नीरज कुमार ' सरल' Tag: कविता 5 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid नीरज कुमार ' सरल' 5 Sep 2022 · 1 min read सच तो काले मेघ स्वपन आपन हाथे इ या उस पार मिले तो प्यारा लगे कांटा बन ऑंख चुभे तरसत पूर्ण संसार । सच तो काले मेघ कभौ भड़कत कभौ बरसत प्रीत भी लागे... Hindi · कविता 1 204 Share नीरज कुमार ' सरल' 25 Jun 2021 · 1 min read अजीब दुनिया बकरी ने मारा शेर को बुझ गई उसकी प्यास, कौआ खाए घास ये देख घोड़े ने लिया संन्यास, कुत्ते ने सींग मारा इंसान क्या करे बेचारा, देख कर ये दृश्य... Hindi · कविता 7 14 1k Share नीरज कुमार ' सरल' 19 Jun 2021 · 1 min read "कवि" आओ तुझे मैं कवि बनाऊं करके मैं कवियों का गुणगान रुचि तुझमें जगाऊं आओ तुझे मैं कवि बनाऊं।। कवि होते इतने महान उनकी रचना इतनी सुंदर जितनी कोई हो फूल... Hindi · कविता 5 1 892 Share नीरज कुमार ' सरल' 15 Jun 2021 · 1 min read बरसात, "आफत या सौगात" गर्मी से राहत, बारिश की थी चाहत। बूंदों का, झूम कर सबने किया स्वागत।। प्रफुल्लित मन, खिल उठे वन उपवन। धरती की प्यास बुझी, महक उठा जीवन।। मेघों ने भी... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 14 1k Share नीरज कुमार ' सरल' 15 Jun 2021 · 1 min read बरसात बरसात आई झमाझम। लेकर नई सौगात झमाझम। खिल उठे चेहरे किसान के झमाझम। लगा बादल भी खिल -खिलाने झमाझम। चारो ओर मिट्टी की खूशबू झमाझम। बरसात आई लेकर नई आश... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · कविता 8 10 621 Share