नूरफातिमा खातून नूरी 278 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नूरफातिमा खातून नूरी 18 Dec 2024 · 1 min read अपने दर्द को तू यूं सरे-आम न कर ज़माने वाले मजे लेंगे ये काम न कर अपने दर्द को तू यूं सरे-आम न कर तेरी बुलंदियों से लोगों को जलन है उनके चक्कर में जीना हराम न कर... Hindi · कविता 23 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Dec 2024 · 1 min read यूं ही साथ साथ चलते आंखों में ख्वाब पलते यूं ही साथ साथ चलते हर पल सुहाना हो यहां ये बात मुमकिन है कहां खुश रहने का वजह ढूंढ दिल दुखाने को तैयार जहां आजा... Hindi · कविता 17 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Dec 2024 · 1 min read जीवन की ढलती शाम सब कर चलूं तेरे नाम जीवन की ढलती शाम आपने घर में जगह दिया दिल जिगर में जगह दिया मलिका बना के रखा हमें अपनी नज़र में जगह दिया आपके... Poem 35 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Dec 2024 · 1 min read और धुंध छंटने लगी सूर्य की किरणे चली और धुंध छंटने लगी पूरब उम्मीद की दिशा पिछे को छूटी निशा पक्षी फिर चहचहायेगे फूल चमन महकायेंगे रात पहर में बंटने लगी और धुंध छंटने... Hindi · कविता 27 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Dec 2024 · 1 min read इल्म की कमी अखलाक छुपा लेते हैं वो तहज़ीब से नजरें तो झुका लेते हैं इल्म की कमी अखलाक छुपा लेते है उन्हें जिंदगी कभी हरा ही नहीं सकती जो हर पल मां बाप की दुआ लेते... Hindi · कविता 30 Share नूरफातिमा खातून नूरी 20 Nov 2024 · 1 min read बड़ी बहु को नौकर छोटी की प्रीत से होगी तबाही सास की दोहरी नीति से बड़ी बहु को नौकर छोटी की प्रीत से ये औरत है कि जालिम की सरदार करती है अनदेखा अपना घरबार बेशर्म,बेहया, बैंगन की... Hindi · कविता 1 34 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Nov 2024 · 1 min read सांसों का क्या ठिकाना है तेरे साथ हर पल बिताना है सांसों का क्या ठिकाना है ना रुक थक हार कर के ना बैठ मन मार कर के हर हाल में चलते जाना है सांसों... Hindi · कविता 66 Share नूरफातिमा खातून नूरी 6 Nov 2024 · 1 min read हम से भी ज्यादा हमारे है आप दिल में रहते प्यारे हैं हमसे भी ज्यादा हमारे है बोली कानों में रस घोले मुखड़ा तो चांद सितारे हैं आंखें जगमगाया करती है हम दिल के हाथों हारे... Hindi · कविता 31 Share नूरफातिमा खातून नूरी 25 Oct 2024 · 1 min read बोल उठी वेदना उनकी ज्यादती बेअसर नहीं इतना डराये कि अब डर नही बदजुबानी से न दिल भेदना मौन रहकर बोल उठी वेदना पीड़ा किसी का हर नहीं सकते घाव किसी का भर... Hindi · कविता 80 Share नूरफातिमा खातून नूरी 18 Oct 2024 · 1 min read कल की तलाश में आज निकल गया इंसान वक्त के हाथों कितना छल गया कल की तलाश में आज निकल गया बचपन को खिलौने ने उलझाये रखा गुड्डे - गुड़ियों को गोद में छुपाए रखा पढ़ाई कभी... Hindi · कविता 54 Share नूरफातिमा खातून नूरी 15 Oct 2024 · 1 min read अपना बेरीया लागेली भागे खायें में,लेवे में रहेली आगे अपना बेरीया लागेली भागे सामान चोरा के रखेली सर जाला तब फेकेली पैसा धरे ली दाब के पतोह से ले ली हाब के चाई के... Bhojpuri · कविता 36 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Oct 2024 · 1 min read किसी ने खुशी लौटाया किसी ने राहत किसी ने खुशी लौटाया किसी ने राहत किसी ने पैसे लौटाये किसी ने मुहब्बत हमे गुज़रे ज़माने रूलाते , तड़पाते रहे किसी ने तकाज़े लौटाये किसी ने मासूमियत Hindi 28 Share नूरफातिमा खातून नूरी 12 Oct 2024 · 1 min read मौसम किसका गुलाम रहा