*प्रणय* Tag: व्यंग्य 11 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय* 19 Apr 2023 · 4 min read #मुबारकां_जी_मुबारकां #मुबारकां_जी_मुबारकां ■ बन ही गए आख़िर विश्व-विजेता ◆ चीन को पछाड़ा, झंडा गाढ़ा ◆ 142 करोड़ पार हुए इंडियंस 【प्रणय प्रभात】 आख़िरकार आज मिल ही गई वो ख़ुश-ख़बरी, जिसके लिए... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 1 302 Share *प्रणय* 11 Apr 2023 · 1 min read #काव्य_कटाक्ष #काव्य_कटाक्ष ■ सीधी न समझने वालों के लिए उल्टी बात... 【प्रणय प्रभात】 ◆ षड्यंत्रों की फ़सल उगाओ, घूम-घूम कर आग लगाओ। चिर संकट के तुम संवाहक, जितनी चाहो गदर मचाओ।... Hindi · कविता · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 318 Share *प्रणय* 9 Feb 2023 · 3 min read ■ सामयिक / रिटर्न_गिफ़्ट #रिटर्न_गिफ़्ट ■ लिए जाओ और दिए जाओ दानवीरों! ★ राज आपका, साम्राज्य आपका 【प्रणय प्रभात】 मैंने बरसों पहले एक ग़ज़ल में एक शेर कुछ यूं कहा था- "दीन पे क्यूं... Hindi · चिंता और चिंतन · राजनीति · व्यंग्य · हिंदुस्तान 1 209 Share *प्रणय* 8 Feb 2023 · 5 min read ■ व्यंग्य आलेख- काहे का प्रोटोकॉल...? ■ प्रोटोकॉल से परे मख़ौल है जहां की परिपाटी ★ बर्चस्व की जंग, कार्यक्रमों का कूंडॉ 【प्रणय प्रभात】 आपने प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाने वाले आयोजन कई बार देखे होंगे। बावजूद... Hindi · अजब गजब · डायरी · प्रोटोकॉल · व्यंग्य 1 296 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात / हालात के साथ ■ बेबस दिल की भड़ास... 【प्रणय प्रभात】 "भंवरे जाएं भाड़ में, बने घूमते बॉस। तेल लगाएं तितलियां, माली का क्या लॉस?" आज का यह दोहा संस्कृति और मौजूदा स्वरूप के... Hindi · चिंता और चिंतन · भड़ास · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदुस्तान 1 272 Share *प्रणय* 5 Feb 2023 · 3 min read ■ व्यंग्य / आया वेलेंटाइन डे ■ गुलाब से जुलाव तक : पागलपन का पखवाड़ा ★ चोरी-चोरी चुपके-चुपके हुई तैयारियां ★ बेताब : इधर "बाज़ीगत" उधर "सिमरनें" 【प्रणय प्रभात】 तरुण प्रौढ़ों और अधेड़ युवाओं सहित नौसिखियों... Hindi · अपसंस्कृति · वेलेंटाइन डे · व्यंग्य · सम सामयिक 1 2 274 Share *प्रणय* 2 Feb 2023 · 4 min read ■ व्यंग्य / मूर्धन्य बनाम मूढ़धन्य...? ■ शर्म जिनको कभी नहीं आती! ★ पता न ज़ेर का न जबर का 【प्रणय प्रभात】 आपने अक़्सर ऐसे तमाम नाम पढ़े होंगे, जिनके नीचे बड़े-बड़े विशेषण लिखे होते हैं।... Hindi · व्यंग्य · सम सामयिक · हिंदी साहित्य परंपरा 1 431 Share *प्रणय* 27 Jan 2023 · 3 min read ■ व्यंग्य / बाक़ी सब बकवास...!! ■ ये कैसा गणतंत्र........? ★ निरीह "जन" की छाती पर समूचा "तंत्र" 【प्रणय प्रभात】 बहुत बड़े मैदान के बीच छोटे से सुसज्जित व सुरक्षित पांडाल में नर्म गुदगुदे व कवर... Hindi · गणतंत्र दिवस · राजनीति · लोकतंत्र · व्यंग्य · व्हीआआईपी कल्चर 1 520 Share *प्रणय* 22 Jan 2023 · 2 min read ■ पूरे है आसार... ■ मच सकता है हाहाकार... ★ लोकशाही के नाम पर जारी तैयारी 【प्रणय प्रभात】 क्या आपको "लोकतंत्र" में लाठी, गाली, दमन, शोषण, हठधर्मिता, मनमानी, तानाशाही, लूटमार, षडयंत्र,चालबाज़ी, दबंगई, ढीठता, निरंकुशता,... Hindi · आलेख · राजनीति · लोकतंत्र · व्यंग्य 1 392 Share *प्रणय* 22 Jan 2023 · 3 min read ■ कीजिएगा विचार...!! ■ "तंत्र" आख़िर किसका...? ★ "जन" का या फिर "गण" का...? 【प्रणय प्रभात】 "जनतंत्र" यानि "जनता पर जनता के लिए जनता द्वारा किया जाने वाला शासन।" यही परिभाषा बचपन से... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · विचार · व्यंग्य 1 252 Share *प्रणय* 20 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का दोहा... ■ बाय वन गेट मोर 【और बनो मुफ़्तखोर】 "चिर-परिचित अंदाज़ में, बोले दीनानाथ। काली रातें मुफ़्त लो, अच्छे दिन के साथ।।" 【प्रणय प्रभात】 Hindi · कटाक्ष · दोहा · राजनीति · व्यंग्य 2 291 Share