ओमप्रकाश भारती *ओम्* Tag: गीत 9 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ओमप्रकाश भारती *ओम्* 15 Sep 2024 · 1 min read डाॅ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन डॉ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन जन्मदिन पर वंदन अभिनंदन महान चिंतक का ये है चिंतन महान मनीषी का करें हम मनन डाॕ. राधाकृष्णन को शत-शत नमन ।। १ ।। सर्व... Hindi · गीत 51 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 20 May 2024 · 1 min read प्राणों से प्यारा देश हमारा यह देश हमारा है ! प्राणों से प्यारा है ! आओ इसे बनाएं हम आओ इसे बसाएं हम आओ इसे सजाएं हम..... यह देश हमारा है ! प्राणों से प्यारा... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 120 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 19 May 2024 · 1 min read वसंत ऋतु मीठी सूरज की चमक , फैली फूलों की महक , उड़ी रंगो की धमक *ऋतु वसंत* का यही तो श्रृंगार है गूंजे भंँवरों की गुंजन , होता नव पल्लव सृजन... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 77 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read गर्मी बनाम चुनावी सरगर्मी मौसम की गर्मी और चुनावी सरगर्मी नवरात्र के धर्मी और नास्तिक विधर्मी गर्मी को वर्षा कर रही शांत पर चुनाव में सभी हैं अशांत क्या नेता क्या कार्यकर्ता सभी सरकारी... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 3 60 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 7 May 2024 · 1 min read लोकतंत्र का पर्व महान - मतदान चलो रे भाई चलो री बहना करने चलें आज मतदान लोकतंत्र का पर्व महान ।। जग का सबसे बड़ा लोकतंत्र हमारा वोट डालना अनिवार्य कर्तव्य हमारा जनता का , जनता... Poetry Writing Challenge-3 · गीत 2 62 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 5 Oct 2021 · 1 min read बोल मीठे बोल बोल मीठे बोल भैया , बोल मीठे बोल । दुनिया है गोल भैया , दुनिया है गोल । बोल मीठे बोल भैया...... बोल हैं अनमोल भैया , तौल-तौल कर बोल... Hindi · गीत 2 7 339 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 4 Oct 2021 · 1 min read # मच्छर बालाघाटी # लगाओ मच्छरदानी या खाओ दाल बाटी । हम तो काट के रहेंगे , कहें मच्छर बालाघाटी । आल आउट जलाओ या लगाओ ओडोमास । इसके सामने सब फैल , कोई... Hindi · गीत 3 4 588 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 2 Oct 2021 · 1 min read *महामारी* हाय रे चायना तूने यह क्या किया ईजाद । सारे जगत को धीरे-धीरे तू कर रहा बर्बाद ।। हाय रे चायना तूने....... रातों को लोग नींद ना आने से हैं... Hindi · गीत 2 2 446 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 29 Sep 2021 · 1 min read गर्मी लगे सुहानी ग्रीष्म ऋतु लेकर आई , हाय गर्मी लगे सुहानी । तपती धूप , जलते वन , धरती माता अकुलानी , वन वन प्राणी भटक रहे , ढूंढ रहे हैं पानी... Hindi · गीत 2 439 Share