पं अंजू पांडेय अश्रु 39 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid पं अंजू पांडेय अश्रु 28 Sep 2024 · 1 min read चंद तहरीरो पर ज़ा या कर दूं किरदार वो नही मेरा चंद तहरीरो पर ज़ा या कर दूं किरदार वो नही मेरा मैं वो इबारत हूं जिसे दिलो पे उभरने का हुनर आता और चंद ख्वाहिसो को समेट ले ऐ दिल..... 31 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 Sep 2024 · 1 min read मुरली की धू न... बृज की बात ये ,बृज के ग्वाल बाल, बृज की हर.. नार ..पे प्रीत लुटावत् है बार बार बृषभानुजा करे.. मनुहार .. बार बरबस मंद मंद मुस्कावत है मायाधीश करे... 60 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 Sep 2024 · 1 min read मेरागांव अब बदलरहा है? मेरागांव अब बदलरहा है? अंधीदौड़ आधुनिकता भाग रहे है सब,दीनू रामू और सोहन की चौपाले नदारद है ,गलियां सूनी ,पनघट सूना , सूना हाट घाट , सूना पगडंडियां है वो... 53 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 Sep 2024 · 1 min read क्रांक्रीट का जंगल न बनाएंगे.. मेरा देश.. सफलता की गाथाएँ गा इतिहास रच रहा है। और मैं बेजान प्रथाएं ..... ढोते हुए क्रांकीट की दीवार रच रहा हूँ। बंजर.. धरती ..जर्जर ..गांव..ठुंठ भरे खेत अरे!... 53 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 Sep 2024 · 1 min read हां..मैं केवल मिट्टी हूं .. हां..मैं मिट्टी हूं .. जब धरती का परिश्रमी पुत मुझे .. पगो से रौंदते, मुझ पर हल् के नुकीले कील कुरेदता .. पीड़ा सहकर भी मैं.... एक दाना लेकर सैकड़ो... 46 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 26 Aug 2024 · 1 min read हरेली तिहार हर हरिया लुगरा पहिर के धरती करे दुलार , चल रे भैया हल धर ले कर बो धरती केसिंगार , नागर बैईला, गैती रापा,कुदरी और नीम डारा, कर बो पूजा... 50 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 26 Aug 2024 · 1 min read कैसी प्रथा ..? बेचैन , बेसबब, बेहिसाब कड़वे घूंट पिलाती, सदियों से चलती अनवरत कुप्रथा, रागनी भी जलाती अंतर्मन की व्यथा , अश्रु से जो बहती अनवरत कथा, परंपराओ की तंग , कंकरिली,सीलन... 40 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 24 Jun 2024 · 1 min read दुर्गावती घर की घर चाहरदीवारी में संघर्ष रत सभी मातृशक्तियो को समर्पित🙏💐🙏 किसी ने चुटकी काटी,तीखे शब्दो के विष बुझे तीर से अंतरमन आहत हुआ सिधे अंतस को लहूलुहान करता तुम्हारा प्रश्न पीती... 1 58 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 10 Jun 2024 · 1 min read बहुत कुछ सीखना , बहुत कुछ सीखना , बहुत कुछ बांटना है हम रसिक वर्णों के , बस उन्हे शब्दो में गूंथ किसी के अंतर्मन को छूना हैं, किन्ही सूखती अधरो को तृप्ति दे... 5 106 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 27 May 2024 · 1 min read ये तल्ख़ आब ए चश्म (आंसू ) ये तल्ख़ आब ए चश्म (आंसू ) अज़ीज (प्रिय)अत्फ(प्रेम) सौगाते (भेंट)यादों की ... रूह को अजियत (कष्ट दाई) देती अदावते तेरी है अब यकी कज़ा में होगी इनायते तेरी रौशन... Poetry Writing Challenge-3 2 69 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 27 May 2024 · 1 min read प्रीत को अनचुभन रीत हो, प्रीत की अनचुभन रीत हो, गुनगुनाती लब जो वो गीत हो, शीत की सुबह सी अलसाई मीत हो, गुदगुदाती नेह की अनकही स्पंदन हो, प्रीत ..प्रेम पूजा ,नाम चाहे जो... Poetry Writing Challenge-3 1 149 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 26 May 2024 · 1 min read आभार🙏 🙏🏻समर्पण ,सेवा, स्वजनहित सृजनै ,साहित्य पटल एक डोर से बांध के सृजनै सकल भारत ,जहान, समरसता का भाव हिय भरे निस्वार्थ सर्जक महान।।🙏🏻यही प्रेरणा लेकर ,धीरज धर करू परकाज, ✍🏻कितना... Poetry Writing Challenge-3 1 72 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 25 May 2024 · 1 min read बेहतरीन कलमकारो से मिल बेहतरीन कलमकारो से मिल कलम खुद ब खुद बयां करेंगे चंद अल्फाज जो जेहन में यूं मचलने लगे .. किसी को तो सामना करना होगा . ..