Vandana Namdev Tag: कुण्डलिया 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Vandana Namdev 4 Oct 2022 · 1 min read माँ सिद्धिदात्री नवम दिवस को पूजते, अंतिम माँ का रूप। सिद्धीदात्री सुमात हैं, अद्भुत और अनूप ।। अद्भुत और अनूप, अलौकिक हैं माँ अम्बे । अस्त्र शस्त्र ले हाथ, हरें भय को... Hindi · कुण्डलिया 406 Share Vandana Namdev 3 Oct 2022 · 1 min read माँ महागौरी पूजन अष्टम रूप की, दिवस अष्टमी खास । माँ गौरी मन मोहिनी, है अटूट विश्वास।। है अटूट विश्वास, चरण माँ शीश नवाते । पावन यह नवरात , गीत मंगल हम... Hindi · कुण्डलिया 399 Share Vandana Namdev 2 Oct 2022 · 1 min read माँ कालरात्रि काला तन का रंग है, कालरात्रि है नाम। दिवस सप्तमी पूजते, हृदय भाव अविराम।। हृदय भाव अविराम,नमन शत शत हे माता। करतीं भय का नाश, सदा शुभता नर पाता ।।... Hindi · कुण्डलिया 359 Share Vandana Namdev 1 Oct 2022 · 1 min read माँ कात्यायनी प्यारा षष्ठी रूप है, कात्यायनी सुनाम । श्रद्धा भाव उपासना, मिले मोक्ष सुखधाम।। मिले मोक्ष सुखधाम, तारती माँ जगदम्बे। महिमा अपरंपार, हरे विपदा सब अम्बे ।। वरमुद्रा में हाथ, कृपामय... Hindi · कुण्डलिया 1 177 Share Vandana Namdev 30 Sep 2022 · 1 min read माँ स्कंदमाता पंचम पावन धाम है, पंचम दिवस प्रणाम । आसन कमल विराजतीं, स्कंदमात है नाम।। स्कंदमात है नाम, जपे जो भी यह साधक । रहे साधना लीन, बने जो माँ आराधक... Hindi · कुण्डलिया 298 Share Vandana Namdev 29 Sep 2022 · 1 min read माँ कूष्माण्डा पावन मन से पूजते, चौथे माँ का रूप। मुखमंडल तेजोमयी, है सौंदर्य अनूप ।। है सौंदर्य अनूप, प्रकाशित जग यह सारा । बाण धनुष है हाथ, आपसे रिपुदल हारा ।।... Hindi · कुण्डलिया 1 334 Share Vandana Namdev 28 Sep 2022 · 1 min read माँ चंद्र घंटा पूजा तीजे रूप की, हैं चॅंद्रघंटा मात । सोने जैसा रंग है, अनुपम इनकी बात।। अनुपम इनकी बात, चंद्रमा सोहे आधा । होके सिंह सवार, दूर करतीं सब बाधा ।।... Hindi · कुण्डलिया 1 292 Share Vandana Namdev 28 Sep 2022 · 1 min read माँ ब्रह्मचारिणी आयी है दूजे दिवस, ब्रह्मचारिणी मात । लिए कमण्डल हाथ में, देती हैं सौगात।। देती हैं सौगात, कृपा अम्बे बरसाए, सौम्य सुहाना रूप, नैन को अति हर्षाए ।। पावन ये... Hindi · कुण्डलिया 1 173 Share Vandana Namdev 28 Sep 2022 · 1 min read माँ शैलपुत्री प्रथम दिवस को पूजते, शैलसुता माँ रूप । भाव पुष्प अर्पण करें, रंक और सुर भूप।। रंक और सुर भूप, पूजते माता अंबे, आरुढ़ वृष पर मात, कृपा करती जगदंबे... Hindi · कुण्डलिया 4 248 Share