ------------------------- पाप से बचो, करो... Hindi · हाइकु 5 8 1k Share Prabhudayal Raniwal 26 Jul 2023 · 1 min read :===:बेवफ़ा प्रेमी:===: ******************************* तू ! कितनी प्यारी थी पापा की परी। तू ! अच्छी लगती थी मम्मी की परी।।१।। ---------- तू ! प्यारी-प्यारी बातें करती थी परी। तू ! मम्मी-पापा की लाड़ली... Hindi · कविता 741 Share Prabhudayal Raniwal 21 Jul 2023 · 1 min read जीवन समर्पित करदो.! ************************************************* उमर साठ के बाद व्याकुलता स्वाभाविक है! फिर भी अपने घर-परिवार में सतर्क रहना है। बेटा-बहू और पत्नी के संग जीवन बिताना है! दो बातें ना सुनना पड़े- वाणी... Hindi · कविता 734 Share Prabhudayal Raniwal 14 Jul 2023 · 1 min read हाइकु:- वर्षा..! *********************** एक वक्त था- होती पर्याप्त वर्षा! वृक्षों की देन। --------------------- सूनो मानव- हो रही कम वर्षा! ना काटो वृक्ष। --------------------- वर्षा ऋतु में- करो वृक्षा रोपण! मानव कर्म। ************************... Hindi · हाइकु 867 Share Prabhudayal Raniwal 24 Aug 2023 · 1 min read बुला रही है चिता..! ************************************ मत कर चिंता बन्दे बुला रही है चिता तुझे! मुक्ति मिलेगी तुझे- बुला रही है चिता तुझे!!१!! ***** जब तक है जगत में तू! धर्म-कर्म करले तू! चिता से... Hindi · कविता 635 Share Prabhudayal Raniwal 22 Aug 2023 · 1 min read :==:चिता की लपटे:==: **************************** जाग रही मरघट में चिता की लपटे! अनन्त काल से- ये चिता की लपटे। देखलो! मानव के अहंकार को भी- भस्म कर रही है ये चिता की लपटे।। ****************************... Hindi · मुक्तक 744 Share Prabhudayal Raniwal 26 Sep 2023 · 1 min read :====:संघर्ष ही जीवन है:====: ************************************** हे मानव! आत्महत्या करना- कायरों का काम है! जो संघर्ष से घबराते है- ये उन लोगों का काम है। तुम प्रभु की सुंदर कृति हो- खुद को नष्ट ना... Hindi · मुक्तक 709 Share Prabhudayal Raniwal 29 Sep 2023 · 1 min read "कलियुगी-इंसान!" **************************** देखलो! आज कलियुग के दौर में- इंसान- इंसान को ना समझ रहा। प्यार की भाषा तो- वो भूल गया! पर नफ़रत की भाषा समझ रहा।। ------- जो मिले थे... Hindi · कविता 2 2 872 Share Prabhudayal Raniwal 26 Sep 2023 · 1 min read :====:इंसान की अकड़:====: ************************************** इंसान कुसंगत में पड़कर,भविष्य बिगाड़ लेता है! अपराध-राह चलकर,शिक्षा से नाता तोड़ लेता है। ऐसा इंसान समाज में अपना सम्मान खो देता है! अपनी अकड़ में अपनों से भी... Hindi · मुक्तक 536 Share Prabhudayal Raniwal 3 Jan 2024 · 1 min read खुदकुशी..! ************************************* जाने क्यों लोग! खुदकुशी कर लेते है। अपनी मौत के फैसले खुद कर लेते है।।१।। ये मनु-काया! ईश्वर की सुन्दर कृति है। मनु-काया के लिए कई रूह तरसती है।।२।।... Hindi · कविता 1 3 632 Share Prabhudayal Raniwal 12 Feb 2024 · 1 min read हाइकु: गौ बचाओं.! ************************************************* हिन्दुस्तान में- पूजते है गौ-माता! गौ मत मारो! ---------------------------------- पयस्विनी में- देवी-देवता वास! धेनु बचाओं! ----------------------------------- माक्खन चोर- कृष्णा की प्यारी है गौ! गऊ बचाओं! ----------------------------------- ये हिंदुमाता- कितनी... Hindi · हाइकु 2 4 515 Share Prabhudayal Raniwal 2 Apr 2024 · 1 min read हाइकु: सत्य छिपता नहीं! **************************** सत्ता का साया- अपराधी को बरी! निर्दोष दोषी। ---------------------- गुना करके- गुनेहगार बरी! सत्य छुपाते। ---------------------- कई निर्दोष- सत्य के अभाव में! सजा भोगते। ---------------------- आरक्षक की तहकीकात सत्य!... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · हाइकु 3 2 470 Share Previous Page 2