सुकून...,दर्द.. बगावतें ए परचम... Poetry Writing Challenge-3 5 63 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 25 May 2024 · 1 min read वो गली का मुहाना,वो नुक्कड़ की दुकान वो गली का मुहाना,वो नुक्कड़ की दुकान तमाशबीनों का जमवाड़ा, चौक,गली मोहल्ले पर था उसका रोज का आना जाना ...जिसके बेसबब छीटा कसी से विवश हो जाती थी बेटियां ..... Poetry Writing Challenge-3 4 3 68 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read उम्मीद ए चिराग... व्यक्तित्व मुखर जब मौन हो जाए, कृतित्व स्पंदन जब शिथिल हो जाए, द्रवित नयन व्यथित मन जब हो जाए , "आस" का दीपक भी , जब विचलित हो जाए ,,... Poetry Writing Challenge-3 71 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा.... भ्रूण हत्या अब याचना नहीं रण होगा... अब याचना नहीं रण होगा... दंश सहे प्रणय की प्रति क्षण... घुट घुट जीना मिट मिट मारना.. करुण क्रंदन अब तेरा क्षण क्षण... Poetry Writing Challenge-3 2 2 131 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read शिवाजी का प्रश्न(क्या सुसुप्त तुम्हारा ज़मीर है ) *शि* #शिवजन्य, सिंह शौर्यसी सौष्ठव कुंजरो सा बलशाली *वा* #वारो का कर खंडन,संशय विस्मरण हुंकार मराठों की थी शक्तिशाली *जी* #जीजा जननी के प्रश्रय में प्रतिष्ठ,पराक्रमी प्रबल प्रतिद्वंदी बने सोई... Poetry Writing Challenge-3 47 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read कितने सावन बीत गए.. (सैनिक की पत्नी की मीठी मनुहार) कितने सावन बीत गए.. बीत गए कई तीज त्यौहार ना दिवाली की रौनक देखी ..ना राखी की प्यार... रूखी बीते तुम बिन .…..कई फागुनबयार तुम बिन कई चौथे बीती.. बिसरी... Poetry Writing Challenge-3 88 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read मोहे वृंदावन न भायै, .....(ऊधो प्रसंग) विरह ,व्यथित , व्याकुल,अंतर्मन उधो....मोको अति सतावत,… बन मृगया इत ऊत डोलै मन, बिनु गिरधारी मोहे वृंदावन न भायै, चंचल चितवन रिझावत अति निको लागै .. ज्यों बरसे नैन नीर..... Poetry Writing Challenge-3 85 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे केशव तेरी दरश निहारी ,मन मयूरा बन नाचे राघव मेरी अरज तिहारी, तन पपिहरा बन गाये माधव प्रीत ब्रज बिहारी, जन कोयलिया बन कुकै साधव सिद्ध साधे रघुरारी ,तन अवधिया... Poetry Writing Challenge-3 82 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read पानी पानी सींचे, सींचे अंतस की छाल , पानी पानी सींचे, सींचे अंतस की छाल , चल कुछ ..अर्जन कर पानी... पानीपानी भये है आज... (पानी_जल,इज्जत, प्राण, मान हीन) Poetry Writing Challenge-3 40 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 23 May 2024 · 1 min read #बेटियां #(मेरा नवीन प्रयास सयाली छंद मे) 1✍🏻#बेटियां #... बेटियां दिलाती सुखद अहसास ..और ..करवाती परिचय स्वयं स्वयंसे.. . 2#चंद पल जीती भूलती मां....देख उसमे अपना बचपन.... 3#अश्क.... भुला फिरसे जीती मुखातिब हो .. निकल पड़ती नए... Poetry Writing Challenge-3 1 37 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read कुछ लोगो की चालाकियां खुल रही है कुछ लोगो की चालाकियां खुल रही है परत दर परत... कितना ऊंचा ओहदा .... था जो कभी .तुम्हारा नजरिया टूटकर बिखर गया अभी अभी.... मासूम सी शख्शियत अपनी और साजिशे... Poetry Writing Challenge-3 30 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read जो मिले...कायर ही मिले, शख्स जो भी मिले कायर ही मिले,संभाला ना गया...वादा.. जख्म जो मिले जहर ही मिले संभाला ना गया ...कायदा.. अख्या जो ना मिले अख्ज़ ही मिले रह गया तू सादा... Poetry Writing Challenge-3 35 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read पापा तुम्हारे ना होने पर.….. पापा तुम्हारे ना होने पर पर बस इतना कर पाई हूं , यादों को सहेजी,और बस चुपचाप रो लेती हूं, क्रूर नियति नित छिनती रही सजीवता... तुम्हारी,और मैं बेबस बेसबब... Poetry Writing Challenge-3 58 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read जो घनश्याम तुम होते..... जो घनश्याम तुम होते... भक्ति मीरा ...सी कहीं राधा..सी..प्रीती ..जो कर लेती... अगर ...श्याम से तुम होते... गौरी ...सा गहन तप ..तो.. भी कर लेती ...