navya36v 1 post Sort by: Latest Likes Views List Grid navya36v 2 Jun 2022 · 1 min read पिता बचपन मे अपने कंधे पर बिठाता है धीरे-धीरे सहार दे खड़ा होना सिखाता है उंगली पकड़ कर चलना भी बताता है दौड़ते वक्त वो गिरने से बचाता है वो और... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · कविता 2 2 206 Share