सिद्धार्थ गोरखपुरी Tag: शेर 345 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next सिद्धार्थ गोरखपुरी 14 Jun 2022 · 1 min read आता है कभी??? मेरा खयाल आता है कभी ??? हकीकत जानते हैं मगर पूछते हैं सभी -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 112 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 14 Jun 2022 · 1 min read खबर पुराने अख़बार में मिलेगी खबर मेरी है तो गड्डी में मगर रद्दी भी तो है -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 127 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 14 Jun 2022 · 1 min read ढूढ़ा जाऊंगा पुराने अखबार की जरूरी खबर हूँ मैं जब जरूरत होगी तो ढूंढा जाऊंगा -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 3 4 455 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 11 Jun 2022 · 1 min read खुशियाँ समेट कर फेंक दो अपनी उम्मीदों को सफ़ेद चादर लपेट कर वरना हर शख्स ले जाएगा तुम्हारी खुशियाँ समेट कर -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 3 111 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 8 Jun 2022 · 1 min read किस्मत काश कोई किस्मत तक मेरी बात ले चले के किस्मत पकड़ के हाथ अपने साथ ले चले -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 329 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 Jun 2022 · 1 min read पीछा जिन्दगी के रास्ते को ऊँचा -नीचा कर रहा हूँ मैं एक अरसे से खुद का पीछा कर रहा हूँ -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 3 110 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 Jun 2022 · 1 min read बहुत कुछ बहुत कुछ याद आता है बहुत कुछ भूल जाने को आदमी क्यों नहीं लगता खुद का मूल पाने को -सिद्धार्थ Hindi · शेर 305 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 5 Jun 2022 · 1 min read पैरवी ऐतबार तुमपे न किया जाएगा कान में पैरवी अब पैसों की है - सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 117 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 3 Jun 2022 · 1 min read कमतर यार वो कमतर दिखाई दे रहा है क्या मुझे बदतर दिखाई दे रहा है? -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 247 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 3 Jun 2022 · 1 min read खाक वक़्त के इशारे को इत्तेफाक समझते रहे बात ग़र यही है तो क्या खाक समझते रहे -सिद्धार्थ Hindi · शेर 123 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 2 Jun 2022 · 1 min read दो जून खुशियाँ रेहन हैं दो जून की रोटी के एवज में आदमी खुश हो जाए या तो रोज पेट भरे -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 2 150 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 May 2022 · 1 min read मर्जी न पूछ सवाल ये के कहाँ - कहाँ रख दी हमारी बात थी हमने जहाँ मर्जी वहां रख दी -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 206 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 31 May 2022 · 1 min read गिले -शिकवे परोसकर अरसे बाद शाम को उसके घर मैं क्या गया उसने रख दी थाली सामने गिले - शिकवे परोसकर -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 266 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 May 2022 · 1 min read बिसात पत्थरों पर भी शजर उगते हैं ऐ बंजर तेरी बिसात क्या है? -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 158 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 May 2022 · 1 min read सिक्के निकाल लेते थे जेबों से सिक्के टटोल के वे दिन भी लद गए और सिक्के भी लद गए -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 116 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 May 2022 · 1 min read बाईलाज में ग़र सब कुछ लिखा जिन्दगी के बाईलाज में तो फिर गलतफहमियाँ आज़ भी क्यों लाईलाज हैं -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 145 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 29 May 2022 · 1 min read अय्यारी यार के अय्यारी से निजात पाना है? खुद को खुद का रहबर बना के देख जरा -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 323 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 28 May 2022 · 1 min read फनकार आदमी बदल रहा है रूप, रंग, नीयत अपनी क्या सच में बहुत बड़ा फनकार हो गया है?? -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 2 231 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 May 2022 · 1 min read माना के माना के हैसियत नहीं है मेरी पर सुनना वसीयत नहीं है मेरी -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 121 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 May 2022 · 1 min read फ़ितरत फितरत वक़्त के आगे बेबस है अभी वक़्त को बेबस न कर दे तो आदमी कैसा? -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 182 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 27 May 2022 · 1 min read रस्ता रास्ता नीरस है,सुनसान है खुद तक जाने का तय तुम्हे करना है के जाना है या नहीं -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 103 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 24 May 2022 · 1 min read राब्ता उसका मुझसे बस इतना राब्ता है जिसे सब चाहते है वो मुझे चाहता है -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 246 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 24 May 2022 · 1 min read आफ़ताब आफ़ताब कहते हो न खुद को जान लो दुनिया सिर्फ दाग देखती है -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 131 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 22 May 2022 · 1 min read दलीलें झूठी हो सकतीं हैं मन की अदालत में मै खड़ा हूँ दिल मेरी वकालत कर रहा है ..... दलीलें झूठी हो सकतीं हैं -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 202 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 21 May 2022 · 1 min read चाय हो जाए ठंडा - वंडा, काफ़ी - वाफी महज ढकोसला है यारों चाय का दिन है! चाय हो जाए -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 200 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 