है कभी ना रखिए उम्मीद ज्यादा किसी से जो मिल जाय रख लिजिए खुशी से कब तक नाराज़ रहिएगा ज़माने से गल्तिया तो होती रहती है आदमी से मौसम किसका गुलाम रहा... Hindi · कविता 41 Share नूरफातिमा खातून नूरी 4 Oct 2024 · 1 min read ओस भरी निशा में ये चमकते तारे अंखियों को सुकून देते हैं ये नजारे ओस भरी निशा में ये चमकते तारे आसमान से जमीं का सफर करते पानी बन जाते शाम से सहर करते शबनम के नाम... Hindi · कविता 1 54 Share नूरफातिमा खातून नूरी 1 Oct 2024 · 1 min read गगन में लहराये तिरंगा आंखों को भाये तिरंगा गगन में लहराये तिरंगा केसरिया सर का ताज है सफेद शांति का आवाज़ है चक्र में कई संदेश छिपे हैं हरा से समृद्ध समाज है हर... Hindi · कविता 38 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 Sep 2024 · 1 min read जीवन का अभाव लिखती है जीवन का अभाव लिखती है कलम तो भाव लिखती है। दुःख का उजागर करती सरकस में नाहर करती मन में छिपे बैचैनी को आंसू बनके बाहर करती आदमी का स्वभाव... Hindi · कविता 48 Share नूरफातिमा खातून नूरी 16 Sep 2024 · 1 min read हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है जीवन कभी- कभार बेइमान हो सकता है हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है रास्ते है तंग और मुश्किलों से भरे हुए विपरीत परिस्थितियों से है डरे हुए... Hindi · कविता 40 Share नूरफातिमा खातून नूरी 16 Sep 2024 · 1 min read सच्चे होकर भी हम हारे हैं गहरी खाई वाले किनारे हैं सच्चे होकर भी हम हारे हैं ढिठाई से झूठ बोल जाते हैं सबको एक सा तोल जातें हैं जुबां ऐसी की क्या कहा जाए सबके... Hindi · कविता 54 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Sep 2024 · 1 min read आत्मविश्वास अपने आप में रहिए खास बढ़ाते रहिए आत्मविश्वास मन खुश रहने लगता है आदमी कोशिश करने लगता है नाकामी नही आती पास बढ़ाते रहिए आत्मविश्वास रास्ता आसान लगता हैं हिम्मत... Hindi · कविता 50 Share नूरफातिमा खातून नूरी 1 Sep 2024 · 1 min read उड़ान मंजिल की ओर शानदार होता है भोर उड़ान मंजिल की ओर उड़ता है सबसे ऊपर पक्षियों में सबसे सुपर चाहे हो बादल घनघोर उड़ान मंजिल की ओर थोड़ा सा कर लें ध्यान जिंदगी... Hindi · कविता 79 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 Aug 2024 · 1 min read चांद दिलकश चेहरा छुपाने लगा है चांद दिलकश चेहरा छुपाने लगा है भोर का सूरज मुस्कुराने लगा है तालाब भरे बारिश की पानी से जलकुंभी को हवा तैराने लगें हैं बारिश के बाद निकला सूरज दिलकश... Hindi · कविता 56 Share नूरफातिमा खातून नूरी 18 Aug 2024 · 1 min read सब कुछ दिखावा लगता है सब कुछ दिखावा लगता है जग सूना तेरे अलावा लगता है जीने को तो सब जी ही लेते हैं ये मोह माया छलावा लगता है Hindi · कविता 46 Share नूरफातिमा खातून नूरी 18 Aug 2024 · 1 min read पतोहन के साथे करें ली खेल चोरवावे ली चाउर नापे ली तेल पतोहन के साथे करें ली खेल अपने सूते बेटियन के सुतावेली कान फूंक घर में आग लगावेली बेटी दामाद राखे ली सालों साल टिबोली... Bhojpuri · कविता 85 Share नूरफातिमा खातून नूरी 30 Jul 2024 · 1 min read जीवन पथ पर चलते जाना हर कदम पर सम्हलते जाना जीवन पथ पर चलते जाना ठोकर चलना सीखा देता हैं समय बहुत कुछ दिखा देता है बालों की सफेदी यूं ही नहीं है अच्छे बुरे... Hindi 67 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 Jul 2024 · 1 min read अंधेरे में छिपे उजाले हो मय के छलकते प्याले हो अंधेरे में छिपे उजाले हो। चन्द्रमा खेलता बादल में छुपता,हंसता आंचल में चांदनी नहलाती धरती को सुकून