N.K. Sharma 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid N.K. Sharma 17 Oct 2020 · 1 min read दोहे- रोम रोम झंकृत हुआ रोम रोम झंकृत हुआ, लेकर माँ का नाम। बिन मां क्या संसार में, मां ही मेरा राम।। कोटि कोटि वंदन करूं, और झुकाऊं शीश। मां मेरी पहचान है, मां ही... Hindi · दोहा 2 396 Share N.K. Sharma 23 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक - जवान और किसान मुक्तक जवान ठिठुरता है सीमा पर, तब ही देश सुरक्षित। किसान ठिठुरता है खेतों में, तब ही हम हैं भक्षित। किसान जवान नहीं होगें तब, नहीं बचेंगे हमसब, देश की... Hindi · मुक्तक 1 6 424 Share N.K. Sharma 17 Oct 2020 · 1 min read कविता- बच्चो, सच में तुम ही हो देश के कर्णधार ???????????? बच्चो !? सच में तुम ही हो देश के कर्णधार … तुमसे ही तो हैं उम्मीदें बेशुमार ,फैला है हर तरफ लूट-खसोट व भ्रष्टाचार, जातिवादी राजनीति व खोखले आश्वासन... Hindi · कविता 4 2 359 Share N.K. Sharma 11 Jan 2021 · 1 min read गीत- अरे किसानो! डर मत जाना, इन शातिर वाचालों से। गीत अरे किसानो! डर मत जाना, इन शातिर वाचालों से। हक़ की खातिर तुमभिड़ जाना, झूठों और दलालों से। नेता जी अब चाटुकार बन, रोज लुभाते धनिकों को, सेवा जनता... Hindi · गीत 1 4 360 Share N.K. Sharma 1 Jan 2021 · 1 min read ग़ज़ल- सन् 2020 की आखिरी ग़ज़ल जा रहा है साल पिछला,इक नया फिर साल दे! कौन जाने कैसे बीते,आना वाला साल ये। नौकरी छूटी हैं कितनी,हो गये बेघर बहुत, हों सभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 11 231 Share