Omendra Shukla Tag: ग़ज़ल/गीतिका 12 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read गजल गज़ल :-- तू महलो कि रानी है जन्नत सी तेरी कहानी है । मै विराना सा सायर हु विरानी मेरी जवानी है । अबला सी तु चंचल है सरपत सी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 282 Share Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read गजल "हर पल गुजर रहा है,अब धीरे-धीरे कोई इश्क कर रहा है,अब धीरे-धीरे, बादलो बरस जाओ जरा आज फिर कोई याद कर रहा है,अब धीरे-धीरे, वो यादो का समुन्दर फिर उमड... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 320 Share Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read गजल "नहीं मांगु खुदा से मै और भी कुछ जो इक बार गर तु मुझे मिल जाये , और भी हंसी हो जाये ये तराने फिर जो तेरे लबो के यहां... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 253 Share Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read गजल "नहीं आती है नींद मुझे रातो को तुम रोज ख्वाबो मे आना छोड दो, ना हंस पाता हु मै तेरी खामोशी से यूं खामोश रहके सताना छोड दो, तेरी मुस्कान... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 291 Share Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read गजल "ऐ !खुदा क्यु खफा है तु आज मुझसे जरा मुझे इस खफा कि खता तो बता हु जुस्तजु मे तेरी फिरता मै दर-बदर रहता है किस जहां मे तु,पता तो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read गजल "रोज-रोज ख्वाबो मे आना छोड दो होठो पे नये गीत गुनगुनाना छोड दो, नाकाम है तुम्हारी कोशीशे सारी यहा हर बार तुम ये इश्क जताना छोड दो, नजरअंदाज करती रही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 243 Share Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read "याद आते हो हमेशा,चोरी-चोरी"-गजल "देखा करते है तुझे हम चोरी-चोरी इश्क करते है तुझे हम चोरी-चोरी, नही हटती निगाहे चांद से मुखडे से दिल मे समाने लगी है तु चोरी-चोरी, इश्क करते है तुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 588 Share Omendra Shukla 18 Jan 2017 · 1 min read "इश्क करना नही आता " -गजल "हंसना नही आता, हमे रोना नही आता रहूं पास जो तेरे,तो खफा होना नही आता, लिखे थे यहां मुकद्दर मे कुछ साज जो मेरे आज भी उन्हे हमे बयां करना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 625 Share Omendra Shukla 14 Jan 2017 · 1 min read ||विरह की वेदना || “टुकुर टुकुर वो आखों से ताके जुबां से कुछ कह ना पाये सावन की हरियाली भी दिल की अगन बढ़ा जाये , पिया गए परदेश जो हमरे नैनन में जल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1k Share Omendra Shukla 14 Jan 2017 · 1 min read ||इंद्रधनुषी जीवन || “कुछ नगमे अधूरे अब भी है कुछ गीत नए होठो पे बाकी है सपनो के उस दर्पण में कुछ ख्वाब अभी भी बाकी है , इंद्रधनुषी इस जीवन में फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 235 Share Omendra Shukla 12 Jan 2017 · 1 min read “क्यूँ बहके है आज अरमान फिर से” “क्यूँ बहके है आज अरमान फिर से क्यों आँखे नम हो आयी है पिया मिलन को क्यूँ तड़पा दिल क्यूँ बहारे फिर खिल आयी है , वो यादे जो रूठी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 276 Share Omendra Shukla 12 Jan 2017 · 1 min read दर-बदर भटकता जुस्तजू में तेरी दर-बदर भटकता जुस्तजू में तेरी की खुद की तन्हाईयों में हूँ गुमशुदा करके ऐतबार तेरी मोहब्बत का खुद के मुकद्दर से हो गया हूँ जुदा, अब तो रूह भी छोड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share