19 May 2022 · 1 min read मना कौन करे तुम्हे हक है मुझे गुनहगार समझो तुम्हारे हक में वक़्त है तो फिर मना कौन करे -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 166 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 May 2022 · 1 min read यूँही वक़्त तय करता है क़ीमत सबकी लोग यूँही बेशकीमती बने जा रहे हैं -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 239 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 18 May 2022 · 1 min read सब बदल जाते हैं लहजा, सज्जा, छज्जा, मज्जा सब बदल जाते हैं समय और उम्र जब भी ढलने लगता है -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 93 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 May 2022 · 1 min read कौन चाहे मतलबी भीड़ में मशहूर होना कौन चाहे आखिर खुद से बहुत दूर होना कौन चाहे -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 148 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 May 2022 · 1 min read वायदे हजार वायदे तो हजार कर दिए थे होशोहवास में न जाने कब लत उन्हे पैमाने की लग गयी -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 256 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 May 2022 · 1 min read ज्यादा मैंने उम्मीद तुमसे कुछ ज्यादा किया था क्योंकि तुमने वादे पर वादा किया था -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 217 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 15 May 2022 · 1 min read कुतर गए वायदे महज लफ्ज थे जो जेहन से उतर गए तुम उम्मीद की चादर ओढ़ के सोए थे चूहे कुतर गए -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 1 274 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 May 2022 · 1 min read कुछ लफ्ज कुछ लफ्ज मोहब्बत के ग़र कहने ही हैं तुमको हो रूबरू आईने के और कह डाल जो है कहना -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 118 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 7 May 2022 · 1 min read ऐ समंदर ऐ समंदर!तेरे पानी में इजाफा क्या हुआ तूने तो इसे सबकी आँखों में बाँट दिया चलो बाँट ही दिया है, तो बस इतना बता दो कि उसे भावनाओं से तुमने... Hindi · शेर 1 122 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 May 2022 · 1 min read खुद से हैसियत है तो उस से मोहब्बत कर लो ग़र नहीं तो खुद से मोहब्बत कर लो -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 191 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 May 2022 · 1 min read जिन्दगी की अंगीठी पे आदमी इतराता बहुत है अपनी जरा सी तकनीकी पे अरे अच्छे अच्छे ख्वाब सुलग जाते हैं जिन्दगी की अंगीठी पे -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 78 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 May 2022 · 1 min read खरीद कर ज्यादा गफलतें न पाल बहुत कुछ खरीद कर ग़र दम है तो दिखा दे किसी का गम खरीद कर -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 158 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 6 May 2022 · 1 min read लहजा लहजा वक़्त देखकर बदल जाता है आप से तुम, तुम से तूँ का सफ़र यूँही नहीं होता -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 390 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 4 May 2022 · 1 min read कुछ एक कुछ एक अपने भी हुआ करते थे कभी वक़्त अच्छा था तो दुआ करते थे सभी -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 167 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 May 2022 · 1 min read बुत रिश्ते बुत थे और निभाना इबादत थी अब लोग.. बुतपरस्ती के खिलाफ हो गए -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 133 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 1 May 2022 · 1 min read ऐब मोहब्बत ऐब है बस... ग़र करना ही है तो खुद से करो -सिद्धार्थ Hindi · शेर 1 100 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 30 Apr 2022 · 1 min read साथ चले धूप तेज हो तो हवा साथ चले अब मुमकिन कहाँ है के दुआ साथ चले -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 340 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 28 Apr 2022 · 1 min read निःशुल्क ये मुल्क अब पुराना मुल्क न रहा यार!! अब प्रेम निःशुल्क न रहा -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 365 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 23 Apr 2022 · 1 min read सही कभी -कभी सही का एहसास इसकदर सही होता है कि लगता है की मै उतना ही सही था जितना सही! सही होता है -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 375 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 20 Apr 2022 · 1 min read एहसान करिए कृपा नहीं तो एहसान करिए प्रभु! थोड़ी सी जिंदगी आसान करिए -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 1 129 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 13 Apr 2022 · 1 min read दफ़ा सांसे जब पहली दफा में ही दफा हो जाती हैं तो फिर धड़कनें आहिस्ते से बेवफा हो जाती हैं -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 111 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 8 Apr 2022 · 1 min read रफीक तमाम ज़लालतें झेली फिर खुद का तस्दीक किया यार!बड़ी मुश्किल से मैंने खुदको खुद का रफीक किया -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 130 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 24 Mar 2022 · 1 min read भीड़ बताओ भीड़ कितनी है अब तुम्हारे शामियाने में तुम्हारी रैलियों के दिन न जाने कब के गुजरे हैं -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 351 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 14 Mar 2022 · 1 min read क़ुरबत दूरियों से इसकदर फुरसत हो जाए के ताउम्र मुझसे तेरी कुरबत हो जाए -सिद्धार्थ गोरखपुरी कुरबत -नजदीकी Hindi · शेर 658 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 14 Mar 2022 · 1 min read अफ़्सूं जुल्फों को संवारना और हवाओं से गुफ़्तगू हाय रे तेरी अदा और तेरे अदाओं का अफ़्सूं -सिद्धार्थ गोरखपुरी अफ़्सूं - जादू Hindi · शेर 422 Share Previous Page 2 Next