*प्रणय प्रभात* Tag: विचार 17 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid *प्रणय प्रभात* 26 Mar 2023 · 1 min read ■ आज का शेर #स्वानुभूत... ■ शाश्वत सच... अनुभव सदैव मुखर होता है। फिर चाहे वो कथन रूप में हो या लेखन रूप में। अनुभव चाह कर भी सतत मूक नहीं रह सकता। वह... Hindi · अनुभूत · विचार · शायरी उर्दू शायरी · शाश्वत · शेर 1 631 Share *प्रणय प्रभात* 22 Feb 2023 · 1 min read ■ आज की बात... ■ बात तो तब है... आप अपने पद पर गर्व करें, यह एक साधारण सी बात है। असाधारण बात तो तब है, जब आपका पद आप पर गर्व करे।। 【प्रणय... Hindi · आज का विचार · आज की बात · विचार 1 188 Share *प्रणय प्रभात* 10 Feb 2023 · 1 min read ■ अंतर... ■ दिखता है फ़र्क़... प्रशंसा दिमाग़ से भी होती है, जो अलग से पहचान में आती है। उसमें सिर्फ़ स्वार्थ का भाव भरा होता है। जिसकी झलक प्रशंसा का वाक्य... Hindi · आज का विचार · एहसास · विचार 1 193 Share *प्रणय प्रभात* 4 Feb 2023 · 1 min read ■ सनद रहे.... #सीधी_बात ■ सत्यमेव जयते... उजालों को अगर अंधेरों का भय होता तो हर काली रात के बाद चमकता दिन क्यों निकलता? झूठ अगर सच की छाती पर चढ़ने का दम... Hindi · राजनीति · विचार · सकारात्मकता · हिंदुस्तान 1 281 Share *प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ अटल सच..... #भ्रम_मिटाए ■ न धूप अपनी, न छांव.... धूप और छांव शाश्वत हैं। जिनका अस्तित्व अनादिकाल से है। अनंतकाल तक रहना तय है। दोनों धरती पर बसने वाले प्रत्येक जीव के... Hindi · अटल सच · चिंतन · जीवन दर्शन · विचार 1 358 Share *प्रणय प्रभात* 3 Feb 2023 · 1 min read ■ इसे भूलना मत... ■ गुमशुदा न हो जाना...! अपने आप में कभी-कभी गुम होना स्वाभाविक है। बावजूद इसके ख़ुद में इस हद तक गुम नहीं होना चाहिए कि आप दुनिया के लिए गुमशुदा... Hindi · चिंतन · जीवन दर्शन · विचार 1 359 Share *प्रणय प्रभात* 1 Feb 2023 · 1 min read ■ उल्लू छाप...बिचारे ■ मनहूसियत के मारे 【प्रणय प्रभात】 "जो हैं क़ाबिले-दीद नहीं। उनसे कोई उम्मीद नहीं।। उन्हें पसंद फ़क़त मातम। दीवाली या ईद नहीं।।" आज की यह चार पंक्तियाँ आदतन बेचारगी और... Hindi · कटाक्ष · मुक्तक · लघुव्यंग्य · विचार · शायरी 1 463 Share *प्रणय प्रभात* 31 Jan 2023 · 1 min read ■ एक सलाह, नेक सलाह... त आज की बात... ■ दिल को रखिए सदा जवान "तरुणाई वो, जो तरो-ताज़ा हो और ताज़गी दे। जवानी वह जो हमेशा जवान रहे। जिस पर उम्र, वक़्त और हालात... Hindi · आज की बात · दिल का पैगाम · विचार 2 426 Share *प्रणय प्रभात* 30 Jan 2023 · 1 min read ■ दूसरा पहलू... ■ नाराज़गी यानि अपनापन) अगर कोई आपकी किसी बात, कार्य, आदत या बर्ताव से खफ़ा हो तो नाराज़ होने के बजाय ख़ुश हो कर अपनी ग़लती का अहसास करने की... Hindi · चिंतन · दूसरा पहलू · विचार · सकारात्मकता 1 379 Share *प्रणय प्रभात* 30 Jan 2023 · 1 min read 👉आज की बात :-- 😊 आज का विचार...... 