Pankaj Sharma 6 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Pankaj Sharma 10 Dec 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" पगली कहती थी, मुझे शायरी पसन्द है, मैं भी कम्बख़्त, कहाँ उसकी बातों में आ गया, सोचा! ग़र इन्हें शायरी पसन्द है तो, शायर भी पसन्द होंगे, बस, यही सोचकर... Hindi · कविता 874 Share Pankaj Sharma 10 Dec 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" मैं अब तुझे खोना नई चाहता, यादों में तेरी मैं अब रोना नही चाहता, चल रहा है जैसे बस ऐसे ही चलने दो, पता है मुझे, ख़ुदा भी हमें मिलाना... Hindi · मुक्तक 488 Share Pankaj Sharma 1 Dec 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" काश तुम मेरे दर्द को समझ पाते, तो ऐसे ना मुझे तुम कभी तड़पाते। मैं तो कब से तेरी राह देख रहा हूँ, काश तू जैसे गये वैसे वापस लौट... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 408 Share Pankaj Sharma 30 Nov 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" वो सपने को सपना बनाने में लगे हैं, हम सपने को अपना बनाने में लगे हैं, वो तो शर्त लगा रहें हैं बाज़ी जितने की, हम भी शर्त हारकर उन्हें... Hindi · मुक्तक 365 Share Pankaj Sharma 1 Dec 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" , सुनती हो! देखता हूँ मैं अक्सर, तुम्हारे पास भी कुछ, ग़म की दो-चार बोतले रखी रहती हैं, सिरहाने पर, हमेशा भरी हुई, कभी दो-चार पैग बना लिया करो। पीते... Hindi · कविता 226 Share Pankaj Sharma 10 Dec 2016 · 1 min read "मेरी डायरी से" शर्मो-हया का चादर ओढ़े हुए थे, देखा मैंने एक दिन अधर से अधर जोड़े हुए थे। लगता है थोड़ा सा लिहाज़ किया था मेरा सायद, देखकर मुझको दूसरी तरफ चेहरा... Hindi · शेर 214 Share