नेताम आर सी Language: Hindi 61 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 नेताम आर सी 27 May 2023 · 1 min read मजदूर हैं हम मजबूर नहीं मजदूर हैं हम मजबूर नहीं, इति सी भी गुरूर नहीं। रोटी हक का हम खाते हैं, बेईमानी मंजूर नहीं । मजदूर हैं हम . . . . . . दुनिया... Poetry Writing Challenge · कविता 2 273 Share नेताम आर सी 26 May 2023 · 1 min read मैं हूं आदिवासी इस धरती का मूलबीज , मैं हूं आदिवासी। प्रकृति को पूजने वाला, मै हूं प्रकृति दासी। इस धरती का . . . . . . प्रकृति की कोख से जन्मा,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 287 Share नेताम आर सी 25 May 2023 · 1 min read हड़ताल ऐसा एक हड़ताल हुआ, तो ताल भी गड़बड़ा कर बे ताल हुआ। ऐसा एक हड़ताल. . . . . . कुछ मजदूर हड़ताल पर आए गए, और कुछ काम करते... Poetry Writing Challenge · कविता 2 712 Share नेताम आर सी 24 May 2023 · 1 min read बेवफा तुझे बेवफा कैसे कहूं, वफा तो तुमने की ही नहीं। साथ मरने की कसमें खाई थी, पर साथ तो तुमने जी ही नहीं। तुझे बेवफा . . . . .... Poetry Writing Challenge · कविता 2 426 Share नेताम आर सी 24 May 2023 · 1 min read तलाश है। अंधेरों में भी, उजालों की तलाश है। डुबते हुए इंसान को, तिनके की आश है। अंधेरों में भी . . . . . . पल पल मौत को, करीब आते... Poetry Writing Challenge · कविता 2 263 Share नेताम आर सी 23 May 2023 · 1 min read बढ़े चलो ऐ नौजवान बढ़े चलो ऐ नौजवान, देश के मजदूर किसान। आज की ब्यवस्था को हमें, लड़ के ही बदलना है। लड़ के ही बदलना है, हमें लड़ के ही बदलना है। लड़ते... Poetry Writing Challenge · कविता 1 281 Share नेताम आर सी 22 May 2023 · 1 min read मै तो हूं मद मस्त मौला मैं तो हूं मद मस्त मौला, मुझे दुनिया की क्या फिकर। अरे नादान तू कहां फंसा है, ऐसी उधेड़बुन में, निकलना है तो आ चल निकल। मै तो हूं .... Poetry Writing Challenge · कविता 1 232 Share नेताम आर सी 21 May 2023 · 1 min read मंगल दीप जलाओ रे मंगल दीप जलाओ रे, गीत खुशी के गाओ रे। जगमग जगमग जगमगाए, आकाश से तारे जमीं पर आए। देवी भी आए देवता भी आए, लक्ष्मी जी को नेवता भिजवाएं। स्वर्ग... Poetry Writing Challenge · कविता 1 367 Share नेताम आर सी 20 May 2023 · 1 min read आओ ऐसा एक भारत बनाएं आओ ऐसा एक भारत बनाएं, हम मजदूर क्रांति की मशाल जलाएं। आओ ऐसा एक . . . . . . शोषण अत्याचार का, न नामोनिशां होगा। मजदूर किसानो का ही... Poetry Writing Challenge · कविता 1 393 Share नेताम आर सी 20 May 2023 · 1 min read प्यासा मन चंचल तन और निर्मल मन है, पावन है एहसास तेरा। समन्दर में खड़ा हूं फिर भी, बढ़ता है प्यास मेरा। चंचल तन . . . . . . मन भौंरा... Poetry Writing Challenge · कविता 1 319 Share नेताम आर सी 18 May 2023 · 1 min read आतंकवाद आतंकवाद उचित है ? क्या आतंकवाद उचित है ? शर्म से पानी पानी, इंसानियत भी संकुचित है। बंदुक की खेती है, बमों की पैदावार होती है। आतंक हि आतंक देखकर,... Poetry Writing Challenge · कविता 2 185 Share Previous Page 2