【विशुद्ध जलकूकड़ो के लिए】 ■ अच्छे को कहें दिल से अच्छा...! जो कुछ अच्छा दिखे, उसकी तारीफ़ दिल से होनी चाहिए। वो भी हाथों-हाथ, चार लोगों... Hindi · आज की बात · विचार · सकारात्मकता 1 349 Share *प्रणय प्रभात* 29 Jan 2023 · 1 min read ■ आज की बात... ■ ज़रूरी है सेंस ऑफ ह्यूमर... "मैं आपके लायक़ हूँ। यदि आपके पास "सेंस ऑफ ह्यूमर" हो। जिनके पास नहीं, वो मुझे नालायक मान सकते हैं। नोट कीजिए। सेंस ऑफ... Hindi · आज की बात · कटाक्ष · विचार 1 191 Share *प्रणय प्रभात* 28 Jan 2023 · 1 min read ■ आज का चिंतन... ■ निरर्थक प्रयास व्यर्थ... 【प्रणय प्रभात】 चक्षुहीन को दर्पण, बधिर को ज्ञान, मूक को पकवान और मूढ़ को रत्न देना मूर्खता है। इसी प्रकार प्रतिक्रिया-शून्य व संवेदनाहीनों के समक्ष क्रिया... Hindi · कटाक्ष · चिंतन · विचार · सम सामयिक 1 183 Share *प्रणय प्रभात* 27 Jan 2023 · 1 min read ■ अनुभूत सच ■ भ्रम_न_पालें दुनिया के अधिकांश सम्बन्ध स्वार्थपूर्ति के हैं। अपेक्षा करेंगे तो उपेक्षा मुफ्त में हाथ आएगी। "【प्रणय प्रभात】 Hindi · अनुभूत · कटाक्ष · दुनियादारी · विचार 1 166 Share *प्रणय प्रभात* 27 Jan 2023 · 1 min read ■ आज की बात ■ आज की बात चमत्कार को नमस्कार? 【प्रणय प्रभात】 "जहां काम आवे सुई, कहा करे तरवार" जैसे मंत्र की अनसुनी करने वाले मदान्धों को क्या पता कि सिलने का काम... Hindi · कटाक्ष · खरी-खोटी · विचार · सामयिक 1 371 Share *प्रणय प्रभात* 25 Jan 2023 · 1 min read ■ आग लगाऊ मीडिया ■ शर्मनाक भूमिका आग लगाऊ मीडिया की... पहले बाघेश्वर धाम और फिर रामचरित मानस से जुड़े निरर्थक विवाद की आंच को हवा देता बेशर्म मीडिया कभी जनहित व सार्वजनिक सरोकारों... Hindi · चुनौती · मीडिया · राजनीति · विचार 1 266 Share *प्रणय प्रभात* 24 Jan 2023 · 1 min read ■ नई परिभाषा / "लोकतंत्र" ■ प्रयोग-धर्म.. .! ★ पढ़ना ही नहीं, गढ़ना भी 【प्रणय प्रभात】 मैं परिभाषाएं पढ़ता ही नहीं, गढ़ता भी हूँ साहब! जब भी कुछ सूझ जाए तब। जिस पर भी मन... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · विचार · हिंदी साहित्य परंपरा 1 305 Share *प्रणय प्रभात* 22 Jan 2023 · 3 min read ■ कीजिएगा विचार...!! ■ "तंत्र" आख़िर किसका...? ★ "जन" का या फिर "गण" का...? 【प्रणय प्रभात】 "जनतंत्र" यानि "जनता पर जनता के लिए जनता द्वारा किया जाने वाला शासन।" यही परिभाषा बचपन से... Hindi · राजनीति · लोकतंत्र · विचार · व्यंग्य 1 245 Share