अत्यन्त प्रभावी प्रस्तुति,नवल जी..! आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी ग़ज़ल “कोरोना” को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना ” जो कि काव्य प्रतियोगिता मेँ शामिल है, पर भी दृष्टिपात करने की कृपा करें एवं यदि रचना पसन्द आए तो कृपया वोट देकर कृतार्थ करें..!
साभार..!???
हार्दिक आभार व धन्यवाद आदरणीय श्री। आपकी रचना को अभी पढ़कर अवश्य प्रतिक्रिया देता हूँ
???
सुंदर संदेशपूर्ण प्रस्तुति।
धन्यवाद !
कृपया मेरी काव्य प्रतियोगिता प्रविष्टि “अहद” का अवलोकन कर वोट करने की कृपा करें।
साभार नमन आदरणीय श्री ???। आपकी रचना को पढ़कर अभी प्रतिक्रिया देता हूँ। सादर प्रणाम ???
प्यार की सौगात दे! वर्तमान परिवेश पर सटीक टिप्पणी एवं व्यवस्था पर सवाल एवं कटाक्ष ने रचना की मौलिकता को जीवंत बनाने का साहस भरा प्रयास किया गया है सादर अभिवादन के साथ शुभकामनाएं।
हृदय की असीम गहराई से बहुत बहुत आभार व धन्यवाद आदरणीय श्री ???
सुंदर गजल शर्मा जी !!
साभार धन्यवाद आदरणीय श्री ??
????भाई कवि नवल किशोर शर्मा ‘नवल’ जी आपकी रचना बहुत ही प्रशंसा के काबिल है ! ???? आपकी कृपादृष्टि अभी तक नहीं हुई है…. कृपया मेरी रचना “कोरोना दोहा नवमी” पर अपनी वोट रुपी मुहर लगाएं…. ????और कृतार्थ करें..! साभार..! …… ????
साभार नमन आदरणीय श्री ?