बिखेरती धरातल में रंग बिरंगे उड़ते गुब्बारे हो... Hindi · कविता 87 Share नूरफातिमा खातून नूरी 26 Jun 2024 · 1 min read ग़रीबी तो बचपन छीन लेती है वो कूड़ा से कचरा बीन लेती है ग़रीबी तो बचपन छीन लेती है झोला को बैग मानकर टांग लेते पेट के खातिर खाना मांग लेते लाचारी जब दिल को नोचने... Hindi · कविता 91 Share नूरफातिमा खातून नूरी 25 Jun 2024 · 1 min read जबसे हम चार पैसे कमाने लगे हैं सर आंखों पर सब बिठाने लगें हैं , जबसे हम चार पैसे कमाने लगे हैं । सबको रुपए कर्जा उधार चाहिए लाख तो किसी को हजार चाहिए गलती से एकबार... Hindi · कविता 118 Share नूरफातिमा खातून नूरी 3 Jun 2024 · 1 min read अच्छी यादें सम्भाल कर रखा कीजिए अपने लिए वक्त निकाल कर रखा कीजिए अच्छी यादें सम्भाल कर रखा कीजिए संस्कारों को दकियानूस न कहिए सर पे पल्लू डाल कर रखा कीजिए खाना,पीना,सोना तो सभी करते हैं... Hindi · कविता 106 Share नूरफातिमा खातून नूरी 30 May 2024 · 1 min read वो नाकामी के हजार बहाने गिनाते रहे वो नाकामी के हजार बहाने गिनाते रहे हम जूतों में पांव के छाले छुपाते रहे ऐसे भुलक्कड़ हैं मोबाइल में खो गए और घंटों मोटर का पानी गिराते रहे कामयाबी... Hindi · कविता 1 103 Share नूरफातिमा खातून नूरी 24 Apr 2024 · 1 min read आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव आसमान तक पहुंचे हो धरती पर हो पांव घड़े का ठंडा पानी हो बरगद का हो छांव शाम को घर आ जाते सब चबूतरे पर हो ठांव ना रखे कभी... Hindi · कविता 208 Share नूरफातिमा खातून नूरी 21 Apr 2024 · 1 min read बेइमान जिंदगी से खुशी झपट लिजिए तेवर बदल दिये कमाई का जरिया देखकर बढ़ गया प्यास का एहसास दरिया देखकर मौसम के मिजाज पर किसका जोर चलता लू , शीतलहर तो कभी हवा चीतचोर चलता इच्छाएं... Hindi · कविता 305 Share नूरफातिमा खातून नूरी 24 Mar 2024 · 1 min read एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई बर्फ की चादर हो जैसे पिघलती हुई एक उजली सी सांझ वो ढलती हुई। दूर गगन में सूरज लगे उतरा जमीं पर जमीं आसमान मिलता दिखे वहीं पर आसमान सजे-धजे... Hindi · कविता 137 Share नूरफातिमा खातून नूरी 19 Feb 2024 · 1 min read कर्म कभी माफ नहीं करता जो करता है वही भरता है कर्म कभी माफ नहीं करता है मानवता छिपा जिनके अन्दर मालिक से वही डरता है जिसे पाप से भय लगा रहे हरदम कदम सही... Hindi · कविता 158 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Feb 2024 · 1 min read दिल में हिन्दुस्तान रखना आता है शाम हुई अंधेरा पसरने दीजिए थके राहगीरों को ठहरने दीजिए फिर सुनहरा सूरज तो चमकेगा ही रातरानी को ज़रा संवरने दीजिए हमें देश की शान रखना आता है हथेली पर... Hindi · मुक्तक 1 193 Share नूरफातिमा खातून नूरी 8 Feb 2024 · 1 min read खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता खुशी पाने का जरिया दौलत हो नहीं सकता अक़्लमंदों,चालाकों को उल्फत हो नहीं सकता मुंह से भला बुरा कहती रहती है गुस्से में मां को औलाद से कभी नफ़रत हो... Hindi · कविता 159 Share नूरफातिमा खातून नूरी 14 Jan 2024 · 1 min read मुक्तक अपनों से ही छल गये हम वक्त के साथ ढल गये हम अब लोगों की शिकायत है बहुत ज्यादा बदल गये हम । कुछ मिला तो नुमाइश न कीजिए दोस्त... Hindi · Poem 106 Share नूरफातिमा खातून नूरी 11 Jan 2024 · 1 min read मां का घर बचपन की यादों का सफर स्वपन सा सुन्दर मां का घर उस घर के हम शहज़ादी थे ना किसी रौब के आदी थे खिलौनो भरा संसार था खुशियों का ही... Hindi · कविता 173 Share नूरफातिमा खातून नूरी 17 Nov 2023 · 1 min read अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है दुःख व सुख में साथ रहना जरूरी है अधूरी बात है मगर कहना जरूरी है जीवन का नौका जब डगमगाता है अपना ही कोई साथ निभाता है मन सूखे पत्ते... Hindi · कविता 3 1 327 Share नूरफातिमा खातून नूरी 8 Nov 2023 · 1 min read सास खोल देहली फाइल बात हमरा ना समझ आइल सास खोल देहली फाइल कहेली बहुत कामचोर हीय साढ़िन, औरी मुंहजोर हिय गरीब समझ के उठवनी हम शादी में रूपया लगवनी हम इ सब बतिया... Bhojpuri · कविता 272 Share नूरफातिमा खातून नूरी 2 Nov 2023 · 1 min read बात पुरानी याद आई लबों पे फरियाद आई बात पुरानी याद आई कैसी वो लाचारी थी समय की मारी थी घुट घुट के जीना था खुद से ही हारी थी जीत ठोकर के बाद... Hindi · कविता 1 227 Share नूरफातिमा खातून नूरी 16 Oct 2023 · 1 min read मुक्तक जब भी मुंह खोलते हैं लोग झूठ पर झूठ बोलते हैं लोग थोड़ी सी मतलब के खातिर ईमान भी छोड़ते हैं लोग । मद्धम हुआ हर शय है झूठ का... Hindi · मुक्तक 269 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 Sep 2023 · 1 min read मुक्तक सुख चैन छीनने को तैयार है सब लोग बच के ज़रा रहिए होशियार है सब लोग समय क्या खराब होने लगा है आपका पीछे देखने पर फरार है सब लोग Hindi · मुक्तक 238 Share नूरफातिमा खातून नूरी 29 Sep 2023 · 1 min read दिल्ली चलें सब साथ चिंता से न कटेगी रात दिल्ली चलें सब साथ जवानी में तनख्वाह है परिवार खैरख्वाह है खिलखिलाते मगन हैं खुद ही धरती गगन हैं मान लें सब की बात दिल्ली... Hindi · कविता 640 Share नूरफातिमा खातून नूरी 5 Sep 2023 · 1 min read शिक्षक दिवस जीवन के अंधकार मिटाता है वही सच्चा गुरु कहलाता है शब्दो का भंडार रखता है जगमगाता संसार रखता है गुरु के चरण में जगह बनाएं सलाहियत का अंबार रखता है... Hindi 171 Share नूरफातिमा खातून नूरी 23 Aug 2023 · 1 min read चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान सदियों से रहा है मेरा भारत महान चन्द्र की सतह पर उतरा चन्द्रयान भारतीयों की नजरें गड़ रही थी साथ में धड़कने भी बढ़ रही थी धीरे धीरे दूरियां कम... Hindi · कविता 751 Share नूरफातिमा खातून नूरी 9 Aug 2023 · 1 min read मेरी माटी मेरा देश अपने आप में विशेष, मेरी माटी मेरा देश। रवानी है नदियों की कहानी है सदियों की रंग- बिरंगे फूलों में लेखनी है कवियों की बरखा रानी के केश मेरी माटी... Hindi · कविता 939 Share नूरफातिमा खातून नूरी 7 Aug 2023 · 1 min read उठे ली सात बजे अईठे ली ढेर उठे ली सात बजे अईठे ली ढेर हई बेहाया,पिटउर बनेली शेर नजरी में तनको नाही शील बा केहू कुछ हू कहे नाही फील बा चले ली डांणे पर हाथ धर... Bhojpuri · कविता 577 Share नूरफातिमा खातून नूरी 5 Aug 2023 · 1 min read ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर घोर अंधेरा हो तो एक दिया जलाना बेहतर ज़माने की बुराई से खुद को बचाना बेहतर जिम्मेदारियों के बोझ से बाहर निकलकर झमाझम बारिश में बेफिक्र नहाना बेहतर आये दिन... Hindi · कविता 227 Share नूरफातिमा खातून नूरी 16 Jun 2023 · 1 min read समय आयेगा अपना भी परचम लहरायेगा एक दिन ऐसा समय आयेगा जगमग करते सितारे होंगे हर सु दिलकश नज़ारे होगे मिलेंगे हंसते, मुस्कुराते हुए जो भी बेगाने या हमारे होंगे झोली खुशियों... Hindi · कविता 340 Share नूरफातिमा खातून नूरी 15 Jun 2023 · 1 min read का कहीं रहन अपना सास के नून, तेल,मरिचा देली नाप के का कहीं रहन अपना सास के कहेली अपना के बड़ा भागमानी चलती चलावेली जैसे महारानी करे ली नाही एको कौनो कार सुतले - सुतले तबो... Bhojpuri · कविता 245 Share Page 1 Next