जो शंकर से तुमहोते.. सिया... Poetry Writing Challenge-3 1 37 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read कौन...? इक अनउत्तरित प्रश्न एक अहम् मेरे, एक तेरे भीतर भी, इस अहम् को फिर हराएगा कौन! ज़िंदगी किसको मिली है सदा के लिए फिर इन लम्हों में अकेला रह जाएगा कौन! मूंद ली... Poetry Writing Challenge-3 1 61 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read आशुतोष, आशुतोष,अवघड़ेश्वर ,अवधूत अविनाशी,आदिशंकरअर्धनारीश्वर ओमकार मूल धरताअभ्यनकारी जटा जू ट जट जाडन्ध्यकारी, कैलाशी। आप् लक अचल अनत्त कण कण व्यापी सर्वेसी। रट रट रटत रट रट नाम मंगलकारी नाशायी। प्र ट... Poetry Writing Challenge-3 37 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read मैं हूं गुलाब मेरी तन्हाईयां.. मेरी खामोशियां .. सबसे अलग मेरी परेशानियां... मेरा एकांकीपन शूलो से घिरा पत्तों का अपनापन सबके आंखों को सुकून देती, चुभन से पीड़ित मेरी कलियां... जन्नत का एहसास... Poetry Writing Challenge-3 44 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read मुमकिन नहीं..... 1मुमकिन नहीं... हर ख्वाब की ताबीर मुमकिन नहीं इस जहां में... वो पलते सिर्फ मन के किसी कोने में.. जद्दोजहद,जबरदस्ती ज़िद,जिक्र ना कर ऐ जिगर... जो तोड़ा आज तो कल... Poetry Writing Challenge-3 49 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read स्त्रियां मुखालिफ(दुश्मन) होती हैं.. दिन है तो रात भी .. खुशी है तो गम भी.. अच्छाई है तो बुराई भी.. गर फूल हैं तो कांटों.. का होना लाजमी है .. वैसे ही ,कुछ.. स्त्रियां... Poetry Writing Challenge-3 33 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read मिजाज़ संजिदा मिजाज़,मशविरा शोख, मकसद नेक,, आज़िंम न आसिम ,न अशिकिया किया हैं ना कोई शिकवा गिला ना.... अशुफ्रता... आज़ब (पीड़ा) , आज़िंम(दृढ़ता) आसिम (दोषी) , अशिकिया(कठोरहृदय ) अशुफ्रता...(,बौखलाया) अश्रु✍️ Poetry Writing Challenge-3 90 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा... स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा... ना प्रणय निवेदन , ना हृदय स्पंदन, केवल विरह का आलिंगन होगा.. छदम्य वेश ,छल से छलित ना क्षम्य कोई मुक्तांगन होगा .. स्वीकार तुम्हारा... Poetry Writing Challenge-3 53 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read आंसू आंसू जानती, अपनी हर बूंद की कीमत जिसकी नियति गिर गिर कर बिखरने की हकीकत आंसू पहचानती छलकने का सबक थककर मोम बनने का अदब ..आंसू महसूस करती जीवन का... Poetry Writing Challenge-3 37 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 22 May 2024 · 1 min read मनमीत मन रीत नहीं ,मन रीति नहीं, मन रागिनी मन प्रीत सी । मन जीत नहीं मन प्रीति नहीं । मन स्वामिनी मनमीत की।। Poetry Writing Challenge-3 44 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 May 2024 · 1 min read ये दो बूंद अश्रु मेरे..... ये दो बूंद अश्रु मेरे..... ये दो बूंद" अश्रु " मेरे.. थाती समझ रख लो जिया में.. या बिखेर दो किसी" चिता" मे.. जहा ठंडी पड़ी राखें शोला बनने को... Poetry Writing Challenge-3 1 57 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 May 2024 · 1 min read प्रतीक्षा अहिल्या की....... सुकोमल हृदय से पाषाण शिला बनने का सफर....... यकी मानें आसान नहीं होता ... सहते सहते घुटन की काई अस्तित्व बेनूर बनाती .. नीर भरे नैन झूठी मुस्कान थी वो... Poetry Writing Challenge-3 1 92 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 May 2024 · 1 min read ,✍️फरेब:आस्तीन के सांप बन गए हो तुम... आस्तीन के सांप बन गए हो तुम... #देती होंगी मुर्गियां बांग शहर तुम्हारे ... ज़मीर ना जगे तो जिंदा लाश हो तुम... #लेती होंगी खुशीयां बालाएं तुम्हारे ...किसी की हर... Poetry Writing Challenge-3 1 87 Share पं अंजू पांडेय अश्रु 21 May 2024 · 1 min read जो घनश्याम तुम होते...... जो घनश्याम तुम होते... भक्ति मीरा ...सी .. कहीं राधा..सी..प्रीती .. जो कर लेती... अगर ...श्याम से तुम होते... गौरी ...सा गहन तप ..तो.. भी कर लेती ... जो शंकर... Hindi 39 Share