Paras Nath Jha Tag: संस्मरण 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Paras Nath Jha 18 May 2024 · 3 min read संस्मरण #पिछले पन्ने (11) 1980 का दशक#खासकर टीन एजर्स छात्रों के लिए यह उम्र का वह दौर था,जब किसी बाल मन में निर्माण और विध्वंश दोनों तरह के विचारों का उदय एक साथ होता... Hindi · संस्मरण 99 Share Paras Nath Jha 21 Apr 2024 · 3 min read पिछले पन्ने 10 यह वह समय था जब टीवी पर प्रसारित किये जा रहे रामानंद सागर और बी आर चोपड़ा निर्देशित धारावाहिक रामायण और महाभारत ने लोगों की जीवन शैली को अच्छी तरह... Hindi · संस्मरण 93 Share Paras Nath Jha 21 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 9 मैट्रिक पास करने के बाद भागलपुर शहर के एक कॉलेज में एडमिशन हो गया था और मैं कॉलेज से सटे बगल वाले मुहल्ले के ही एक लॉज में कमरा लेकर... Hindi · संस्मरण 133 Share Paras Nath Jha 20 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 8 छुट्टी में या किसी विशेष अवसर पर हाॅस्टल से जब घर आते तो घर में पढ़ाई कम ही होती थी। हॉस्टल में रहने के कारण घर के लोग भी पढ़ने... Hindi · संस्मरण 105 Share Paras Nath Jha 19 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 7 मिडिल स्कूल पास करने के बाद बगल के गाॅंव के हाई स्कूल में मेरा दाखिला करवा दिया गया था। वहाॅं हॉस्टल में रहना था। पहली बार घर से बाहर निकले... Hindi · संस्मरण 113 Share Paras Nath Jha 19 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 6 उस समय गाॅंव में किसी के दरवाजे पर ट्रैक्टर होना बहुत बड़ी बात थी। जिसके दरवाजे पर मवेशियों के साथ ट्रैक्टर भी खड़ा रहता था, उनकी गिनती गाॅंव के रसूखदार... Hindi · संस्मरण 104 Share Paras Nath Jha 18 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 5 साल में एक बार माघी मेला लगता था। इस मेले में सिनेमा, नौटंकी,सर्कस,लैला मजनू बीड़ी कम्पनी एवं यमपुरी नाटक तथा तरह-तरह का खेल और झूला आता था। मेला के समय... Hindi · संस्मरण 137 Share Paras Nath Jha 16 Apr 2024 · 1 min read पिछले पन्ने 4 सुबह और शाम में परिवार के सभी बच्चों को नियमित रूप से दरवाजे पर मास्टर साहब पढ़ाते थे। शाम में छह बजे से रात नौ बजे तक हमारी पढ़ाई लिखाई... Hindi · संस्मरण 118 Share Paras Nath Jha 15 Apr 2024 · 2 min read पिछले पन्ने 3 गाॅंव का स्कूल घर से पैदल पाॅंच मिनट की दूरी पर था। वैसे तो स्कूल का समय सुबह दस बजे से चार बजे तक था, पर गर्मियों के दिनों में... Hindi · संस्मरण 128 Share Paras Nath Jha 14 Apr 2024 · 3 min read पिछले पन्ने भाग 2 गलती की सजा मिलने के अगले दिन ही इन बातों को भूल फिर कुछ ना कुछ ऐसा कर देते, जिससे स्कूल में शिक्षक द्वारा मार पड़नी तय रहती थी। एक... Hindi · संस्मरण 152 Share Paras Nath Jha 10 Apr 2024 · 3 min read पिछले पन्ने भाग 1 एक बार हमारे स्कूल से सटे ठीक बगल गाॅंव में जिला से परिवार नियोजन का प्रचार-प्रसार करने के लिए स्वास्थ्य विभाग का एक दल आया। जहाॅं प्रोजेक्टर के द्वारा पर्दे... Hindi · संस्मरण 112 Share Paras Nath Jha 29 Jul 2023 · 2 min read कर्बला की मिट्टी कर्बला की मिट्टी ------------------------------------------------------- संयोग से इस साल कुछ सालों के बाद मुहर्रम के अवसर पर घर पर ही था। मुहर्रम में प्रत्येक वर्ष बड़े शान से ताजिया का आगमन... Hindi · संस्मरण 651 Share