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10 Dec 2016 · 1 min read

“मेरी डायरी से”

मैं अब तुझे खोना नई चाहता,
यादों में तेरी मैं अब रोना नही चाहता,
चल रहा है जैसे बस ऐसे ही चलने दो,
पता है मुझे,
ख़ुदा भी हमें मिलाना नही चाहता।

….✍पंकज शर्मा

Language: Hindi
485 Views
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