ओमप्रकाश भारती *ओम्* Tag: कविता 58 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 ओमप्रकाश भारती *ओम्* 30 Sep 2021 · 1 min read मजदूरी बनाम मजबूरी कर रहे आप यह दिहाड़ी मजदूरी । लेकिन न बने कभी आपकी मजबूरी । सीख लें अब एक से ज्यादा हुनर । आपत्ति काल से न रहें कभी बेखबर ।।... Hindi · कविता 1 207 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 24 Sep 2021 · 1 min read बरखा बादल गरजे , बिजली चमके , झमाझम पानी बरसे । यही बरखा कहलाए ।। ताल तलैया जल भरपूर , नदियों में आ जाती पूर , खेत गली पानी सब दूर... Hindi · कविता 2 769 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Jun 2021 · 1 min read विरहन प्रियतमा मेरे पिया गए सागर पार , जाने कब आएंगे इस पार । आ गई बरखा बहार , बहे सुहानी मधुर बयार । मेरे पिया ..... मैं विरहन दर्शन की प्यासी... Hindi · कविता 5 365 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2021 · 1 min read सावन आया हुई वर्षा , मन हर्षा ,देख मौसम मन भावन का । बूँदें पड़ी , लगी झड़ी ,आया महीना सावन का ।। उजली लड़की , बिजली कड़की , नाच उठा मन... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 7 12 410 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 12 May 2021 · 1 min read नवयुग नवयुग में तकनीकी ने , किया है बंटाधार । नई पीढ़ी मौज करे , बूढ़े रोयें जार-जार ।। मनमानी वे कर रहे , सुनें न उनकी बात । उम्मीदों पर... Hindi · कविता 4 4 417 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 6 May 2020 · 1 min read जन्मदात्री माँ माँ वही है जिसके कदमों में बसता है सारा जहां । कहां भटकता है मनवा तू स्वर्ग तो है सारा यहां ।। जिसने नौ दस मास तुझे अपनी कोख में... Hindi · कविता 6 3 542 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 May 2020 · 1 min read कर्मवीर को ना रोक ये कर्मवीर, ये धर्मवीर , ये महावीर , करके निरोग घर भेज रहे। सेवा अहर्निश,नहीं करें हिश,लेकर विश,एकाकीपन में देख रहे ।। करें जागरूक,तपती धूप,त्यागें भूख,सामाजिक दूरी बनाए रखें ।... Hindi · कविता 5 2 508 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 25 Apr 2020 · 1 min read मौसम और जलवायु भाई यह मौसम है या गिरगिट है , जो नित प्रति रंग बदलता है । कभी सुबह धूप , तो कभी दोपहर बदरी , शाम होते बरसता है ।। बेमौसम... Hindi · कविता 3 2 488 Share Previous Page 2